छत्तीसगढ़ में विधायकों पर होगी कांग्रेस को बढ़त दिलाने की जिम्मेदारी
छत्तीसगढ़ में जिन पांच सीटों पर घोषित किए प्रत्याशी वहां 67 हजार से दो लाख तक लीड का लक्ष्य। राज्य का ट्रेंड रहा है कि प्रदेश में जिसकी सरकार उसे ही ज्यादा सीटें ।
नईदुनिया, रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशियों को बढ़त दिलाने की जिम्मेदारी विधायकों को दी गई है। जहां पार्टी के विधायक नहीं हैं, उन विधानसभा क्षेत्रों के विधानसभा प्रत्याशी इस काम की जिम्मेदारी संभालेंगे। अभी जिन पांच लोकसभा सीटों के लिए पार्टी ने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं, उन सीटों के प्रत्याशियों को 67 हजार से दो लाख वोट की बढ़त दिलाने का लक्ष्य तय किया गया है। छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के अब तक के नतीजों को देखा जाए, तो प्रदेश में जिस पार्टी की सरकार रही है, उसे ही ज्यादा सीटें मिलने का ट्रेंड रहा है।
2003 में प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी और 15 साल सत्ता में रही। इस बीच तीन लोकसभा चुनाव हुए। हर बार भाजपा को 11 में से 10 लोकसभा सीटों पर जीत मिलती रही। भाजपा को यह बढ़त तब मिलती रही, जब उसे कांग्रेस से 10 से 12 विधानसभा सीटें ज्यादा मिलती थीं। अभी 2018 के विधानसभा चुनाव में तस्वीर पूरी तरह बदल गई। कांग्रेस को भाजपा से 53 सीटें ज्यादा मिली हैं। इसके बावजूद कांग्रेस कोई लापरवाही नहीं करना चाह रही है।
कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण से लेकर रणनीति बनाने और प्रत्याशियों की घोषणा में अब तक कांग्रेस ही आगे चल रही है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया और पीसीसी अध्यक्ष व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधायकों की जिम्मेदारी पहले ही तय कर दी है। विधायकों से कहा गया है कि वह लोकसभा चुनाव में वैसी ही मेहनत करें, जैसी उन्होंने विधानसभा चुनाव में अपने लिए की थी। पार्टी विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में भी वोट का अंतर चाह रही है। अगर, कांग्रेस के विधायक वैसा ही अंतर बनाने में सफल रहे तो लोकसभा चुनाव में भी तस्वीर बदल सकती है।
तीन प्रत्याशियों पर खुद की सीट से बढ़त लेने की चुनौती
कांग्रेस के अब तक घोषित पांच प्रत्याशियों में से तीन तो वर्तमान विधायक हैं। इसमें सरगुजा लोकसभा सीट के प्रत्याशी खेलसाय सिंह प्रेमनगर, रायगढ़ लोकसभा सीट के प्रत्याशी लालजीत सिंह राठिया धर्मजयगढ़ और बस्तर लोकसभा सीट के प्रत्याशी दीपक बैज चित्रकोट के विधायक हैं।
खेलसाय प्रेमनगर विधानसभा सीट से 15340 वोट से चुनाव जीते। लालजीत धर्मजयगढ़ विधानसभा सीट से 40335 वोटों के अंतर से जीते। वहीं, चित्रकोट से बैज को 17770 वोट अधिक मिले थे। इन तीनों विधायकों के लिए चुनौती है कि वह लोकसभा चुनाव में अपने विधानसभा क्षेत्र से ऐसी ही बढ़त हासिल करें।