Exit Poll : जम्मू-कश्मीर में छह सीटों पर कांटे की टक्कर
अधिकांश एग्जिट पोल में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनने का अनुमान लगाए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सभी एग्जिट पोल गलत नहीं हो सकते।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। 17वें संसदीय चुनाव रविवार को संपन्न होने के बाद एग्जिट पोल ने जम्मू कश्मीर में नेताओं के दिलों की धड़कनें बढ़ा दी हैं। हालांकि, वे एग्जिट पोल को सही नहीं मान रहे और इससे अधिक सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं। कुल मिलाकर मुकाबला कांटे का है।
जम्मू कश्मीर में कुल छह सीटें हैं। वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा ने ऊधमपुर-डोडा, जम्मू-पुंछ और लद्दाख सीटें जीती थीं, जबकि पीडीपी ने बारामुला, श्रीनगर और अनंतनाग सीटें जीती थी। इस बार के एग्जिट पोल में एक चैनल ने भाजपा और कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस को तीन-तीन सीटें मिलने का अनुमान जताया है तो दूसरे ने कांग्रेस को एक, भाजपा को तीन और नेशनल कांफ्रेंस को एक सीट का अनुमान जताया है। जम्मू संभाग की दोनों सीटों जम्मू-पुंछ और ऊधमपुर-डोडा पर कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी टक्कर है। इन सीटों पर नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी ने भी कांग्रेस उम्मीदवार को अपना समर्थन दिया था, लेकिन दोनों ही सीटों पर भाजपा को बढ़त मिलती नजर आ रही है। एग्जिट पोल में भी दोनों ही सीटें भाजपा के पक्ष में जाती नजर आ रही हैं, लेकिन लद्दाख की सीट पर इस बार कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है।
कांग्रेस और भाजपा के अलावा इस सीट पर कांग्रेस के बागी उम्मीदवार जो निर्दलीय हैं, असगर करबलई और सज्जाद कारगिली भी कड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं। साल 2014 में भी भाजपा ने यह सीट महज 36 वोटों से ही जीती थी। मतदान से एक दिन पहले भाजपा पर कुछ पत्रकारों को कथित रूप से नोट बांटने के आरोप लगे थे। इससे भाजपा को कुछ नुकसान हो सकता है, लेकिन इस सीट पर अभी स्पष्ट रूप से कुछ भी नहीं कहा सकता है। यहां पर चारों उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर है। भाजपा के प्रदेश प्रधान रङ्क्षवद्र रैना जम्मू संभाग की दो सीटों के अलावा लद्दाख की सीट जीतने का भी दावा कर रहे हैं। उनका कहना है कि तीन सीटें भाजपा जीतेगी।
वहीं, कश्मीर की तीन सीटों पर इस बार नेशनल काफ्रेंस, कांग्रेस, पीडीपी और पीपुल्स कांफ्रेंस के बीच मुकाबला है। श्रीनगर सीट पर कांग्रेस ने नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीदवार डॉ. फारूक अब्दुल्ला का समर्थन किया है। इससे डॉ. फारूक अब्दुल्ला का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। एग्जिट पोल में यह सीट नेशनल कांफ्रेंस को ही जाती हुई नजर आ रही है। इस समय यह सीट पीडीपी के पास है। वहीं, बारामुला सीट पर नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीदवार मोहम्मद अकबर लोन का मुकाबला पीपुल्स कांफ्रेंस और पीडीपी के उम्मीदवारों के साथ है। निर्दलीय उम्मीदवार इंजीनियर रशीद ने भी यहां पर चुनाव लड़ा है। इस सीट पर भी नेशनल कांफ्रेंस का पलड़ा अन्य से भारी है।
कश्मीर में सबसे रोचक मुकाबला पीडीपी की महबूबा मुफ्ती, कांग्रेस के जीए मीर और नेशनल कांफ्रेंस के हसनैन मसूदी के बीच है। इस सीट पर तीन प्रतिशत से भी कम मतदान हुआ है। ऐसे में यहां पर हार जीत का अंतर भी बहुत कम होगा। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रङ्क्षवद्र शर्मा का कहना है कि यूपीए अनंतनाग सहित राज्य की चार सीटों पर कब्जा करेगी। उनका कहना है कि राज्य के लोगों ने कांग्रेस पर विश्वास जताया है और उसी की जीत होगी। हालांकि ऊधमपुर-डोडा से पैंथर्स पार्टी के उम्मीदवार हर्ष देव सिंह का कहना है कि इस चुनाव में सरकारी मशीनरी का भाजपा ने दुरुपयोग किया है।
सभी एग्जिट पोल गलत नहीं हो सकते: उमर
अधिकांश एग्जिट पोल में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनने का अनुमान लगाए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेंस उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सभी एग्जिट पोल गलत नहीं हो सकते, लेकिन वह 23 मई का इंतजार करेंगे जब अंतिम परिणाम घोषित होंगे। ट्वीटर पर उमर ने लिखा कि सभी एग्जिट पोल गलत नहीं हो सकते। समय आ गया है जब टीवी बंद करूं, सोशल साइट से लॉगआउट करने के बाद इस बात का इंतजार करेंगे और देखेंगे कि 23 मई को भी क्या दुनिया बदल जाएगी। उनके इस ट्वीट को कई लोगों ने लाइक भी किया है।
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