गुजरात CM रूपाणी के घर मीटिंग को लेकर कांग्रेस की चुनाव आयोग से शिकायत
गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों के लिए 23 अप्रैल को एक ही चरण में मतदान होना है। 10 मार्च को चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होने पर पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।
अहमदाबाद (पीटीआइ)। गुजरात कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि भाजपा ने मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के आधिकारिक आवास पर पार्टी के राज्य संसदीय बोर्ड की बैठक आयोजित करके आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। मुख्य विपक्षी दल ने इस संबंध में चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है।
हालांकि, भाजपा ने कांग्रेस के आरोप को खारिज कर दिया है। कांग्रेस की ओर से फैक्स के जरिए भेजी गई शिकायत पर गुजरात के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) एस मुरली कृष्णा ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। कृष्णा ने कहा, 'हमें शिकायत मिली है। हम इस मामले की जांच करेंगे।'
शिकायत में कांग्रेस ने आरोप लगाया कि गांधीनगर में सीएम का आधिकारिक निवास एक सरकारी संपत्ति है और आदर्श आचार संहिता लागू होने पर किसी भी सरकारी गतिविधि की अनुमति किसी सरकारी परिसर से नहीं दी जा सकती है।
बता दें कि भाजपा सभी 26 सीटों के लिए संभावित उम्मीदवारों का एक पैनल तैयार करने के लिए रूपानी के आधिकारिक निवास पर राज्य संसदीय बोर्ड की तीन दिवसीय बैठक आयोजित कर रही है।
राज्य भाजपा पर्यवेक्षकों और मुख्यमंत्री रूपानी की मदद से शॉर्टलिस्ट किए जाने वाले नामों को केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेजा जाएगा, जिसपर 25 मार्च के बाद अंतिम उम्मीदवारों की घोषणा होने की संभावना है। बता दें कि सीएम के आधिकारिक आवास पर रविवार से शुरू हुई तीन दिवसीय बैठक का आयोजन किया जा रहा है, पार्टी के इस कदम का बचाव करते हुए गुजरात भाजपा अध्यक्ष जीतू वघानी ने कहा कि मीटिंग में किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा, 'हमें सीएम की सुरक्षा का भी ध्यान रखना होगा। सीएम के आवास पर इस तरह की बैठकों की व्यवस्था करना एक पुरानी परंपरा है। पार्टी के नेता केवल यहां विचार-मंथन कर रहे हैं।' हमने कोई राजनीतिक रैली की व्यवस्था नहीं की है और न ही यहां चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं।' बता दें कि राज्य में 23 अप्रैल को एक ही चरण में मतदान के बाद 23 मई को रिजल्ट की घोषणा की जाएगी।
गौरतलब है कि गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों के लिए 23 अप्रैल को एक ही चरण में मतदान होना है। 10 मार्च को चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होने पर पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।