पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने नोटबंदी को बताया मूर्खतापूर्ण, कहा- हम GST 2 लाएंगे
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने महराजगंज में आयोजित सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला।
गोरखपुर/महराजगंज, जेएनएन। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने महराजगंज में आयोजित न्याय सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला। कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र से पीएम मोदी भयभीत हाे गए हैं। भाजपा के घोषणापत्र को भूलकर वह पूरे देश में कांग्र्रेस के घोषणापत्र व न्यूनतम आय योजना (न्याय) की चर्चा कर रहे हैं। नोटबंदी को आजाद भारत में अब तक का सबसे मूर्खतापूर्ण निर्णय बताते हुए कहा कि यह एक व्यक्ति द्वारा लिया गया निर्णय है। देश व दुनिया के बड़े- बड़े अर्थशास्त्रियों ने इसे नकार दिया है।
उन्होंने जीएसटी की खामियों को गिनाया और कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर इसे परिवर्तित कर जीएसटी टू लाया जाएगा। भाजपा पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि न्याय योजना को एक कमरे में बैठकर या स्वप्न में नहीं बनाया गया है। इसके लिए रघुराम राजन सहित देश के जाने माने अर्थशास्त्रियों की सलाह ली गई है। कहा कि आज देश का हर वर्ग भयभीत है। लोकतांत्रिक देश में इस तरह का वातावरण बनाया जाना निराशाजनक है। कांग्रेस की सरकार में सभी संस्थाओं के दायित्व तय किए जाएंगे। पिछले 15 सालों में मनरेगा, कर्जमाफी, शिक्षा का अधिकार, खाद्य सुरक्षा बिल सहित सभी महत्वपूर्ण निर्णय कांग्रेस की सरकार द्वारा लिए गए।
देश में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है। वर्तमान सरकार में बेरोजगारी दर सबसे अधिक 7.61 फीसद हो गई है। प्रधानमंत्री ने हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन भाजपा सरकार इस मुद्दे पर पूरी तरह से फेल हो गई । इसी के चलते पीएम अब देश में बढ़ती बेरोजगारी की बात अपने चुनावीसभा में नहीं कर रहे हैं।
सरकार पर हमलावर पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र के पास सात परिवारों को देने के लिए 84 हजार करोड़ रुपये तो हैं, लेकिन किसानों को देने के लिए फूटी कौड़ी भी नहीं है। उन्होंने वर्तमान वित्त मंत्री की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अरूण जेटली कहते हैं कि न्याय योजना का क्रियान्वयन संभव नहीं है, लेकिन कांग्रेस आई तो इसे हर हाल में लागू किया जाएगा।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सेना के नाम पर राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण है। क्या मोदी के पहले डा. मनमोहन सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी सहित जितने भी प्रधानमंत्री हुए उनके नेतृत्व में देश सुरक्षित नहीं था। पूर्व वित्त मंत्री ने न्याय सभा के बाद अधिवक्ताओं से मिल कर भी कांग्रेस की नीतियों के बारे में चर्चा करते हुए पार्टी के पक्ष में समर्थन मांगा।
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