रिहर्सल में पिछले दरवाजे से खिसकने वाले अधिकारी सावधान, चुनावी ड्यूटी नहीं कटेगी
सेक्टर 12 स्थित एसडीवीएम में पीठासीन अधिकारियों और उनकी पोलिंग टीम के साथ जिला निवार्चन अधिकारी एवं डीसी सुमेधा कटारिया ने बैठक की।
पानीपत, [अरविन्द झा]। रिहर्सल के दौरान ऑडिटोरियम के पिछले दरवाजे से खिसकने वाले पीओ और एपीओ की ड्यूटी किसी शर्त पर नहीं कटेगी। पीठासीन अधिकारी पूरी टीम सहित नेक नियति से चुनावी प्रक्रिया में योगदान दें। उन्हें सुरक्षा और सुविधा उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी प्रशासन पर है। मतदान केंद्र तक मतदाता इस बार मोबाइल फोन नहीं ले जा सकेंगे। सेक्टर 12 स्थित एसडीवीएम में पीठासीन अधिकारियों और उनकी पोङ्क्षलग टीम की जिला निवार्चन अधिकारी एवं डीसी सुमेधा कटारिया ने बैठक ली।
डीसी ने कहा कि कुकिंग की पुस्तक पढऩे से खाना पकाना नहीं आता है। स्वीमिंग में भी ऐसा ही है। पुस्तक पढ़ लेने या मंच से बता देने पर आप सब कुछ नहीं जान सकते हैं। चुनावी प्रक्रिया ऐसी ही है। टीम मुखिया के रूप में पीठासीन अधिकारियों को बूथ पर बैठकर जिम्मेवारी निभानी है। हैंड बुक उनके लिए गीता, कुरान और बाइबिल के समान है। जब हम पढ़ते हैं तो हाथों से नोट्स बनाते हैं। चाहे कोई प्रक्रिया हो वो सीखने की साक्षी रही है। चुनाव में उसी तरह दोहराना जरूरी है।
वोट डालने का पढ़ाया पाठ
डीसी ने कहा कि चुनाव के दिन पहला कर्तव्य है कि सभी अधिकारी वोट जरूर डालें। 100 फीसद मतदान की प्रतिबद्धता को लेकर चलें। पोलिंग स्टाफ भी शत-प्रतिशत वोटिंग करें। पहली बार वोट डालने वाले 12 मतदाताओं सहित पोलिंग पार्टियों को डीसी ने शपथ भी दिलाई।
पहली बार वोट डालेंगे 4862 दिव्यांग वोटर
पानीपत जिले में पहली बार 4862 दिव्यांग वोटर मत डालेंगे। इनकी सहायता के लिए सहायक रिटर्निंग अधिकारी की देखरेख में वॉलंटियर्स की नियुक्ति की गई है। डांसर राधे की वीडियो इन वोटरों को प्रोत्साहित करेगी।
पानीपत से स्थापित करें परंपरा
डीसी ने कहा कि चुनाव के इस महापर्व में पानीपत जिले में 4 एआरओ की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रजातंत्र के प्रहरी बन कर कीर्तिमान स्थापित करने की परंपरा बनाएं। पानीपत की इस युद्ध भूमि से यह परंपरा नहीं बनी तो और कहीं से संभव नहीं हो सकती है।
दो बैलेट पेपर होंगे
एसडीवीएम में रिहर्सल के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि पहली बार वीवीपैट मशीन का प्रयोग हो रहा है। ईवीएम से इसकी कनेक्टिविटी देखनी होगी। करनाल लोकसभा में इस बार दो बैलेट पेपर का प्रयोग किया जाएगा। एक बैलेट पेपर पर अधिकतम 16 चुनाव चिह्न हो सकते हैं। उनमें से एक नोटा का बटन होगा। पीओ को 25-30 के बैच में ट्रेनिंग दिया जाएगा। कौन सा टैग कहां लगना है, स्लिप कैसे निकलेगी, बीप की आवाज कब आएगी, लॉक कब होगी..प्रशिक्षण के दौरान इन बातों पर गौर करना होगा।
यह कैजुअल मीटिंग नहीं
मंच से डीसी की नजर ऑटिडोरियम में पीछे कुॢसयों पर से उठ कर जा रहे पोङ्क्षलग स्टाफ पर पड़ी। डीसी ने कहा कि जो पीछे निकल कर जा रहे हैं उनके लिए कैजुअल मीटिंग हो सकती है हमारे लिए नहीं है। हैंडस ऑन ट्रेनिंग जरूरी है। सेक्टर आफिसर्स अपने अपने कलस्टर के लिए जिम्मेवार होंगे। पोलिंग प्रक्रिया अटकने पर उस टीम को बाहर निकालने जिम्मेवारी सेक्टर आफिसर्स के कंधों पर होगी।
हमारी डयूटी शुरू, आपकी 48 घंटे की
चुनाव आयोग की तरफ से इस बार मैनडेट किया जाना है। प्रत्येक विधानसभा में एक-एक पिंक बूथ बनाना अनिवार्य है। पिंकाथॉन की सफलता बाद महिला वालंटियर्स के सहयोग से 10-10 बूथ बनाया जाएगा। ताकि इस जिले में कीर्तिमान स्थापित हो सके। 100 पोलिंग बूथों को मॉडल बनाने का एग्रीमेंट किया गया है। पानीपत प्रशासन एक चौथाई बूथों को मॉडल बनाने की प्रक्रिया में लगा है। डीसी ने पोलिंग पार्टियों से कहा कि आपकी डयूटी 36 या 48 घंटे की होगी। हमारी शुरू हो चुकी है।
जल्दबाजी में कदम न उठाएं
सेवानिवृत्त नायब तहसीलदार अर्जुन भटेजा ने कहा कि 99 फीसद पीठासीन अधिकारियों की तैयारियां पूरी नहीं होती है। मतदान केंद्र पर किसी तरह का व्यवधान पैदा होने की स्थिति न बनने दें। जल्दबाजी में कोई कदम उठाने से पहले एआरओ से सलाह लें। प्रशासन की तरफ से कंट्रोल रुम में 14 फोन लगाए गए हैं। 11 मई से प्रत्येक एक घंटे के बाद कंट्रोल रुम से कॉल कर आपसे सूचना ली जाएगी।
डीसी ने पूछे दो सवाल :
- कितने लोग भारत के नागरिक के रूप में गर्व अनुभव करते हैं?
- कितने पीओ और एपीओ के रूप में ऑडिटोरियम में मन से उपस्थित हैं?
- ऑडिटोरियम में मौजूद 1040 पोलिंग स्टाफ के हाथ उठाने पर डीसी ने कहा कि आप में देशभक्ति का जज्बा है। दिल से नमन करती हूं। यह बहुत जरूरी है जो आप करने जा रहे हैं उसके प्रति कैसा रवैया है।
मतदान से संबंधित तथ्य
- चुनाव में 64 सेक्टर आफिसर्स और 39 जोनल मजिस्ट्रेट रहेंगे तैनात
- पीठासीन अधिकारियों को 25-30 के बैच में मिलेगी ट्रेनिंग
- मतदान केंद्र पर पीठासीन अधिकारी ही रख सकेंगे मोबाइल फोन
- पोलिंग पार्टियों के वाहनों में लगा होगा जीपीएस सिस्टम।
चुनावी प्रक्रिया को सुलभ, सुरक्षित और सुगम्य बनाने के लिए पानीपत प्रशासन कटिबद्ध है। मुझे गर्व है कि पानीपत के नागरिक इस त्योहारी परंपरा का निर्वहन करने को तैयार हैं।
सुमेधा कटारिया, जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी पानीपत