Lok Sabha Election: बदलती राजनीति में गठबंधन दलों की मजबूरी, इसके बिना नहीं है मंजिल
पटना में मंगलवार को इंडिया न्यूज और दैनिक जागरण की ओर से मंच कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें गठबंधन की शुचिता गठबंधन का धर्म और वर्तमान दौर में इसकी जरूरत पर चर्चा की गई।
पटना [जेएनएन]। बदलती राजनीति में गठबंधन अब राजनीतिक दलों की मजबूरी है। 1967 में गठबंधन की राजनीति का जो प्रयोग पहली बार हुआ, वह समय के साथ फलता-फूलता भी गया। वर्तमान दौर की राजनीतिक परिस्थितियां भी कुछ ऐसी हो चली है कि राज्य हो या फिर केंद्र की सत्ता बगैर गठबंधन के कोई राजनीतिक दल अपनी मंजिल नहीं पा सकता है।
इंडिया न्यूज और दैनिक जागरण की ओर से आयोजित 'मंच' कार्यक्रम में गठबंधन की शुचिता, गठबंधन का धर्म और वर्तमान दौर में इसकी जरूरतों पर लंबी बहस चली। बहस में शामिल थे केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, कांग्रेस के शत्रुघ्न सिन्हा, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव, चिराग पासवान, जनता दल यू के प्रवक्ता अजय आलोक, कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा और दैनिक जागरण बिहार के स्थानीय संपादक मनोज झा। बहस के सूत्रधार बने इंडिया न्यूज के राजनीतिक संपादक ब्रजेश पाठक।
कांग्रेस ने गढ़ा हिंदू आतंकवाद : रविशंकर
केंद्रीय मंत्री रविशंकर ने कहा कि भारत के पास आज अगर राफेल विमान होता तो हमारे पायलट को पीओके में घुसने की जरूरत ही नहीं होती। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में भारत सुपर पावर बनकर उभरा है। सेना को आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए खुली छूट दी गई है। जबकि, कांग्रेस टुकड़े-टुकड़े गैंग का समर्थन करती है। रविशंकर ने साध्वी प्रज्ञा पर छिड़े विवाद पर कहा कि एनआइए ने उनके खिलाफ कोई सबूत पेश नहीं किया है।
कांग्रेस पर हमलावर होते हुए रविशंकर ने कहा कि ङ्क्षहदू आतंकवाद को कांग्रेसी नेताओं ने ही गढ़ा है। कांग्रेस के नेता झूठ की खेती करते हैं। ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में ङ्क्षहसा को बढ़ावा दिया जा रहा है।
भाजपा वन मैन आर्मी टू मेन शो: शत्रुघ्न
कांग्रेस के नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि भाजपा वन मैन आर्मी और टू मेन शो है। वहां ज्यादातर काम पीएमओ करता है। उन्होंने कहा कि राजनीति में राजनेताओं का सम्मान होना चाहिए। जिस तरह से लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को मार्गदर्शक मंडल में डाला गया, उससे दुख पहुंचा है। अमित शाह पर निशाना साधते हुए शत्रुघ्न ने कहा कि बड़े मियां तो बड़े मियां, छोटे मियां सुभान अल्लाह। सिन्हा ने बालाकोट हमले का राजनीतिकरण करने का आरोप भाजपा पर लगाया। कांग्रेस नेता ने तेजस्वी को दमदार और शानदार नेता बताते हुए कहा कि चुनाव में वो अभूतपूर्व रिजल्ट देंगे।
व्यवहारिक नहीं पारिवारिक गठबंधन : अजय आलोक
जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने यह माना कि राजद-कांग्रेस के साथ अन्य दलों का जो गठबंधन है, वह वैचारिक स्तर पर नहीं है। एनडीए के विरोधियों का जो गठबंधन है, उसकी जड़ में परिवारवाद, वंशवाद के अलावा भ्रष्टाचार भी है। आलोक ने कहा कि नीतीश कुमार ने कभी भ्रष्टाचार के मसले पर समझौता नहीं किया। 2015 के चुनाव में राजद-कांग्रेस के साथ जदयू ने मिलकर चुनाव लड़ा था। जिस दिन एहसास हुआ कि अब इस गठबंधन को आगे लेकर नहीं चला जा सकता, उस दिन हम लोगों ने अलग चलने का फैसला किया। भाजपा ने हमें समर्थन देने की पेशकश की। पूर्व में हम साथ काम कर चुके थे। इसलिए हमने साथ मिलकर काम करने का फैसला किया। महागठबंधन का शीर्ष नेतृत्व ही मजबूत नहीं है। उसमें शामिल तमाम दल में एक न एक नेता प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार है।
भाजपा-जदयू की राजनीतिक विश्वसनीयता नहीं : प्रेमचंद्र मिश्रा
कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा का स्पष्ट तर्क था कि भाजपा का मतलब है 'बड़का झूठा पार्टी'। भाजपा-जदयू जैसे राजनीतिक दलों की विश्वसनीयता नहीं। इन दोनों का गठबंधन अस्तित्व बचाने की लड़ाई है। राजद जांचा परखा सहयोगी है। राजद का अपना सिद्धांत है, कुछ भी हो जाए भाजपा से हाथ नहीं मिलाएगा। वैचारिक स्तर पर राजद भाजपा से बेहतर है। मिश्रा ने कहा कि भाजपा जदयू ने बिहार की जनता को छला है, उनकी पीठ में छुरा मारा है। नीतीश कुमार ने जनता के मेंडेट को धोखा देकर भाजपा से हाथ मिलाया, बावजूद क्या बिहार को विशेष दर्जा मिला। वे कहते हैं, एनडीए गठबंधन एपेंडिक्स जैसा है।
उन्होंने सवाल उठाए कि बिहार के डीएनए पर सवाल उठाने वालों के बीच गठबंधन हो सकता है क्या? वे एनडीए गठबंधन को अवसरवादी गठबंधन बताते हैं।
अपनी नागरिकता का सच बताएं राहुल : भूपेंद्र
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की नागरिकता पर सवाल उठाया । उन्होंने कहा कि राहुल को अपनी नागरिकता का सच जनता को बताना चाहिए। भूपेंद्र ने कहा कि नरेंद्र मोदी के शासन में सिर्फ दो बार आतंकी हमले हुए, जिसका सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया है।
2014 से बेहतर परिणाम 2019 में : चिराग
लोजपा नेता चिराग पासवान ने कहा कि आज लोग विकास चाहते हैं। विकास के लिए एनडीए पर भरोसा है। चिराग ने कहा कि सरकार ने गरीबों के लिए कई योजनाएं चलाई हैं। योजनाओं का लाभ सीधे जरूरतमंदों तक पहुंचा है। उन्होंने कहा कि बिहार में मोदी लहर है। 2019 के चुनाव में 2014 से बेहतर परिणाम होंगे। चिराग ने कहा कि भारत की सेना ने देश के ज्यादातर हिस्सों से आतंकवाद को समाप्त कर दिया है। चिराग ने कहा कि प्रधानमंत्री जिस तरह युवाओं की सोच तक जाकर बात करते हैं, युवा उनसे जुड़ जाता है।
सवाल बिहार को आगे ले जाने का है : मनोज झा
दैनिक जागरण (बिहार) के स्थानीय संपादक मनोज झा ने कहा कि महामिलावटी या महाठगबंधन को मैं नहीं मानता। इस चुनाव में एक नैरेटिव बनाने की कोशिश की गई है। इसका असर क्या होगा यह तो चुनाव बाद पता चलेगा लेकिन आइडियोलॉजी के स्तर पर दोनों प्योर नहीं हैं। वे कहते हैं कि लोहिया ने कांग्रेस मुक्त देश की कल्पना की थी, लेकिन गैर कांग्रेसवाद की राजनीति करने वाले तमाम दल कांग्रेस के साथ हैं। इसमें जदयू को अपवाद माना जा सकता है।
मनोज झा ने कहा कि एनडीए एक व्यवहारिक गठबंधन है। जनता को भी इससे दिक्कत नहीं। भाजपा-जदयू 1995 से साथ हैं। वीपी सिंह सरकार के रहते हुए नीतीश कुमार का लालू प्रसाद से रास्ता अलग होता है, इसके बाद भाजपा से वैचारिक स्तर पर उनकी दोस्ती होती है और बाद में जार्ज फर्नांडिस की अगुवाई में दोनों साथ आते हैं, लेकिन महागठबंधन में संघर्ष ज्यादा हैं।
मनोज झा ने इसके उदाहरण दिए और स्पष्ट किया कि बड़ी बात यह है कि सवाल किसी भी गठबंधन के सही या गलत होने का नहीं है सवाल बिहार को आगे ले जाने का है।