LokSabha Election 2019: बेफिक्र होकर कीजिए चुनाव ड्यूटी; उग्रवादी हिंसा हो या हादसा मिलेगा भरपूर मुआवजा
जिला अनुमंडल एवं रेफरल अस्पतालों में 24 घंटे चिकित्सकों एवं विशेषज्ञ चिकित्सक ऑन कॉल ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। रक्त की भी व्यवस्था रहेगी।
गोड्डा, जेएनएन। लोकसभा चुनाव के दौरान प्रतिनियुक्ति मतदान कर्मी, सशस्त्र बल के जवानों, गृहरक्षक जवान यदि हादसे या हिंसात्मक घटना के शिकार होते हैं तो सरकार उनका निश्शुल्क इलाज कराएगी। यदि हादसे में कर्मी की मौत होती है तो दस लाख उग्रवादी हिंसा के कारण मौत पर बीस लाख रुपये तक के मुआवजे का प्रावधान किया गया है। जो उनके आश्रित को दिया जाएगा।
बुधवार को डीसी किरण पासी ने बताया कि इस संदर्भ में मुख्य निर्वाचन आयुक्त की अध्यक्षता में मुख्य सचिव झारखंड एवं अन्य पदाधिकारियों के साथ वीडियो संवाद में इसकी गाइड लाइन दी गई है। चिकित्सा व्यय के लिए संबंधित कर्मियों की ओर से प्रमाण पत्र देना आवश्यक होगा। डीसी ने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में 108 एंबुलेंस सेवा को सभी प्रकार की आवश्यक जीवनरक्षक दवाओं व चिकित्सा उपकरणों सहित दक्ष चिकित्सकों से लैस रखने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया गया है। सभी एंबुलेंस में ऑक्सीजन एवं आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था सुनिश्चित करनी है।
24 घंटे तैनात रहेंगे चिकित्सकः जिला अनुमंडल एवं रेफरल अस्पतालों में 24 घंटे चिकित्सकों एवं विशेषज्ञ चिकित्सक ऑन कॉल ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। रक्त कोष में रक्त की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया है। सन स्ट्रोक से मतदाता एवं मतदान कर्मियों के प्रभावी होने की संभावना के मद्देनजर भी उपचार की व्यवस्था रखने का आदेश दिया गया है। चुनाव कार्य में लगाए गए मतदान कर्मी, केंद्रीय पुलिस बल, राज्य पुलिस, होमगार्ड के साथ-साथ प्राइवेट ड्राइवर, क्लीनर पर भी यह प्रावधान लागू होगा।