Lok Sabha Election 2019: लोकसभा टिकट के बंटवारे को लेकर छत्तीसगढ़ भाजपा में फूटा असंतोष का बम
छत्तीसगढ़ भाजपा में कुछ नेता खुलकर बगावत कर रहे हैं तो कुछ कार्यकर्ताओं के सहारे नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। कांकेर और जांजगीर में सार्वजनिक रूप से पार्टी नेता बागी बन गए हैं।
रायपुर, राज्य ब्यूरो। लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने छत्तीसगढ़ में पांच आरक्षित सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। इसमें सभी पांचों सीटों पर मौजूदा सांसदों का टिकट काट दिया गया है। टिकट की घोषणा के साथ ही पार्टी में बगावती बम फूटने लगे हैं। कुछ नेता खुलकर बगावत कर रहे हैं, तो कुछ कार्यकर्ताओं के सहारे अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। कांकेर और जांजगीर में सार्वजनिक रूप से पार्टी नेता बागी बन गए हैं।
गौरतलब है कि भाजपा ने छत्तीसगढ़ के सभी 10 सांसदों के टिकट काटकर नए प्रत्याशियों को मौका देने का फैसला किया है। इससे भाजपा को परेशानी बढ़ गई है। पार्टी ने कांकेर से मोहन मंडावी और जांजगीर से गुहाराम अजगल्ले को प्रत्याशी बनाया है। इसके बाद अन्य दावेदार खुलकर बगावत पर उतर आए हैं। कांकेर में टिकट की दावेदार पूर्व विधायक सुमित्रा मरकोले ने नामांकन फॉर्म खरीदते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। जांजगीर में मौजूदा सांसद के बेटे ने सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाली है।
विधानसभा में नहीं मिला टिकट, इस बार भी बाहर
कांकेर से विधायक रहीं मरकोले ने पार्टी पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगी। दरअसल, मरकोले पिछले लोकसभा और बीते विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिए जाने से नाराज चल रही हैं। इस बार भी उन्होंने दावेदारी की थी, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने बागी तेवर दिखाए हैं। इससे भाजपा में खलबली मच गई है और पार्टी के बड़े नेता अब मरकोले से संपर्क कर उन्हें मनाने में जुटे हैं।
जांजगीर में सोशल मीडिया पर निकाली भड़ास
जांजगीर में भी असंतोष सामने आया है। यहां की मौजूदा सांसद कमला देवी पाटले के पुत्र प्रदीप पाटले ने सोशल मीडिया पर खुलकर पार्टी के विरोध में पोस्ट लिखा है। प्रदीप पाटले ने बाहरी प्रत्याशी का मामला उठाते हुए पार्टी आलाकमान पर तंज कसा और सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया। प्रदीप ने लिखा कि विधानसभा में हार का ठिकरा सभी 10 सांसदों पर फूटा है, लेकिन जिनपर चुनाव की जिम्मेदारी थी, उन्हें छोड़ दिया गया।
बैस ने पार्टी छोड़ने की संभावना से किया इन्कार
उधर, रायपुर सांसद रमेश बैस ने पार्टी छोड़ने की खबरों का खंडन किया है। उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में इसे पार्टी को कमजोर करने की साजिश करार दिया है।