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भरतपुर में मुकाबले को त्रिकोणीय बना रही बसपा, कांग्रेस और भाजपा ने नये चेहरे उतारे मैदान में

Lok Sabha Election 2019 राजस्थान के भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा को बसपा कड़ी टक्कर दे रही है। आजादी से पूर्व भरतपुर में जाट राजाओं का शासन हुआ करता था।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 04 May 2019 04:32 PM (IST)Updated: Sat, 04 May 2019 04:32 PM (IST)
भरतपुर में मुकाबले को त्रिकोणीय बना रही बसपा, कांग्रेस और भाजपा ने नये चेहरे उतारे मैदान में
भरतपुर में मुकाबले को त्रिकोणीय बना रही बसपा, कांग्रेस और भाजपा ने नये चेहरे उतारे मैदान में

भरतपुर, नरेन्द्र शर्मा। उत्तरप्रदेश के आगरा और मथुरा जिलों से सटे राजस्थान के भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) कड़ी टक्कर दे रही है। आजादी से पूर्व भरतपुर में जाट राजाओं का शासन हुआ करता था।

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जाट शासक महाराज सूरजमल ने इस शहर की स्थापना की और उन्ही के वशंज विश्वेंद्र सिंह वर्तमान में अशोक गहलोत सरकार में पर्यटन मंत्री है। देश के प्रसिद्ध पक्षी अभयारण्य के कारण भी भरतपुर की अपनी अलग पहचान है। इस सीट पर मतदान होने में अब सिर्फ तीन दिन बचे है।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी,भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और बसपा सुप्रीमो मायावती अपनी-अपनी पार्टियों के प्रत्याशियों के पक्ष में यहा चुनाव सभाओं को संबोधित कर चुके है। एससी के लिए आरक्षित इस सीट पर भाजपा ने वर्तमान सांसद बहादुर सिंह कौली का टिकट काटकर नये चेहरे रंजीता कौली को मैदान में उतारा है,वहीं कांग्रेस ने भी नये चेहरे अभिजीत कुमार को टिकट दिया है। अभिजीत कुमार पूर्व राजस्व अधिकारी है।

बसपा ने यहां से सूरज यादव को प्रत्याशी बनाया है। बसपा के मैदान में उतरने के कारण मुकाबला त्रिकोणीय नजर आ रहा है। करीब चार माह पूर्व संपन्न विधानसभा चुनाव के आधार पर विश्लेषण करें तो यहां कांग्रेस का पलड़ा भारी नजर आता है। कांग्रेस ने क्षेत्र 8 में से 6 विधानसभा सीटें जीतने के साथ ही तीन को मंत्री बनाया।

भाजपा का गणित

एंटीइंकमबेंसी का असर कम करने के लिए उम्मीदवार बदला। रंजीता कोली तीन बार सांसद रह चुके गंगाराम की पुत्रवधु है। इसका उन्हे लाभ मिल सकता है। एससी वर्ग में काली जाति के एकजुट होने के साथ ही भाजपा के परंपरागत सवर्ण वोट बैंक पर जीत की उम्मीद टिकी हुई है ।

कांग्रेस की रणनीति

जाट बहुल इस क्षेत्र में पूर्व राजपरिवार का दबदबा आज भी कायम है । यहां के पूर्व महाराजा विश्वेंद्र सिंह कांग्रेस सरकार में मंत्री है । विश्वेंद्र सिंह की जाट समाज में मजबूत पकड़ का लाभ अभिजीत कुमार को मिल सकता है । यहां मेव समाज से भी कांग्रेस को उम्मीद है । भरतपुर से गहलोत सरकार में तीन मंत्री है ।

पिछले लोकसभा चुनाव का परिणाम

बहादुर सिंह कोली (भाजपा) 579825

डॉ. सुरेश जाटव (कांग्रेस) 334357

जीत का अंतर 245468  

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