राजनीति में अजब-गजब पैतरे, पत्नी से लेकर बेटा-बेटी चुनावी मैदान में उतरे
प्रत्याशियों के लिए जीत के लिए परिजन भी दिन रात एक कर रहे हैं। पत्नी से लेकर बेटा-बेटी तक जनता के बीच में जाकर वोट मांग रहे हैं।
पानीपत, जेएनएन। कहते हैं कि सफल पुरुष के पीछे महिला का हाथ होता है। फिर चाहे वो मां, पत्नी या बेटी ही क्यों न हो। देश की सबसे बड़ी पंचायत संसद में पहुंचने के लिए पुरुष नेता जहां एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं, वहीं उनके परिवार की महिला सदस्य भी कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं। सुबह उठकर प्रचार शुरू करना हो या देर रात तक घर पहुंचने वालों के लिए खाने का इंतजाम करना हो, बिना थके -बिना रुके चुनावी दौड़ में शामिल हैं।
जीटी रोड बेल्ट पर अंबाला, कुरुक्षेत्र और करनाल में चुनावी माहौल तपते ही प्रत्याशियों के परिवार की महिलाएं एक तरह से उनका कवच बनकर चुनावी मैदान में उतर गई हैं। हां, अंबाला में कांग्रेस से कुमार सैलजा अविवाहित हैं। अंबाला में इनके जानकार प्रचार में डटे हैं। जगह-जगह क्या हैं प्रचार के रंग, पढ़ें ये रिपोर्ट..।
कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप शर्मा की पत्नी नीलम शर्मा
करनाल से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व विधानसभा स्पीकर कुलदीप शर्मा के साथ साथ उनकी पत्नी नीलम शर्मा भी कदमताल कर रही हैं। वह लोगों की समस्याओं को तुरंत डायरी पर लिख लेती हैं। वह बताती हैं कि सुबह उठकर पति कुलदीप शर्मा के साथ जिम जाती हैं। पूजा करती हैं। ब्रेकफास्ट पर चर्चा कर लेते हैं। संतुलित भोजन पर खास ध्यान दिया जाता है, ताकि व्यस्त जीवन में खानपान का असर नहीं आए। इसके बाद सुबह सात बजे जनसंपर्क अभियान पर निकल जाती हैं। रात आठ बजे घर आती हैं। इसके बाद रसोई में जरूर जाती हैं।
जेजेपी और आप गठबंधन के प्रत्याशी पूर्व डीजीपी पृथ्वीराज की पत्नी एडवोकेट रंजीता राज
अंबाला लोकसभा सीट से जेजेपी और आप गठबंधन के प्रत्याशी हैं हिमाचल प्रदेश के पूर्व डीजीपी पृथ्वीराज। उनकी पत्नी एडवोकेट रंजीता राज प्रचार में लगी हैं। उनका कहना है कि वह पति के खाने का ध्यान खुद रखती हैं। पति चुनाव इसलिए जीतें, क्योंकि वे शुरू से ही समाज को नई दिशा देना चाहते हैं। उनका मन है कि कोई भी व्यक्ति उनके पास आए तो वे उसकी मदद करें। डीजीपी रहते हुए बहुत लोगों की मदद की। कुछ काम ऐसे हैं, जो राजनीति में आकर ही संभव हैं। उनका पूरा साथ दे रही हैं।
भाजपा प्रत्याशी रतनलाल कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया
अंबाला लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी रतनलाल कटारिया के लिए उनकी पत्नी बंतो कटारिया ने भी चुनाव प्रचार की कमान संभाल ली है। पति के लिए इन दिनों नुक्कड़ सभाओं में वोट मांग रही हैं। वे कहती हैं कि पति के खाने की चिंता तो रहती है लेकिन चुनाव प्रचार के दौरान ही खाना खा लेते हैं। कई बार दोनों ही चुनाव प्रचार में एक साथ होते हैं तो कई बार अलग-अलग चुनाव प्रचार के लिए जाते हैं। अब खाने की चिंता से ज्यादा जनता की फिक्र है। कहीं पर भी समय मिलता है तो थोड़ा बहुत खाना खा लेते हैं। पति के जीतने से लोकसभा क्षेत्र में विकास कार्य और तेजी से होंगे। विकास कार्य पहले भी कराए हैं।
कुरुक्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल की बेटी चित्र सरवारा
कुरुक्षेत्र में कांग्रेस के प्रत्याशी निर्मल सिंह की बेटी चित्र सरवारा अपने पिता के साथ चुनावी मैदान में हैं। वह पहले दिन से ही अपने पिता के साथ खड़ी हैं और प्रचार की पूरी कमान संभाल रही हैं। चित्र सरवारा कवरिंग कैंडिडेट भी थीं। छंटनी के दौरान खामी मिलने पर नामांकन रद हो गया था। चित्र सरवारा दिन भर प्रचार के साथ-साथ चुनावी कार्यालयों में काम काज पर भी नजर रखे हुए है। उनके पिता को टिकट मिलते ही वह घर के सभी कामकाज छोड़कर चुनावी मैदान में है। चित्र डिजाइनर हैं। वालीबॉल खिलाड़ी रही हैं। इनके पति गोल्फ खिलाड़ी हैं।
भाजपा प्रत्याशी संजय भाटिया की पत्नी अंजू भाटिया
करनाल लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी हैं संजय भाटिया। उनकी पत्नी अंजू भाटिया पिछले कई दिन से प्रचार में जुटी हैं। अंजू भाटिया कहती हैं कि किचन को संभालना मेरी दिनचर्या में शामिल है। अब किचन से दूरी बन गई है। सुबह नौ बजे जनसंपर्क अभियान पर निकल जाती हैं। तमाम व्यस्तताओं के बीच वह रोज स्नान के बाद मंदिर में दीया जलाना नहीं भूलतीं। एक दिन में बीस से ज्यादा गांवों में पहुंच रही हैं। संजय को वोट क्यों दें, इस सवाल पर अंजू ने कहा कि उनके पति को पक्ष ही नहीं, विपक्ष के लोग भी पसंद करते हैं। भाजपा की जीत निश्चित है।
इनेलो के अर्जुन के प्रचार में मां कांता
इनेलो की ओर से अर्जुन चौटाला को कुरुक्षेत्र से प्रत्याशी बनाए जाने पर उनकी मां कांता चौटाला भी मैदान में उतर आई हैं। अर्जुन का यह पहला चुनाव है। प्रचार में कहती हैं अजरुन आपका बेटा और भाई है। वह पहली बार चुनावी मैदान में उतरा है, इसीलिए वह आप लोगों के बीच पहुंची हैं। घर के सारे काम-काज अब अन्य परिचितों की देखरेख में चल रहे हैं।
भाजपा प्रत्याशी नायब सिंह सैनी की पत्नी सुमन सैनी
कुरुक्षेत्र में भाजपा के प्रत्याशी नायब सिंह सैनी की पत्नी सुमन सैनी चुनावी माहौल में रंग गई हैं। वह हर रोज सुबह से शाम तक पति के लिए प्रचार कर रही हैं। केवल लोकसभा क्षेत्र में ही नहीं, अपने पति की अनुपस्थिति में नारायणगढ़ विधानसभा में भी भाजपा का प्रचार कर रही हैं। घर के माहौल के चलते उन्होंने भी जनता के बीच जाने के गुर सीख लिए हैं। अब घरेलू कामकाज परिचितों के हवाले छोड़कर दिनभर पति के लिए प्रचार में जुटी रहती हैं।
जेजेपी और आप गठबंधन के प्रत्याशी कृष्ण कुमार अग्रवाल की पत्नी सारिका
गृहिणी सारिका अग्रवाल अपने पति कृष्ण कुमार अग्रवाल के लिए डोर टू डोर कैंपेन कर रही हैं। वह आम आदमी पार्टी और जननायक जनता पार्टी गठबंधन के करनाल लोकसभा सीट से प्रत्याशी हैं। सारिका की दिनचर्या अब बदल गई है। बच्चों को स्कूल भेजने के बाद चुनाव प्रचार में निकल जाती हैं। दस महिलाएं भी उनके साथ होती हैं। पति की जीत के लिए सुबह 2 घंटे प्रचार में बीत जाता है। स्कूल की पढ़ाई छूट न जाए, इसलिए दोनों बेटों को साथ में नहीं ले जातीं। सारिका ने बताया कि पति दिन का खाना चुनाव प्रचार के दौरान ही खा लेते हैं। रात में घर पर सब एकसाथ बैठकर खाते हैं।
जेजेपी और आप गठबंधन के प्रत्याशी डीडी की पत्नी कृष्णा देवी
कुरुक्षेत्र में जेजेपी और आप गठबंधन के प्रत्याशी जयभगवान शर्मा डीडी की पत्नी कृष्णा देवी भी चुनावी मैदान में हैं। वह सुबह ही घर के काम को लेकर निर्देश जारी कर निकल रही हैं। देर रात घर लौट रही हैं। उनका कहना है कि चुनावों के दिन हैं, ऐसे में परिवार व समर्थक सभी को प्रयास करने होंगे। वह कई दिनों से कैथल जिले के गांवों में प्रचार पर हैं। अब उन्हें घर के चूल्हे-चौके की कोई चिंता नहीं है।
महिला टीम का ये फायदा
महिलाएं अपनी बात बिना हिचक के रख सकती हैं। अंबाला में एक महिला ने कहा कि पति उनकी पेंशन की बात नहीं करते थे। वोट मांगने नेता की पत्नी आई तो उसे समस्या बताई। आश्वासन दिया है कि जल्द पेंशन बन जाएगी।
एक जगह विवाद हो गया
कुरुक्षेत्र के एक गांव में महिलाओं ने शिकायत कर दी कि यहां पर असामाजिक तत्व परेशान करते हैं। जो महिलाएं चुप रहती थी, उन्होंने भी वोट मांगने आई नेताजी की पत्नी के सामने दुखड़ा सुनाया।
क्या आप जानते हैं प्रदेश में कितनी महिला मतदाता हैं
हरियाणा में 12 मई को मतदान होगा। गुडग़ांव संसदीय क्षेत्र में सबसे अधिक मतदाता हैं। यहां इनकी संख्या 21 लाख 39 हजार 930 है। इस बार कुल 1 करोड़ 79 लाख 51 हजार 37 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 96 लाख 14 हजार 720 पुरुष और 83 लाख 36 हजार 110 महिला मतदाता हैं। 207 किन्नर हैं। राज्य में 1 लाख 1 हजार 796 पुरुष और 4063 महिला सर्विस मतदाता हैं। कुल मतदान संख्या 1 करोड़ 80 लाख 56 हजार 896 बनती है।
इनेलो प्रत्याशी धर्मवीर सिंह की पत्नी कलावती
करनाल सीट से इनेलो प्रत्याशी धर्मवीर सिंह की पत्नी कलावती के लिए सक्रिय राजनीति में कदम आगे बढ़ाना पहला अनुभव है। कहती हैं कि हमें सीधी और स्पष्ट बात करनी आती है। गांव के लोग हैं तो झूठ बोलना बिल्कुल पसंद नहीं है। मूल तौर पर पाढ़ा गांव के निवासी धर्मबीर सिंह देर रात को घर आते हैं। इसी बीच पत्नी कलावती को उनकी सेहत की पूरी चिंता रहती है। वह उन्हें घर का ही खाना देती हैं। सुबह ही दोपहर का भोजन तैयार करती हैं। खाने से कोई समझौता नहीं करने देती। खुद भी पड़ोसी की महिलाओं से चर्चा करने के बाद उनके साथ जनसंपर्क पर निकल जाती हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी सैलजा ने खुद संभाला मोर्चा
अंबाला लोकसभा सीट से कांग्रेस की प्रत्याशी सैलजा अविवाहित हैं। अंबाला छावनी और शहर से विधानसभा चुनाव का टिकट लेने के इच्छुक महिला और पुरुष, दोनों ही इस समय चुनाव प्रचार में जुटे हैं। इन सभी दावेदारों ने क्षेत्र भ्रमण कर पकड़ बनाना शुरू कर दिया है। बता दें कि कुमारी सैलजा अंबाला में पहले भी सांसद चुनी जा चुकी हैं। सोनिया गांधी की नजदीकी मानी जाती हैं। इसी वजह से यहां के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लगता है कि सैलजा की मदद करने से विधानसभा चुनाव में वह अपने के लिए पार्टी का टिकट तो पक्का कर ही लेंगे।
(रिपोर्ट- अंबाला से दीपक बहल, यमुनानगर से पोपीन पंवार, कुरुक्षेत्र से विनोद चौधरी, करनाल से अश्विनी शर्मा, पानीपत से अरविन्द झा)