Lok Sabha Election 2019 : शहर में देख रहे विद्युत की चमक, गांवों में टाइगर की रफ्तार
Lok Sabha Election 2019. ‘विद्युत’ शहर में जगमगाएगा। जंगल में टाइगर गुर्राएगा। गांव की गलियों में सरपट दौड़ लगाएगा। अंतत दोनों की लड़ाई दिलचस्प होगी।
जमशेदपुर, राजेश पांडेय। शाम। Lok Sabha Election 2019 5:40 बजे। मानगो बस स्टैंड, गोलचक्कर। मुकेश की पान दुकान। बगल में हनुमान मंदिर। सरकार बन रही है। कमजोर बन रही है। जुगाड़ से बन रही है। और बनते-बनते नहीं बन पा रही है। भाजपा की केंद्र में। ‘विद्युत’ शहर में जगमगाएगा। जंगल में टाइगर गुर्राएगा। गांव की गलियों में सरपट दौड़ लगाएगा। अंतत: दोनों की लड़ाई दिलचस्प होगी। जब मैं दुकान पर पहुंचा तो तीखे और तैश में सियासी बहस चल रही थी।
सिद्धांत और आदर्श ताक पर, हम गठबंधन धर्म नहीं निभाएंगे। नोटा वाला बटन दबाएंगे। ये रौबदार आवाज मानगो के पारस नगर निवासी मल्लू सिंह की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार के दीवाने मल्लू फिलहाल इस चुनाव में ‘बेरोजगार’ हैं। रोजाना शाम में डेढ़ से दो घंटे दुकान पर सरकार बनाते और बिगाड़ते हैं। जमशेदपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के डॉ. अजय की उम्मीदवारी की जब तक उम्मीद थी तब तक मल्लू खूब व्यस्त नजर आते थे, जब से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कोटे में यहां की सीट गई है, तब से वे केवल राष्ट्रीय स्तर की चर्चा करते हैं। जब तब डॉ. अजय के नाम की माला फेर लेते हैं।
भुइयांडीह के ह्यूमपाइप निवासी चंद्र किशोर यादव कांग्रेस और भाजपा के घोषणा पत्र पर बात ही नहीं करना चाहते हैं। कहते हैं कि सबका घोषणा पत्र हवा-हवाई है। उनका प्रिय नेता लालू प्रसाद यादव हैं। चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि अगर एयर स्ट्राइक नहीं हुआ होता तो इस बार मोदी को रिक्शा पकड़कर दिल्ली से गुजरात जाना पड़ता। इतना सब कुछ कहने के बाद भी यादव वोट देंगे मोदी को ही। कहते हैं कि यह मजबूरी है, मोदी का कोई विकल्प नहीं है। चंडीनगर निवासी अभिजीत झामुमो के समर्थक हैं और रहेंगे। पार्टी के उम्मीदवार चंपई सोरेन (टाइगर) को वोट देंगे। उनको अपने प्रत्याशी के हारने-जीतने से खास मतलब नहीं है। उनका मानना है कि जंगली इलाके और गांवों में उनका टाइगर बढ़त बनाएगा। शहर में भाजपा के विद्युत वरण महतो को वोट अच्छा मिलेगा।
छाया नगर निवासी राजू सोनकर उर्फ टाइगर का अपने इलाके में अच्छा प्रभाव है। क्षेत्र में मुहिम चलाकर टॉयलेट बनवाने से उन्हें ‘टायलेट किंग’ के नाम से भी जाना जाता है। वे कांग्रेसी हैं। गठबंधन की वजह से झामुमो को वोट देंगे और अपने उम्मीदवार को वोट देने के लिए लोगों से पैरवी भी कर रहे हैं। हर बहस के बीच में छायानगर निवासी कृष्णा रजक भी टोका-टोकी करते हैं। वे मोदी के पक्ष में खड़े रहते हैं। मानगो टीचर्स कॉलोनी निवासी अजीत दा भी मोदी के फैन हैं। वे किसी भी हालत में मोदी की शिकायत सुनने को तैयार नहीं। अगर मोदी के विपरीत कोई बात करता है तो उसकी बखिया उधेड़ने की हर संभव कोशिश में जुट जाते हैं। मुकेश की दुकान के बगल में ही लाल मोहन ठाकुर सैलून चलाते हैं।
मानगो कुंवरबस्ती के निवासी ठाकुर की दिमागी हालत कुछ कमजोर हो गई है। पर, चुनावी चक्कलस में भागीदारी में कहीं कोई कमी नहीं। झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन पहले भी उनके राजनीतिक हीरो थे और अब भी हैं। बकौल ठाकुर, जिस समाचार पत्र में शिबू नहीं, उसे पढ़ना बेकार है। मुकेश किसी से कुछ बोलते नहीं। तल्ख चुनावी बहस के दौरान भी मुस्कराते रहते हैं। इसी बीच हनुमान मंदिर में घंटी बजती है- टनन-टनन-टन.. और अधिकतर लोग आरती में शामिल होने के लिए चल देते हैं.. आरती कीजै हनुमान लला की..। और मैं दफ्तर की ओर।