कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद के खिलाफ आचार संहिता का मुकदमा दर्ज
लाेकसभा चुनाव से पहले धौरहरा संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी जितिन प्रसाद आचार संहिता के उल्लंघन में फंस गए हैं।
सीतापुर, जेएनएन। लाेकसभा चुनाव से पहले धौरहरा संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद आचार संहिता के उल्लंघन में फंस गए हैं। जितिन प्रसाद द्वारा बिना पूर्वानुमति के सीतापुर के हरगांव कस्बा स्थित पर्यटन विभाग के अतिथि गृह में बैठक को जिला प्रशासन ने बेहद गंभीरता से लिया है।
बीते सोमवार (एक अप्रैल) की दोपहर आयोजित इस बैठक में करीब 60 लोग मौजूद थे। जिस पर मंगलवार (दो अप्रैल) को स्टैटिक मजिस्ट्रेट अभय कुमार माल्य ने जितिन प्रसाद के खिलाफ हरगांव थाने में आचार संहिता के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज कराया है।
स्टैटिक मजिस्ट्रेट ने बताया कि चुनाव में असामयिक असर डालने के लिए बिना पूर्व अनुमति के सरकारी भवन में सभा की जा रही थी। जिस पर धारा 171(च) के तहत आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज कराया गया है।
ऐसा रहा राजनीतिक सफर
जितिन प्रसाद सबसे पहले 2001 में भारतीय युवा कांग्रेस में सचिव बने थे। उन्होंने 2004 में अपने गृह लोकसभा सीट, शाहजहांपुर से 14वीं लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की। पहली बार जितिन प्रसाद को 2008 में केन्द्रीय राज्य इस्पात मंत्री नियुक्त किया गया। उसके बाद 2009 में वह 15वीं लोकसभा चुनाव लोकसभा धौरहरा से लड़े और जीते भी। वह 2009 से लेकर 2014 तक यूपीए सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में केन्द्रीय राज्यमंत्री रहे। जितिन प्रसाद शाहजहांपुर ,लखीमपुर तथा सीतापुर में काफी लोकप्रिय हैं। वह राहुल गाँधी की युवा ब्रिगेड के नामचीन चेहरे रहे हैं।