चुनाव से पहले शिअद को झटका, सांसद शेर सिंह घुबाया ने पार्टी छोड़ी
लंबे समय से निलंबित चल रहे अकाली नेता व फिरोजपुर के सांसद शेर सिंह घुबाया ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। लंबे समय से निलंबित चल रहे अकाली नेता व फिरोजपुर के सांसद शेर सिंह घुबाया ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। घुबाया को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। अब घुबाया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
पार्टी से निलंबन से पूर्व घुबाया ने कहा था कि उनकी लंबे समय से सुखबीर के साथ न तो कोई मीटिंग हुई है न ही बातचीत। न ही पार्टी उन्हें किसी कार्यक्रम में बुलाती है। यहां तक कि प्रधानमंत्री की मलोट रैली में भी उन्हें न्यौता नहीं दिया गया था। जब इतनी नाराजगी थी तो उन्हें पार्टी से सस्पेंड क्यों नहीं किया जा रहा? इसके बाद उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।
पिछले दस सालों से फिरोजपुर संसदीय सीट से शेर सिंह घुबाया सांसद हैं। इससे पहले जलालाबाद विधानसभा सीट से वह तीन बार विधायक रह चुके हैं। तीसरी बार उन्होंने सुखबीर सिंह बादल के लिए जलालाबाद से विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था और बाद में फिरोजपुर से संसदीय चुनाव लड़ा था। पिछले लगभग दो वर्ष से
उनका सुखबीर बादल के साथ मनमुटाव चल रहा था, इसी कारण उन्हें पार्टी के कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाता था।
रोषस्वरूप उन्होंने अब लोकसभा चुनाव चुनाव से ठीक पहले पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले 2017 में उन्होंने अपने पुत्र दविंदर घुबाया को कांग्रेस टिकट दिलाकर विधानसभा पहुंचाया था। इस्तीफे का कारण बताते हुए घुबाया ने कहा कि वह सुखबीर सिंह बादल की गलत नीतियों के कारण ही पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं। इसके बाद अब यह कयास भी शुरू हो गए हैं कि अब वह कौन सी पार्टी से चुनाव लड़ेंगे।