Loksabha election2019 : मोदी सरकार के स्पष्ट बहुमत से फैसले लेने में होगी आसानी, दुनिया में बढ़ेगी भारत की धाक
Loksabha election2019 एक मजबूत और स्थाई सरकार के गठन से दुनिया में ना सिर्फ भारत की इज्जत बढ़ेगी बल्कि अहम रणनीतिक मुद्दों पर फैसला करने में भी आसानी होगी।
जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। आम चुनाव के परिणामों ने यह बात पक्की कर दी है कि पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में वर्ष 2014 में शुरू की गई आक्रामक कूटनीति की धार अगले पांच वर्षों में और तेज होगी। कूटनीतिक क्षेत्र के जानकार मान रहे हैं कि एक मजबूत और स्थाई सरकार के गठन से दुनिया में ना सिर्फ भारत की इज्जत बढ़ेगी बल्कि अहम रणनीतिक मुद्दों पर फैसला करने में भी आसानी होगी।
खासतौर पर तब जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनिश्चितता के बेहद घने बादल छाए हुए हैं और वैश्विक कारोबार के मौजूदा ताने-बाने में भारी बदलाव की दस्तक दी जा रही है। मोदी की अगुआई में भाजपा को भारी बहुमत मिलने के रूझान को देखते ही दुनिया भर के राष्ट्र प्रमुखों ने मोदी को बधाई देनी शुरू कर दी।
पीएम मोदी की सरकार के पहले पांच वर्षो के दौरान कूटनीतिक मोर्चे पर प्रदर्शन को अधिकांश लोग बेहतर मानते हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान के आतंकी चेहरे को घेरने के लिए किए गये अंतरराष्ट्रीय प्रयासों से लेकर डोकलाम सीमा पर विवाद होने के बावजूद चीन के साथ रिश्तों को सुधारने के लिए उनकी तरफ से व्यक्तिगत तौर पर की गई कोशिशें पहली बार भारतीय कूटनीति में की गई है।
इसके अलावा अमेरिका के साथ रणनीतिक रिश्तों को एक नए मुकाम पर पहुंचाने का मार्ग मोदी अपने पहले चरण में प्रशस्त कर चुके हैं। इसका परिणाम था कि पाक आतंकी मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करवाया जा सका। हालांकि, पहले चरण की उपलब्धियों के बावजूद मोदी की अगुवाई में गठित होने वाली आगामी सरकार की चुनौतियां कम नहीं होंगी।
आतंक के मुद्दे पर पाक को सुधारना : जिस तरह पड़ोसी देश पाकिस्तान में वहां की सेना ने पीएम इमरान खान पर दबाव बनाने की रणनीति अपनाई है उसे देखते हुए आगे भी मोदी के लिए सबसे बड़ी चुनौती पश्चिमी मोर्चे से ही उत्पन्न हो सकती है। अब देखना होगा कि राजग सरकार इसके लिए बातचीत का रास्ता अख्तियार करती है या अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने की मौजूदा रणनीति को और तेज करती है। एक दिन पहले बुधवार को ही भारत व पाक के विदेश मंत्रियों की मुलाकात हुई है।
ईरान और अमेरिका के बीच सामंजस्य बनाना : मोदी सरकार की यह ऐसी कूटनीति है जो सीधे तौर पर भारत की ऊर्जा व रणनीतिक सुरक्षा से जुड़ा है। भारत ने फिलहाल ईरान से तेल खरीदना बंद कर दिया है लेकिन अफगानिस्तान में पाक की घुसपैठ को थामने के लिए ईरान की जरूरत भी है। ईरान ने कई बार भारत की मदद की है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। दूसरी तरफ भारत को अमेरिकी मदद की भी जरूरत है। अगले महीने समूह-20 की बैठक में जब पीएम मोदी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलेंगे तो बातचीत में ईरान एक अहम मुद्दा होगा।
अमेरिका-चीन के ट्रेड वार में सामंजस्य बिठाना : दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वार चरम पर पहुंच चुका है। कई अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां ऐलान कर चुकी हैं कि इससे भारी वैश्विक मंदी आ सकती है। कुछ जानकार यह भी मान रहे हैं कि इससे भारतीय निर्यात की मंदी को दूर करने में भी मदद मिलेगी। जाहिर है कि मोदी सरकार को पूरे हालात पर तत्पर नजर रखनी होगी और अपनी नीतियों को बदलना होगा।
किसने क्या कहा
''मेरे दोस्त नरेंद्र मोदी, आपकी प्रभावशाली जीत पर हार्दिक बधाई। ये चुनाव नतीजे दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में आपके नेतृत्व को फिर से साबित करते हैं। आपको गठबंधन की जरूरत नहीं, लेकिन मुझे है। यह एक बहुत बड़ा अंतर है। ''
-बेंजामिन नेतन्याहू (प्रधानमंत्री, इजरायल)
''भारत के 17वें लोकसभा चुनाव में आपके (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की जीत के मौके पर मैं हार्दिक बधाई देना चाहता हूं।''
-शी चिनफिंग (राष्ट्रपति, चीन)
''मुझे यकीन है कि भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर आप (नरेंद्र मोदी) हमारे लोगों की सदियों पुरानी दोस्ती को और मजबूत करेंगे और रूस और भारत की रणनीतिक साझीदारी पर खास ध्यान देंगे।''
-व्लादिमीर पुतिन, राष्ट्रपति, रूस
''आम चुनाव में शानदार जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देता हूं। मोदी के साथ हाथ से हाथ मिलाकर जापान-भारत के संबंधों को प्रगाढ़ करने की इच्छा है।''
-एबी शिंजो (प्रधानमंत्री, जापान)
''आपकी जीत और आपके नेतृत्व को लोगों का दोबारा समर्थन मिलने पर बधाई देता हूं।''
-मैत्रिपाल सिरीसेन (राष्ट्रपति, श्रीलंका)
''मुझे भाजपा को जीत की हार्दिक बधाई और शुभकामना देने पर बेहद खुशी हो रही है।''
-रानिल विक्रमसिंघे (प्रधानमंत्री, श्रीलंका)
''लोकसभा चुनाव 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बड़ी जीत पर हार्दिक बधाई देता हूं। मैं आपके साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं।''
-केपी शर्मा ओली (प्रधानमंत्री, नेपाल)
''मैं बांग्लादेश की सरकार और लोगों की ओर से आपके प्रभावशाली नेतृत्व में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की जीत पर बधाई देती हूं।''
-शेख हसीना (प्रधानमंत्री, बांग्लादेश)
''मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जीत पर हार्दिक बधाई देता हूं। आने वाले सालों में उनके साथ काम करने की उम्मीद करता हूं।''
-लोते शेरिंग (प्रधानमंत्री, भूटान)
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