Jharkhand Election Results 2019: औसतन 51 साल के हैं झारखंडी सांसद; गीता सबसे नौजवान, पीएन सिंह उम्रदराज
Jharkhand Election Results 2019. नए सांसदों में तीन की आयु 60 वर्ष या इससे अधिक है। तीन की आयु 40 वर्ष से कम है।
रांची, जेएनएन। इस बार लोकसभा चुनाव जीतनेवाले उम्मीदवारों की औसत आयु 51.5 वर्ष है। झारखंड से लोकसभा चुनाव जीतनेवाले उम्मीदवारों की औसत आयु साढ़े इक्यावन वर्ष है। 11 प्रत्याशियों की आयु 50 वर्ष या इससे अधिक है। तीन प्रत्याशियों की आयु 60 वर्ष या इससे अधिक है। तीन की आयु 40 वर्ष से कम है। धनबाद के बीजेपी सांसद पशुपति नारायण सिंह सबसे उम्रदराज विजयी उम्मीदवारों में हैं। उनकी उम्र 69 साल है। सिंहभूम की कांग्रेस पार्टी की सांसद गीता कोड़ा (पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी) 35 वर्ष सबसे कम उम्र की उम्मीदवारों में शुमार है।
विजयी प्रत्याशियों की उम्र की बात करें तो सिंहभूम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा को करारी हार देनेवाली कांग्रेस प्रत्याशी सह पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा सबसे कम उम्र की हैं। उनकी उम्र महज 35 वर्ष है। इसके बाद राजमहल से दूसरी बार जीत हासिल करनेवाले विजय हांसदा 36 वर्ष के हैं। विजय हांसदा 2014 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करनेवाले सबसे कम उम्र के उम्मीदवार थे। वहीं इस बार धनबाद से जीत हासिल करनेवाले भाजपा प्रत्याशी पीएन सिंह सबसे बुजुर्ग हैं। उनकी उम्र 69 वर्ष है। इसके बाद पलामू के वीडी राम बुजुर्ग प्रत्याशी हैं, जिनकी उम्र 68 वर्ष है।
नए सांसदों में एक को छोड़कर सभी करोड़पति
झारखंड में इस बार करोड़पति सांसदों की संख्या बढ़ गई है। इस बार ऐसे सांसदों की संख्या 13 पहुंच गई है, जबकि 2014 के चुनाव में दस विजयी प्रत्याशी ही करोड़पति थे। नए सांसदों में एक को छोड़कर सभी करोड़पति हैं। झामुमो के अध्यक्ष व दिग्गज नेता शिबू सोरेन को शिकस्त देकर पहली बार संसद पहुंचनेवाले भाजपा के सुनील सोरेन ही एकमात्र उम्मीदवार हैं जो करोड़पति नहीं हैं। बाकी सभी 13 विजेता प्रत्याशी करोड़पति हैं।
- झारखंड में सुनील सोरेन को छोड़ सभी विजयी उम्मीदवार करोड़पति
- जयंत सिन्हा के पास सबसे अधिक 77.07 करोड़ की संपत्ति
- गीता कोड़ा सबसे कम उम्र की विजयी उम्मीदवार
- धनबाद के पीएन सिंह सबसे उम्रदराज विजयी उम्मीदवार
इस बार चुनाव जीतनेवाले सुनील सोरेन के पास महज 47.37 लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति है। दूसरी तरफ, हजारीबाग से दूसरी बार चुनाव जीतनेवाले भाजपा के जयंत सिन्हा के पास सबसे अधिक संपत्ति है। उनके पास कुल 77.07 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति है।
चार के विरुद्ध आपराधिक मामले, पिछली बार से एक कम
चुनाव जीतनेवाले चौदह प्रत्याशियों में चार के विरुद्ध आपराधिक मामले हैं। गिरिडीह से चुनाव जीतनेवाले चंद्रप्रकाश चौधरी के विरुद्ध दो, सिंहभूम की विजेता प्रत्याशी गीता कोड़ा के विरुद्ध एक, जमशेदपुर से दूसरी बार चुनाव जीतनेवाले विद्युतवरण महतो के विरुद्ध तीन तथा गोड्डा से तीसरी बार चुनाव जीतनेवाले निशिकांत दूबे के विरुद्ध सबसे अधिक चार आपराधिक मामले हैं। हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव जीतनेवाले पांच उम्मीदवारों के विरुद्ध आपराधिक मामले थे।
चार को छोड़ बाकी सभी उच्च शिक्षा प्राप्त
इस बार चुनाव जीतनेवाले सभी नेताओं में एक दसवीं तथा तीन बारहवीं पास हैं। इनमें अर्जुन मुंडा, विद्युत वरण महतो तथा सुनील सोरेन बारहवीं तथा विजय हांसदा दसवीं पास हैं। बाकी सभी या तो स्नातक हैं या फिर स्नातकोत्तर। गोड्डा संसदीय सीट से जीतनेवाले निशिकांत दूबे के पास डॉक्टोरेट की उपाधि है, जबकि जयंत सिन्हा मैनेजमेंट में स्नातकोत्तर हैं। रांची से पहली बार चुनाव जीतनेवाले संजय सेठ भी स्नातक प्रोफेशनल हैं।
सीट - सांसद - उम्र - शिक्षा - आपराधिक मामले - कुल संपत्ति
- चतरा सुनील कुमार सिंह 55 स्नातकोत्तर शून्य 22.62 करोड़
- पलामू वीडी राम 68 स्नातक शून्य 3.22 करोड़
- लोहरदगा सुदर्शन भगत 52 स्नातक शून्य 1.29 करोड़
- रांची संजय सेठ 60 स्नातक प्रोफेशनल शून्य 1.40 करोड़
- खूंटी अर्जुन मुंडा 50 बारहवीं शून्य 9.15 करोड़
- हजारीबाग जयंत सिन्हा 55 स्नातकोत्तर मैनेजमेंट शून्य 77.07 करोड़
- कोडरमा अन्नपूर्णा देवी 50 स्नातकोत्तर शून्य 9.76 करोड़
- गिरिडीह चंद्रप्रकाश चौधरी 50 स्नातक दो 1.34 करोड़
- धनबाद पीएन सिंह 69 स्नातक शून्य 2.72 करोड़
- जमशेदपुर विद्युत वरण महतो 56 बारहवीं तीन 2.77 करोड़
- सिंहभूम गीता कोड़ा 35 स्नातकोत्तर एक 2.52 करोड़
- राजमहल विजय हांसदा 36 दसवीं शून्य 1.29 करोड़
- दुमका सुनील सोरेन 39 बारहवीं शून्य 47.37 लाख
- गोड्डा निशिकांत दुबे 47 डॉक्टोरेट चार 46.27 करोड़
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