Lok Sabha Polls 2019 : पार्टी कोई भी हो, रोड की दे गारंटी तो देंगे वोट
Lok sabha polls 2019. सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र के जगन्नाथपुर के मोगरा पंचायत के गांव मोंगरा के टोला चोटोसाई और मधुबासा के लोगों का कहना है कि वे रोड की गारंटी पर ही वोट देंगे।
जगन्नाथपुर(पश्चिमी सिंहभूम),विशाल गोप। खराब सड़क से मुक्ति पाने का इंतजार करते-करते करीब 15 साल हो चुके हैं। नेताओं का काम बस आश्वासन से चलता रहा और सड़क की हालत बद से बदतर होती चली गई। यह हाल मोगरा पंचायत के गांव मोंगरा के टोला चोटोसाई और मधुबासा का है। इन टोलों में पहुंचने के लिए दो किलोमीटर की खराब सड़क से गुजरने के अलावा कोई चारा नहीं। वहीं चोटोसाई में विधायक निधि से बनी पीसीसी सड़क भी काफी खराब स्थिति से गुजर रही है।
सड़क के साथ बिजली-पानी की समस्या : खराब सड़क को लेकर समस्याग्रस्त मधुबासा के ग्रामीणों के लिए बिजली, पानी, रोजगार आदि की समस्या भी कम नही है। चोटोसाई में लगे सात चापाकल में चार ही चल रहे हैं। बिजली के खंभे की लाइट महीनों से खराब है। गर्मी में लोग नाला पर चुआं बना कर पानी पीने के लिए मजबूर होते हैं। अहले सुबह करीब एक किलोमीटर दूर चुआं से पानी लाना महिलाओं की दैनिक जिम्मेदारी है। हालांकि दो कुंए हैं लेकिन गर्मी के दस्तक देते ही इनका जलस्तर नीचे चला जाता है। मधुबासा टोला में करीब 20 परिवार हैं। गांव के लोगों को काम नही मिलता। बिजली है। बिल भी देते हैं पर लो वोल्टेज की समस्या हमेशा रहती है।
क्या कहते हैं चोटोसाई व मधुबासा के ग्रामीण
चोटोसाई के ग्रामीण वरुण कुमार गोप, बुधराम गोप, सुरेन गोप और आनामो गोप का कहना है कि सड़क निर्माण की मांग को लेकर कई बार स्थानीय विधायक गीता कोड़ा के पास गए। सिर्फ आश्वासन ही मिलता रहा। सड़क इतनी खराब है कि पैदल चलना भी मुश्किल है। चुनाव के समय सभी कहते है विकास होगा पर उसके बाद नेताओं के दर्शन दुर्लभ हो जाते हैं। इधर चोटोसाई से करीब आधा किलोमीटर दूर स्थित मधुबासा के ग्राम संगठन की कोषाध्यक्ष भानूमति लागुरी, मोती कई और गुरुवारी कुई ने कहा है हमारा टोला काफी पिछड़ा है। हमारे विधायक करीब 2 साल पहले मोंगरा जलापूर्ति योजना का शिलान्यास करने आये थे। उनसे भी सड़क की मांग की लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ। दूसरे टोलों के विकास की बात सुनकर दुख होता है। आज लोग यहां बसने लगे हैं लेकिन समस्या की सुधि लेने कोई नहीं ।
समस्याओं से जूझ रहे चोटोसाई के 200 परिवार
चोटोसाई में करीब 160 घर में 200 परिवार रहते हैं। यहां सात चापाकल में चार खराब हो चुके हैं। दो कुंए पानी की जरूरत पूरी नहीं कर पाते। मेड़साढ़, मोंगोदोरो, दुपायबेड़ा करीब एक किलोमीटर दूर महिलाएं पानी लाने जाती हैं।