कर्नाटक: कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन से एक और कांग्रेसी विधायक नाराज, हो सकते हैं भाजपा में शामिल
मंगलवार को पत्रकारों ने उनसे गठबंधन से इस्तीफे देकर भाजपा में शामिल होने को लेकर सवाल भी पूछा था।
बेंगलुरु (पीटीआइ)। कर्नाटक में कांग्रेस-जेडी (एस) गठबंधन सरकार पर एक और मुसीबत आने वाली है, गोकक से कांग्रेस के असंतुष्ट विधायक रमेश जारकीहोली पार्टी छोड़ सकते हैं। जारकीहोली ने कथित तौर पर चिक्कोडी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के लिए प्रचार किया था, मंगलवार को पत्रकारों ने उनसे गठबंधन से इस्तीफे देकर भाजपा में शामिल होने को लेकर सवाल भी पूछा था।
रमेश जारकीहोली ने जवाब देते हुए कहा, 'तकनीकी रूप से मैं अभी भी कांग्रेस में हूं। मैं कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद फैसला लूंगा। मैंने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है।'
जारकीहोली ने अपने छोटे भाई और वन और पर्यावरण मंत्री सतीश जारखोली के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की, जिन्होंने दो दिन पहले ही उन्हें खुलकर सामने आने को कहा था और कांग्रेस से इस्तीफा देने की बात कही थी।
जवाब में रमेश जारकीहोली ने कहा, 'मैं छुपकर अंधेरे में वार नहीं करता, मैं कायर नहीं हूं। वह (सतीश जारकीहोली) अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं।'
गोकक के विधायक रमेश और तीन अन्य कांग्रेसी विधायक तब से परेशान थे जब दिसंबर में रमेश जारकीहोली को मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया गया था। कांग्रेस के चार असंतुष्ट विधायक, रमेश जारकीहोली, डॉ. उमेश जाधव, बी नागेंद्र और डॉ. महेश कुमथल्ली ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक और विधानसभा बजट सत्र में भाग लेने के लिए पार्टी की ओर से जारी किए गए व्हिप को खारिज कर दिया था।
इसे गंभीरता से लेते हुए कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर दलबदल विरोधी कानून के तहत विधानसभा से उनकी अयोग्यता की मांग की। इस बीच, जाधव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए।