कैथल में मनोहर होली, इस तरह हो रही भगवा रंग में रंगने की तैयारी
कैथल में 20 मार्च को तीन घंटे तक कार्यकर्ताओं के बीच मुख्यमंत्री मनोहर लाल होली मनाएंगे। पहली बार कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र में होली मनाने के कई मायने हैं।
पानीपत/कैथल, [पंकज आत्रेय]। यूं तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल अक्सर कार्यकर्ताओं के साथ अनौपचारिक तालमेल रखते ही हैं, लेकिन इस बार वे कैथल में अलग ही मूड में दिखाई देंगे। 20 मार्च को भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मनोहर होली मनाई जाएगी। मुख्यमंत्री की पिचकारी में रंग बेशक चुनावी होंगे और राजनीतिक होली का जमकर गुलाल उड़ेगा।
कुरुक्षेत्र रोड पर अमृत फार्म इस होली मिलन समारोह के लिए बुक किया गया है। पार्टी के जिलाध्यक्ष अशोक गुज्जर और महामंत्री संजय भारद्वाज का दावा कि दस हजार से ज्यादा कार्यकर्ता मुख्यमंत्री के साथ होली मनाएंगे। मुख्यमत्री उनके बीच तीन घंटे तक रुकेंगे। यह पहला मौका होगा, जब मनोहर लाल कैथल में होली पर्व मनाएंगे।
कैथल ही क्यों?
कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र में नौ हलके हैं, जिनमें से चार कैथल जिले के अंतर्गत आते हैं। इनमें से सिर्फ एक ही हलके गुहला में भाजपा विधानसभा चुनाव जीत पाई थी। लिहाजा पार्टी की कमजोर नब्ज को भांपकर मुख्यमंत्री ने यहां फोक्स किया है। दूसरे, कैथल विधानसभा सीट को कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला का गढ़ माना जाता है। जींद उपचुनाव में भले ही वे तीसरे नंबर पर रहे हों, लेकिन कैथल में उनकी पकड़ ढ़ीली नहीं हुई है। इसके चलते भी मुख्यमंत्री ने कैथल को होली मिलन समारोह के लिए चुना है।
सैनी सिपहसलार मैदान में
लोकसभा चुनाव 2014 में भाजपा से राजकुमार सैनी सांसद बने थे। कुरुक्षेत्र सीट पर सैनी वोटों का आंकड़ा बड़ा है, जो नतीजों को प्रभावित करने का दमखम रखता है। राजकुमार सैनी के बागी होने और नई पार्टी से अपना उम्मीदवार उतारने की सूरत में कैथल के सैनी वोट बैंक को सहेज रखने की चुनौती है। इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नजदीकी श्रम एवं खनन राज्यमंत्री नायब सैनी और लाडवा के विधायक डॉ. पवन सैनी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। दोनों नेताओं ने रविवार को कैथल में सैनी समाज की बैठक भी ली।