देश में लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष कराने के लिए चुनाव आयोग ने कसी कमर
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने दिव्यांग मतदाताओं का व्यापक डाटा बनाने और थाने के अनुसार उनकी मैपिंग की आवश्यकता पर बल दिया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने देश में होने वाले सबसे बड़े पर्व लोकसभा चुनाव की तैयारियां अब शुरु कर दी है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने आगामी लोकसभा चुनाव के सिलसिले में पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ की चुनावी तैयारियों की समीक्षा करते हुए इन सभी राज्यों को दिशा निर्देश जारी किये है। आयोग चाहता है कि देश में चुनाव शांतिपूर्ण, स्वतंत्र, निष्पक्ष, समावेशी, सहभागिता पूर्ण और विश्वसनीय तरीके से संपन्न कराये जाए।
चुनाव आयोग ने शुरु की आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी
चुनाव आयोग ने राज्यों के मुख्य चुनाव आयुक्तों को मतदान केंद्रों पर आश्वस्त न्यूनतम सुविधाएं (एएमएफ) प्रदान करने, मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के कार्यालयों में मानव शक्ति और संरचना को मजबूत बनाने, फील्ड स्तर पर चुनाव कर्मियों के सभी रिक्त पदों को भरने, ईवीएम, वीवीपीएटी की उपलब्धता तथा अन्य चुनाव सामग्री तथा पर्याप्त बजट प्रावधानों जैसे विभिन्न विषयों पर अपनी तैयारी पुरी करने के निर्देश दिये है।
चुनाव को शांतिपूर्ण, स्वतंत्र और निष्पक्ष तरह से संपन्न कराने के लिहाज से आयोग ने पंजाब और हरियाणा के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, गृह सचिव तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और चंडीगढ़ के प्रशासक के सलाहकार तथा अन्य अधिकारियों के साथ व्यापक विचार-विमर्श भी किया है।
अधिकारियों को चुनाव संबंधी सूचना तथा मतदाता सहायता के लिए समान एकल संपर्क नम्बर '1950' को सभी संपर्क केंद्रों के साथ प्रारंभ करने का निर्देश भी दिया गया है। मतदाताओं की सुविधा और सहायता के लिए सभी मतदान केंद्रों पर आवश्यक और समयबद्ध कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया गया है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने दिव्यांग मतदाताओं का व्यापक डाटा बनाने और थाने के अनुसार उनकी मैपिंग की आवश्यकता पर बल दिया है ताकि मतदान के दिन सभी दिव्यांग मतदाताओं को पर्याप्त सहायता सुनिश्चित की जा सके। यह 'कोई मतदाता पीछे न छूटे' के आयोग के नारे को हासिल करने के लिए बहुत आवश्यक है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने आगामी लोकसभा चुनाव को मतदाताओं के लिए सर्वाधिक अनुकूल बनाने और सभी आवश्यक सुविधाएं, विशेषकर दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सुविधाएं प्रदान करने का निर्देश दिया है।
अधिकारियों को मजबूत और व्यापक प्रशिक्षण देने की आवश्यकता पर बल देते हुए सुनिल अरोड़ा ने ईआरओ-एनईटी, बीएलओ-एनईटी जैसे विषयों पर समीक्षा बैठक में जोर दिया साथ ही मतदाता सूचियों का संशोधन, सुविधा समाधान, सुगम तथा सी-विजिल ऐप्प का प्रयोग, इलेक्ट्रॉनिक रूप से डाक मत पत्र भेजने की प्रणाली (ईटीपीबीएस) जैसे आईटी ऐप्लीकेशनों को लागू करने के विषय में चर्चा की गई हैं।