भाकपा माले के तेवर तल्ख, कहा-आरा और सिवान सीट पर कोई समझौता नहीं
वामपंथी दल भले ही महागठबंधन का हिस्सा ना हों लेकिन उन्होंने महागठबंध को साफ और स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि आरा औऱ सिवान सीट पर कोई समझौता नहीं करेंगे।
पटना, राज्य ब्यूरो। भले ही बिहार में महागठबंधन से सीट शेयरिंग को लेकर वामपंथी दलों का अंतिम फैसला नहीं हुआ है पर इन दलों के नेताओं के तेवर तल्ख बने हुए हैं। शुक्रवार को भाकपा माले ने महागठबंधन को कड़े अंदाज में संदेश देते हुए कहा कि आरा और सिवान लोकसभा सीटों पर किसी प्रकार का समझौता नहीं होगा।
पार्टी के राज्य सचिव कुणाल ने पत्रकारों को बताया कि हर चुनाव में आरा और सिवान सीट पर हमारी पार्टी के उम्मीदवार पूरे दमखम से लड़ते रहे हैं और अच्छी-खासी वोट भी हासिल किये हैं।
कुणाल ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी और भाजपा को सत्ता से बाहर करना हमारी पार्टी का नंबर एक एजेंडा है। इसलिए हमारी लगातार कोशिश है कि चुनाव में भाजपा के खिलाफ विपक्ष की व्यापक एकता बने। यह बिहार की जनता की भी चाहत है लेकिन दुर्भाग्य से अभी तक इस दिशा में महागठबंधन में गतिरोध बरकरार है। उम्मीद है कि महागठबंधन वामपंथी दलों को कम नहीं आंकेगा।
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी बिहार की छह लोकसभा सीटों पर चुनावी तैयारी तेज कर दी है। इसमें आरा, सिवान, जहानाबाद, काराकाट, पाटलिपुत्र और वाल्मीकिनगर शामिल हैं। ये सीटें हमारे आंदोलनों की मजबूत दावेदारी वाली सीटें रही हैं। इन 6 सीटों में आरा व सिवान सीट ऐसी हैं जिस पर हम किसी भी प्रकार का समझौता नहीं कर सकते। वैसे अंतिम फैसला 17 मार्च को पार्टी की राज्य स्थायी समिति की बैठक में होगा।