लोकतंत्र के महापर्व के लिए एनआरआइ में चढ़ा सुरूर, आस्ट्रेलिया से दुबई तक चुनावी चर्चा
अंबाला लोकसभा सीट से मतदान करने के लिए अब तक 22 एनआरआइ ने ऑनलाइन आवेदन किया है। आस्ट्रेलिया बहरीन दुबई सहित दस देशों के एनआरआइ में लोकसभा चुनावों का सरूर चढ़ा है।
पानीपत/अंबाला, [दीपक बहल]। इस बार लोकसभा चुनाव का खुमार देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी देखने को मिल रहा है। विभिन्न देशों में बसे प्रवासी भारतीय (एनआरआइ) देश में हो रहे लोकसभा चुनावों में वोट डालने के लिए उत्सुक हैं। अंबाला जिला निर्वाचन अधिकारी को 22 एनआरआइ ने ऑनलाइन आवेदन किया है, ताकि वोट बनने के बाद वे अंबाला संसदीय सीट से मतदान कर सकें।
देश भर की बात की जाए, तो एनआरआइ की संख्या करोड़ों में है। जिसे देखते हुए अच्छी पहल करते एनआरआइ को वोङ्क्षटग का अधिकार देने वाला बिल (आरपी एक्ट संशोधन बिल 2018) लोकसभा में पास किया गया था, ताकि विदेशों में रह रहे एनआरआइ वहां बैठे अपने रिश्तेदार या फिर अन्य भरोसेमंद को प्रॉक्सी नियुक्त कर सकते हैं, जो उनकी ओर से बूथ पर जाकर मतदान करेंगे, लेकिन अब जो भी एनआरआइ वोट डालने के इच्छुक हैं, अपने लोकसभा बूथ पर खुद आकर वोट डालने होंगे।
22 एनआरआइ की वेरिफिकेशन में जुटा चुनाव कार्यालय
अंबाला के चुनाव कार्यालय में 22 एनआरआइ का रिकार्ड खंगालना शुरू कर दिया है। अब तक साहिल निवासी ब्रोमले, अनुबाला निवासी ब्रोमले, भानू निवासी दोहा, रोहित निवासी शारजाह, दीपक नार्वे, सौरभ जैन निवासी येरूशलम, जसबीर निवासी यूएसए, आशा निवासी बहरीन, प्रिया निवासी दुबई, सुमंत निवासी यूएससीआइ, रीति दुआ निवासी बहरीन, मुकुल निवासी वियाना ऑस्ट्रिया, तिलकराज निवासी बहरीन, ओम प्रकाश निवासी यूएई, मोहित निवासी दुबई, हिमांशु निवासी आस्ट्रेलिया, अमित निवासी एनसीओसी, विकाश निवासी यूएसआइसी ने ऑनलाइन आवेदन किया है। यह सभी देश के लोकसभा चुनावों में वोट डालने के इच्छुक हैं।
फेसबुक ग्रुप आइआइएजी भी चुनावी रंग में रंगा
लोकसभा चुनाव विदेश में भारतीय फेसबुक ग्रुप आइआइएजी पर भी छाये हुए हैं। इस ग्रुप में एनआरआइ सदस्य हैं और लोकसभा चुनाव की हर गतिविधि को अपलोड कर रहे हैं। इसी ग्रुप में चुनाव की जानकारी दी जा रही है, जबकि ऑनलाइन वोट कैसे बनवाना है, वह भी इसी पोस्ट के जरिये एनआरआइ तक पहुंच रही हैं।
पिछली बार 12 हजार एनआरआइ ने किया था मतदान
वर्ष 2014 में करीब 12 हजार एनआरआइ ने मतदान किया था। उस समय सबसे अधिक एनआरआइ मतदाता केरल में थे। वहां से 11400 मतदाताओं ने वोट किया था। उम्मीद है कि इस बार यह आंकड़ा और बढ़ जाएगा, क्योंकि इसबार लोकसभा चुनाव का नशा एनआरआइ के सोशल मीडिया ग्रुप में तेजी से फैल रहा है।
विदेश में बनी एसोसिएशन ग्रुप में किया जागरूक
लोकसभा चुनावों में एनआरआइ द्वारा वोट डालने को लेकर विदेश में एसोसिएशन ग्रुप सोशल मीडिया पर बना हुआ है। इसी ग्रुप में मैसेज सर्कुलेट किया गया कि जो भी भारत में हो रहे लोकसभा चुनावों में वोट डालना चाहता है, वह ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। इस ग्रुप में सैंकड़ों एनआरआइ शामिल हैं। यह देखकर ही करीब चार माह पहले ही इन चुनावों में वोट डालने के लिए आवेदन कर दिया था।
चार माह पहले किया था आवेदन : ओम प्रकाश
आबूधाबी में आर्थो स्पेशलिस्ट डॉक्टर ओम प्रकाश और उनकी पत्नी डाॅक्टर रंजना करीब चार महीने पहले ऑनलाइन आवेदन किया था। वे चार साल से आबूधाबी में प्रेक्टिस कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनावों का विभिन्न टीवी चैनल्स पर काफी प्रचार देखा है। इसी को देखते हुए देश में आकर वोट डालने की इच्छा हुई है। वह और उनकी पत्नी दोनों इस बाद लोकसभा चुनावों में वोट डालने के लिए उत्सुक हैं।
वोट करना जरूरी : सौरभ
जर्मनी में एक कंपनी में जॉब करने वाले सौरभ जैन ने बताया कि वोट बनवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है। देश के लोकतंत्र का सवाल है और इस में हम सभी को भागीदारी करनी चाहिए। उन्होंने अपनी पत्नी ईशा जैन का वोट बनवाने के लिए भी आवेदन किया है।
वोट के लिए उत्सुक हूं : राजन
ऑस्ट्रेलिया के एडीलेड में जॉब कर रहे राजन ने कहा कि इस बार वोट डालने के लिए उत्सुक हूं। इस लिए ऑनलाइन वोट बनवाने के लिए आवेदन किया है। एडीलेड में फेसबुक के जरिये चुनाव को लेकर सभी एनआरआइ एक दूसरे से संपर्क करते हैं।
एनआरआइ की वेरीफिकेशन करवाई जा रही है : डीसी
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी शरणदीप कौर बराड़ ने बताया कि 22 एनआरआइ के ऑनलाइन आवेदन मिल चुके हैं। सभी की वेरीफिकेशन कराई जा रही है। इस वेरीफिकेशन को पूरा करने के बाद ही वोट बनाने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी और यह एनआरआइ अपने बूथ पर वोट डाल सकेंगे।