Lok Sabha Election 2019: स्ट्रांग रूम तक परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा
मथुरा मंडी समिति में बनाई गई है त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था। पैरामिलिट्री फोर्स और सिविल पुलिस ने संभाली कमान।
आगरा, जेएनएन। लोकसभा चुनाव में मतदान के बाद ईवीएम में कैद प्रत्याशियों के भाग्य पर पुलिस-प्रशासन ने पैरामिलिट्री फोर्स का कड़ा पहरा बैठा दिया है। त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था का ऐसा मजबूत घेरा कि परिंदा भी पर न मार पाए, आम व्यक्ति और अफसरों सहित नेताओं की तो बिसात क्या, जबरन घुसने पर टोकने, रोकने फिर गोली मारने के आदेश हैं। सीसी टीवी कैमरे से निगरानी के साथ अफसर भी कितना बड़ा क्यों न हो इनर कार्डन में प्रवेश की अनुमति नहीं है।
मथुरा की मंडी समिति में बनाए गए स्ट्रांग रूप में लोकसभा चुनाव के 13 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में बंद कर सील कर दिया गया है। स्ट्रांग रूम के बाहर बनाए गए घेरे को इनर कार्डन नाम दिया गया है, यहां की सुरक्षा व्यवस्था केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स के हवाले है। यहां एक प्लाटून पैरामिलिट्री फोर्स लगाया गया है, जिसमें 27 से 30 जवान तैनात रहते हैं। दूसरे घेरे की सुरक्षा में पुलिस लाइन की गारद लगाई गई है। इसे एक-चार-एक चार के मानकों के अनरूप लगाया गया है, इसमें एक हैड कांस्टेबल और चार जवान शामिल हैं। सबसे आगे स्ट्रांग रूम तक जाने के लिए तीन बैरियर लगाए गए हैं। इन बैरियरों पर आठ-आठ जवानों की तैनाती की गई है।
12 गजटेड अफसर करेंगे निरीक्षण
ईवीएम की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनी रहे इसके लिए डिप्टी एसपी रैंक के 12 अफसरों की ड्यूटी लगाई गई है, हर अफसर को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने ड्यूटी टाइम में दो बार कम से कम स्ट्रांग रूम का निरीक्षण करेंगे और इसकी आख्या वहां रखे रजिस्टर में दर्ज करेंगे। ड्यूटी का यह रोस्टर 23 मई तक रहेगा।
इनर कार्डन में नहीं एंट्री:-पैरा मिलिट्री फोर्स के हवाले इनर कार्डन में किसी को प्रवेश की अनुमति नहीं है, चाहे वह आब्जर्वर हो या फिर आईएएस या पीसीएस अधिकारी। यदि किसी इमरजेंसी में अफसर को वहां तक जाना है तो सीआरपीएफ उस अफसर की एंट्री अपने रजिस्टर में करेगा, वह कहां जा रहे हैं और क्या कर रहे हैं, इसकी वीडिया रिकॉर्डिंग भी की जाएगी।
रहेगा दोहरी सुरक्षा का आवरण
मंडी समिति में बने स्ट्रांग रूम की त्रिस्तरीय कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इनर कार्डन की सुरक्षा पैरामिलिट्री फोर्स के हवाले है तो बाहरी दो सुरक्षा आवरण पुलिस ने संभाले हुए हैं। स्ट्रांग रूम तक जाने की इजाजत किसी को नहीं है।
ज्ञानेंद्र कुमार ङ्क्षसह, नोडल अधिकारी लोकसभा चुनाव