Lok Sabha Election 2019 : मल्लाह को तूफान, विद्यार्थी को इम्तहान और नेता को मतदान..
Lok Sabha Election 2019. गुरु आपको बुझा नहीं रहा है कि हम क्या कर रहा हूं। गुरु चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए मानव श्रंखला बना रहा हूं।
घाटशिला(पूर्वी सिंहभूम), जेएनएन। घाटशिला के मऊभंडार में पुटूश, अमोरी और अड़हुल के फूलों की माला पहने और पीठ पर पहले मतदान फिर जलपान का बैनर लटकाये जोर-जोर से चिल्ला रहा था। अरे चुनुआ, अरे मुनुआ, अरे झगरूआ, अरे घुरफेकना तुम लोग को कछुओ बुझाता नही है क्या। कह रहा हूं ना थोड़ा-थोड़ा घसक कर खड़ा हो जाओ। एक दूसरे का हाथ पकड़ो। ऐसा लगे कि तुम लोग मानव श्रृंखला बना रहे हो।
अरे शांति बनाये रखो भाई। देख नहीं रहे हो। अनुमंडल के कप्तान साहेब भी आ रहे हैं। तनी आवाज लगाओ कि बूढ़े हों या जवान, सभी करें मतदान। तभी उस्ताद आ पहुंचे और बोले। अरे जमुरे। इ का भीड़ जुटवले हैं। जमुरे बोला। गुरु आपको बुझा नहीं रहा है कि हम क्या कर रहा हूं। गुरु चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए मानव श्रंखला बना रहा हूं। प्रचार कर रहा हूं कि सभी लोग मतदान जरूर करें।
जमुरे बोला। देखिए गुरु हम ज्यादा पढ़ा-लिखा तो नहीं हूं। एलपी ग्रेजुएट हूं। मगर इतना तो समझता ही हूं कि प्रजातंत्र में मतदान बहुत जरूरी होता है। तभी तो नेता लोग द्वारे-द्वारे रंक बन कर वोट मांग रहे हैं। अगर जनता बंपर मतदान नहीं करेगी तो काम चलेगा कैसे। देख नहीं रहे हैं। देश भर में मतदान करने के लिए कैसा प्रचार प्रसार हो रहा है। फिर अबकी बार तो इस इलाके में निडर होकर मतदान होगा। क्योकि रघुवर बाबा की कृपा से पहाड़ी बाबा लोग नापाता हो गया है। सो इस बार प्रजातंत्र का यह महापर्व धूमधाम से मनेगा। जमुरे बोला। गुरू जानते हैं। विद्यार्थी को इम्तहान का, मल्लाह को तूफान का, गिरे को अपनी आन का, कंजूस को मेहमान का, सज्जन को जन कल्याण का, भक्त को भगवान को जितना ध्यान रहता है। उससे कहीं ज्यादा चुनाव में नेता लोग के ध्यान मतदान का रहता है। फिर लोकतंत्र का यही आधार, वोट ना हो कोई बेकार का नारा लगाते हुए जमुरे मऊभंडार की ओर चल पड़ा।