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Lok Sabha Election 2019 : चुनावी भागमभाग में भी सुबह की चाय साथ पीते हैं गीता और मधु कोड़ा

गीता कहती हैं कि जब से चुनाव की घोषणा हुई है तब से मैं और वो (मधु कोड़ा) कब घर से निकलते हैं और कब लौटते हैं इसका होश ही नहीं रहता।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sat, 11 May 2019 01:45 PM (IST)Updated: Sat, 11 May 2019 01:45 PM (IST)
Lok  Sabha Election 2019 :  चुनावी भागमभाग में भी सुबह की चाय साथ पीते हैं गीता और मधु कोड़ा
Lok Sabha Election 2019 : चुनावी भागमभाग में भी सुबह की चाय साथ पीते हैं गीता और मधु कोड़ा

चाईबासा, सुधीर पांडेय । शुक्रवार सुबह के पांच बज रहे थे। सूरज पूरी तरह रोशनी भी नहीं बिखेर पाया था, पर कार्यकर्ताओं व समर्थकों की भीड़ कांग्रेस प्रत्याशी गीता कोड़ा के अस्थायी आवास पर जुट गई थी। करीब दो दर्जन महिला-पुरुष गीता कोड़ा के इंतजार में बैठे हुए हैं। इनके हाथों में नाम लिखी कुछ पर्चियां हैं। ठीक 5.30 बजे गीता कोड़ा हाथ में चाय लिए सीढ़ी से उतरकर नीचे आवास के बाहर बैठे लोगों के बीच पहुंची।

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पारंपरिक तरीके से जोहार बोलकर हाथ मिलाते हुए बैठने का इशारा करती हैं। बात करते हुए इसबार चुनाव में पूरी तकत झोंक देने का आह्वान करती हैं। कुछ देर की चर्चा के बाद गीता यह कहते हुए अपने घर में घुस गयीं कि अब समय बहुत कम बचा है। अभी बहुत जगह मिलना-मिलाना है। कुछ जगह प्रचार करने भी जाना है, अब मुझे जाने दीजिए। वापस कमरे में आकर गीता पति मधु कोड़ा से कुछ विषयों पर बात कर नहाने चली गयीं। स्नान के बाद चाय-रोटी खाकर स्कोर्पियों से हाटगम्हरिया निकल गईं। गीता कोड़ा का अस्थायी आवास चाईबासा में सदर प्रखंड के पीछे है। खैर, हाटगम्हरिया पहुंचते ही गीता पार्टी कार्यालय पहुंचीं। पहले से लोग मिलने के लिए बैठे हुए हैं।

इस समय तक सुबह के 10 बज चुके हैं। पारा तेजी से चढ़ रहा है। गर्मी से बचने के लिए पानी से चेहरा व गला तर करते हुए गीता पार्टी कार्यालय में समर्थकों संग चुनावी रणनीति बनाने में व्यस्त हो जाती हैं। चूंकि चुनाव को लेकर गीता को कुछ गुप्त मंथन करना है, इस वजह से हम बाहर चुनावी माहौल का जायजा लेने निकल गए। कुछ देर बाद फोन आया कि मैडम यहां से निकल रही हैं। एकबार फिर हम गीता कोड़ा के साथ सफर में निकल पड़े। चूंकि शुक्रवार शाम तक प्रचार थम जाना है। इसलिए गीता ने कहीं भी जनसभा का प्रोग्राम नहीं रखा है। बस मर्चालिंडा, सेरेंगसिया, टोंटो होते हुए सान झींकपानी, सिंहपोखरिया में लोगों से मिलते हुए चाईबासा कांग्रेस जिला दफ्तर पहुंच गयीं। यहां उनसे मिलने वालों की लाइन लगी थी।

सिंहभूम की लोकसभा प्रभारी रमा खालको के साथ जमशेदपुर से सटे आदित्यपुर से आए कांग्रेस समर्थक उनका पहले से यहां इंतजार कर रहे थे। कार्यालय कक्ष में रांची से कांग्रेस जिला अध्यक्ष संजय पांडेय, टाटा वर्कर्स यूनियन जमशेदपुर से सहायक सचिव नितेश राज व ज्योति से हमारी मुलाकात होती है। ये लोग भी गीता कोड़ा से मिलने पहुंचे हैं।

 कार्यालय में आम पानी पीने व पिलाने का दौर चलता है। यहां गीता कोड़ा बाहर से आए प्रतिनिधियों के साथ सरायकेला और आदित्यपुर क्षेत्र की रिपोर्ट लेती हैं। इसके बाद बाहर खड़े लोगों के बीच जाकर चर्चा करती हैं। यहां कुछ महिलाए अपने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर उन्हें लिखित आवेदन सौंपती हैं। कुछ करने का आश्वासन देकर एकबार फिर गाड़ी में बैठकर क्षेत्र भ्रमण पर निकल पड़ती हैं। अब अपराह्न् तीन बज चुके हैं। सुबह की चाय-रोटी और आम पानी के बल पर अगले 48 घंटों की रणनीति पर काम करने में जुटी हुई हैं। गीता कहती हैं कि जब से चुनाव की घोषणा हुई है, तब से मैं और वो (मधु कोड़ा) कब घर से निकलते हैं और कब लौटते हैं, इसका होश ही नहीं रहता। हां, इतना जरूर है कि सुबह की चाय हम लोग हर दिन साथ पीते हैं।

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