अब EVM पर भाजपा लिखा होने से तिलमिलाया विपक्ष, चुनाव आयोग से की शिकायत
लोकसभा चुनाव 2019 में तीन चरणों का मतदान पूरा हो गया है। चौथे चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने एक बार फिर इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की शिकायत को लेकर चुनाव आयोग से संपर्क साधा है। इस बार विपक्ष का आरोप है कि पश्चिम बंगाल के बैरकपुर संसदीय क्षेत्र में 'मॉक पोल' के दौरान ईवीएम पर केवल भाजपा के चुनाव चिन्ह कमल के नीचे ही पार्टी का नाम भी लिखा है।
हालांकि इस पर चुनाव आयोग का कहना है कि पार्टी (भाजपा) ने इसी चुनाव चिन्ह का इस्तेमाल 2014 के लोकसभा चुनाव में भी किया था। वरिष्ठ कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी, और अहमद पटेल और तृणमूल कांग्रेस के नेता दिनेश त्रिवेदी और डेरेक ओ ब्रायन के नेतृत्व में विपक्षी दलों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा से मिलकर इस मुद्दे पर बात की।
इन नेताओं ने चुनाव आयोग से मांग की कि चुनाव के बाकी बचे चरणों में या तो ऐसे सभी ईवीएम हटा दिए जाएं। या फिर बाकी दलों के नाम भी उनके चुनाव चिन्हों के नीचे लिखे जाएं। उल्लेखनीय है कि ईवीएम पर चुनाव में हिस्सा ले रहे सभी राजनीतिक दलों का चुनाव चिन्ह, उनके उम्मीदवार का नाम और उनके फोटो नजर आते हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता सिंघवी ने संवाददाताओं को बताया कि सभी ईवीएम पर चुनाव चिन्ह के नीचे भाजपा लिखा साफ नजर आ रहा है।
इसलिए या तो भाजपा लिखी सभी ईवीएम हटाई जाएं। अन्यथा बाकी सभी दलों के नाम भी उनके चुनाव चिन्हों के बीच लिखे जाएं। ऐसा होने तक चुनाव में ऐसी मशीनों का इस्तेमाल एकदम बंद कर दिया जाए। बैरकपुर से वर्तमान सांसद और पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि यह साफ तौर पर जनता के साथ धोखा है और ईवीएम को हैक करने की कोशिश है। उन्होंने उस कथित ईवीएम का फोटो भी दिखाया जिसमें कमल के नीचे छोटा सा भाजपा लिखा हुआ है।
उन्होंने बताया कि हमारे संसदीय क्षेत्र बैरकपुर में उन्होंने कल ही ईवीएम लाए जाते देखे जिसमें कमल के निशान के नीचे भाजपा लिखा था। हमारी पार्टी के लोगों ने इस ओर इंगित किया। हमने रिटर्निग अफसर से इन ईवीएम को तुरंत रोकने को कहा। हमने राज्य चुनाव आयोग से भी संपर्क साधा। लेकिन वह फैसला नहीं ले सके, चूंकि चुनाव पहले से ही जारी हैं।