Lok Sabha Election 2019 : ..तो ऐसे चढ़ा बॉलीवुड पर चुनावी रंग
वैसे तो हर बार चुनावों से पहले बॉलीवुड का राजनीति से रिश्ता थोड़ा ज्यादा प्रगाढ़ हो जाता है लेकिन इस बार की बात कुछ और है। ऐसा लग रहा है कि पूरा बॉलीवुड ही चुनावी रंग में रंग गया है।
जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ल्ली। देश में राजनीति और बॉलीवुड का रिश्ता वैसे तो काफी पुराना है, लेकिन अब इस रिश्ते में और निकटता दिखने लगी है। राजनीतिक क्षेत्र की घटनाओं पर बिकने वाली फिल्में बन रही हैं। वैसे तो हर बार चुनावों से पहले बॉलीवुड का राजनीति से रिश्ता थोड़ा ज्यादा प्रगाढ़ हो जाता है, लेकिन इस बार की बात कुछ और है। ऐसा लग रहा है कि पूरा बॉलीवुड ही चुनावी रंग में रंग गया है।
फिल्में मचा चुकी हैं धमाल
पिछले चुनाव से पहले यंगिस्तान, ओ तेरी जैसी फिल्में आईं थीं जिनकी पृष्ठभूमि राजनीतिक थी। इस बार यह रिश्ता और प्रगाढ़ होता दिख रहा है। पिछले दो माह में चार फिल्में ऐसी रिलीज हुईं हैं जिन पर जमकर राजनीति हुई है। द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर, ठाकरे, उरी और मणिकर्णिका। इनमें से दो फिल्में देश की राजनीति से जुड़े दो प्रमुख व्यक्तियों से संबंधित थीं। चुनाव से पहले भी राजनीतिक पृष्ठभूमि वाली कम से कम चार फिल्में रिलीज होसकती हैं।
राष्ट्रप्रेम का जोर
बॉलीवुड के इतर दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग में भी राजनीति पर आधारित कुछ फिल्मों को रिलीज करने की तैयारी है। राष्ट्रवादी भावनाओं से ओतप्रोत एक फिल्म जो सबसे पहले रिलीज की जा रही है, वह होगी ‘केसरी’। 21 मार्च को यह रिलीज हो रही है। पुलवामा हमले के बाद देश के माहौल को देखते हुए इसके सफल होने की उम्मीद ज्यादा है। दक्षिण भारत में मोहनलाल की आगामी फिल्म लुसीफायर भी गंभीर राजनीतिक संदेश लिये हुए है।
‘पीएम नरेंद्र मोदी’ पर खास नजर
इस पूरे माहौल में जिस फिल्म पर सबसे ज्यादा नजर होगी वह है ‘पीएम नरेंद्र मोदी’। अभिनेता विवेक ओबराय इसमें पीएम नरेंद्र मोदी की भूमिका को जीवंत करने की कोशिश करेंगे। राकेश ओमप्रकाश मेहरा की ‘मेरे प्यारे प्राइम मिनिस्टर’ भी देश की राजनीति को बच्चों की निगाहों से देखने की कोशिश है, जो जल्द ही रिलीज की जाएगी। इसके अलावा मुंबई फिल्म उद्योग में बाटला हाउस, ताशकंद फाइल्स व प्रस्थानम जैसी फिल्मों पर भी काम चल रहा है। ये फिल्में सीधे तौर पर या परोक्ष तौर पर देश की राजनीति पर टिप्पणी करती हैं।
हाउ इज द जोश...
सर्जिकल स्ट्राइक पर बनी फिल्म उरी का डायलॉग इन दिनों आम लोगों ही नहीं दिग्गज नेताओं की जुबां पर भी है। चुनावी रैलियों में इसका जमकर इस्तेमाल हो रहा है। ‘हाउ इज द जोश’ के जोश से पीएम मोदी भी अछूते नहीं है। वैसे इस ट्रेंड की शुरुआत का श्रेय मोदी को जाता है। मोदी ने 19 जनवरी
को मुंबई स्थित नेशनल म्यूजियम ऑफ इंडियन सिनेमा का उद्धघाटन किया था। इस मौके पर बॉलीवुड कलाकारों को संबोधित करते हुए पीएम ने डायलॉग से ही अपनी बात शुरू की और लोगों से पूछा- ‘हाउ इज द जोश?’ इसके जवाब में लोगों ने ताली बजाते हुए कहा ‘हाई सर’।