मोदी और उनकी कैबिनेट के साथ भाजपा के प्रचार में जुटे आइटी प्रोफेशनल्स और एनआरआइ
भाजपा के लिए प्रचार युद्ध का यह बीड़ा करीब 20 देशों के अनिवासी भारतीय आइटी प्रोफेशनल्स ने उठाया है।
राजीव सोनी, भोपाल, नईदुनिया। मध्य प्रदेश सहित देश में लोकसभा चुनाव की बाकी सीटों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में सात समंदर पार से भी मतदाताओं की मान-मनुहार हो रही है। भाजपा के लिए प्रचार युद्ध का यह बीड़ा करीब 20 देशों के अनिवासी भारतीय आइटी प्रोफेशनल्स ने उठाया है। इनमें गुजरातियों की संख्या ज्यादा है, जो मोदी को दोबारा देश की कमान सौंपने के लिए फोन पर मतदाताओं से मीठी-मीठी बातें कर उन्हें रिझाने की कोशिश में जुटे है। करीब छह हजार एनआरआइ, जिनमें सीनियर सिटीजन और महिलाएं भी हैं, इस मुहिम में जुटे है। फ्रेंड ऑफ ओवरसीज के संयोजक विजय चौथाईवाला को यह जवाबदारी सौंपी गई है।
देश में लोकसभा चुनाव की सुगबुगाहट के पहले ही भाजपा ने विदेश में मौजूद अनिवासी भारतीयों में से करीब पांच हजार उत्साही लोगों की टीम को इस मुहिम के लिए प्रशिक्षित कर दिया था। मप्र, उप्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, केरल सहित अन्य राज्यों के लोगों से बात करने के लिए उन्हीं इलाकों के अनिवासी भारतीयों की ड्यूटी लगाई गई है। सभी को किसी शहर के 500 मोबाइल नंबर की सूची देकर उन्हीं की आंचलिक बोली में बात करने का टॉस्क दिया गया है। कनाडा, न्यूयॉर्क, ऑस्ट्रेलिया और लंदन जैसे देशों में कार्यरत गुजरात व अन्य राज्यों के एनआरआई को इस काम में लगाया गया है। ऑफिस का काम निपटाकर ये सभी फोन पर मप्र सहित अन्य राज्यों के मतदाताओं को मोदी के पक्ष में मतदान के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
रोज चार घंटे फोन पर
मप्र में भोपाल, इंदौर, खंडवा, खरगोन, मंदसौर और उच्जैन शहर के मतदाताओं को ह्यूस्टन, लंदन और न्यूयॉर्क से प्रतिदिन ये अपरिचित मित्र फोन कर रहे हैं। ह्यूस्टन में 25 साल से आइटी कंपनी में कार्यरत बंकिम चंद शुक्ला ने नईदुनिया को बताया कि उन्हें इस काम में मजा आ रहा है। भोपाल से 15 हजार किलोमीटर दूर बैठे शुक्ला रोज रात को फोन करते हैं। मूलत: पंचमहल (गुजरात) के रहने वाले शुक्ला बताते हैं कि उन्हें मालवा-निमाड़ के लोगों से बात करने में आनंद आता है। ये उनके पड़ोसी जिले हैं। उस वक्त भारत में सुबह का वक्त रहता है इसलिए लोग आसानी से उनकी बात सुन लेते हैं।
मोदी के लिए जगा रहे अलख चौथाईवाला
प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के नजदीकी एवं भाजपा फ्रेंड ऑफ ओवरसीज के संयोजक विजय चौथाईवाला ने नईदुनिया को बताया कि अरब देशों के 600 मित्रों ने केरल और अन्य राज्यों में प्रचार के लिए समय दिया है। हमने पुलवामा आतंकी हमले के बाद 25 देशों में पाकिस्तान दूतावास के सामने प्रदर्शन और श्रद्धांजलि के 45 कार्यक्रम कराए। इनमें हजारों लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। ऑस्ट्रेलिया में सिडनी, मेलबर्न और पर्थ में चाय पे चर्चा, बाइक और कार रैलियों से भी अलख जगाई। चौथाईवाला बताते हैं कि सोशल मीडिया पर कौन से मुद्दे ट्रेंड हो रहे हैं और किसे कितना महत्व मिल रहा है, इसका फीडबैक प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और पार्टी के अन्य नेताओं तक जाता है। इसके आधार पर ही पार्टी अपनी अगली रणनीति बनाती है और मोदी-शाह के भाषणों में नए मुद्दों को जगह मिलती है।
ऐसे होती है बातचीत
बातचीत की शुरूआत पर्व- त्योहार की शुभकामनाओं से होती है। इसके बाद वह मोदी की खूबियां गिनाते हुए कहते हैं कि वह गुजरात और देश में बड़ा बदलाव लाए, भ्रष्टाचार को खत्म किया और उनकी देशभक्ति पर संदेह नहीं इसलिए दूसरा मौका जरूर दें। गुजरात के लोगों से उन्हीं की जुबान में बात करने की जवाबदारी विदेशों में बसे गुजरातियों को सौंपी गई है।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप