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कर्ण की धरा पर सियासी चाल, बगावत की जमीन मजबूत कर रहे अरविंद शर्मा

भाजपा में शामिल होने के बावजूद करनाल से टिकट न मिलने का मलाल लिए अरविंद शर्मा अब बगावती जमीन को मजबूत करने में लगे हैं। यही वजह है कि अब वे विकल्प तलाश रहे हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Thu, 11 Apr 2019 02:52 PM (IST)Updated: Thu, 11 Apr 2019 03:06 PM (IST)
कर्ण की धरा पर सियासी चाल, बगावत की जमीन मजबूत कर रहे अरविंद शर्मा
कर्ण की धरा पर सियासी चाल, बगावत की जमीन मजबूत कर रहे अरविंद शर्मा

पानीपत/करनाल, जेएनएन। भाजपा में शामिल हुए करनाल के पूर्व सांसद अरविंद शर्मा एक बार फिर बागी होने की तैयारी में हैं। इस बार वह मजबूती से कदम उठाना चाह रहे हैं। यही वजह है कि वह ब्राह्मण समुदाय की नब्ज को लगातार टटोल रहे हैं। वहीं ब्राह्मण समुदाय का एक बड़ा तबका करनाल को पारंपरिक ब्राह्मण सीट होने की बात कहते हुए उनका पक्ष ले रहा है। इसे ही आधार बनाकर वह राजनीतिक जमीन ढूंढ रहे हैं।

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अरविंद शर्मा के सामने समस्या यह है कि वह करनाल लोकसभा छोडऩा नहीं चाह रहे हैं। भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया। पांच साल से एक अदद जीत के लिए तरस रहे पूर्व सांसद ने कई पापड़ बेल लिए। भाजपा में जाने के पीछे भी यही एक वजह थी। राजनीति विश्लेषकों का कहना है कि 2014 से वह राजनीति की हवा का रुख और मिजाज भांपने में मात खा रहे हैं। अब अपनी चूक को ठीक करने के लिए वह बागी होने की सोच रहे हैं, लेकिन विकल्प बेहद कम है। कांग्रेस हो सकती थी, लेकिन बताया जा रहा है कि वहां उनकी बात नहीं बन रही है।

क्यों अरविंद हाशिये पर आ गए
वह करनाल को ही सेफ जोन मान रहे हैं। लगातार हार से उनका आत्मविश्वास डगमगा रहा है। यहीं वजह है कि वह दूसरी जगह जाने का रिस्क नहीं उठा पा रहे हैं। इसलिए घूमफिर कर करनाल सीट पर ही आना चाह रहे हैं। उनकी यह कमजोरी सार्वजनिक हो गई। दूसरी वजह यह है कि करनाल छोड़कर वह न तो दूसरी जगह अपनी पैठ बना पाए, न कोई ऐसा मंच जिससे वह खुद को महफूज महसूस कर सकें।

विकल्प है क्या?
बहुत थोड़े। एक तो यह है कि वह आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ लें, लेकिन दिक्कत यह है कि इससे जीत मुश्किल नजर आ रही है। दूसरा यदि प्रदर्शन उम्मीद से भी नीचे रहा तो आगे के राजनीतिक करियर का क्या होगा? यह सवाल भी उन्हें मथ रहा है। अब दो ही विकल्प उनके सामने हैं। इनेलो और जजपा। वहां से वह अपने लिए एक अदद टिकट का जुगाड़ कर सकते हैं।

समर्थक दे रहे घर वापसी की सलाह
ज्यादातर समर्थक उन्हें घर वापसी की सलाह दे रहे हैं। फिलहाल उनकी सियासी नाव नाउम्मीदी के भंवर में गोते खा रही है। देखना होगा कि किनारा मिलता है या फिर...।

राहुल गांधी से मुलाकात करेगा ब्राह्मण समाज
अरविंद शर्मा को टिकट नहीं मिलने से खफा ब्राह्मण समाज ने संजय कॉलोनी स्थित परशुराम धर्मशाला में बैठक कर भाजपा को लोकसभा और विधानसभा चुनावों में सबक सिखाने की चेतावनी दी। 51 सदस्यीय कमेटी गठित की गई जो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और जजपा नेता दुष्यंत चौटाला से मिलकर अरविंद शर्मा के लिए टिकट मांगेगी।


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