Lok Sabha Election 2019: राजमहल में मुद्दों की भरमार, जो साधे उसकी उसकी नैया पार
घुसपैठ और पशु तस्करी जैसे मुद्दों पर भाजपा उग्र रुख अख्तियार किए हुए है तो झामुमो इसे अपना वोट बैंक बनाने में जुटा है। उम्मीदवारों के नाम तय होने के बाद इसका असर दिखना शुरू होगा।
राजमहल, जेएनएन। राजमहल लोकसभा क्षेत्र किसी एक पार्टी या उम्मीदवार का सगा बनकर कभी नहीं रहा है। यही कारण है कि कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा और कभी झामुमो के नेता यहां से जीतकर लोकसभा में पहुंचे। एक बार फिर लोकसभा चुनाव में यहां के लोग नेताओं को उनकी राजनीतिक हैसियत, सामाजिक पैठ और काम के आधार पर आजमाएंगे तब कहीं जाकर वोट करेंगे। लोगों के इस अभ्यास से नेता भी सतर्क हैं और वे भी फूंक-फूंककर कदम उठा रहे हैं।
क्षेत्र में नेताओं को सबसे अधिक खतरा अपनों से ही है। सभी नेता नए वोटरों को जोडऩे के साथ-साथ पुराने को संभालने और भितरघात को नियंत्रित करने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। वर्तमान सांसद विजय कुमार हांसदा की कोशिश है कि वे झाविमो और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को मिलाकर चलें तो पूर्व सांसद हेमलाल मुर्मू कुछ दिनों पहले तक नाराज विधायक ताला मरांडी के साथ की जुगत में हैं। पार्टी के सीनियर नेताओं ने दोनों के बीच बात भी करा दी है। समझा जा रहा है कि चुनाव होने तक ताला मरांडी भी भाजपा के पक्ष में प्रचार करते दिखेंगे। विजय हांसदा के साथ इस क्षेत्र के छह में से चार विधायक हैं।
इस बीच, इलाके के प्रमुख मुद्दों पर भी नेता अपने-अपने तरीके से जवाब लेकर लोगों के बीच पहुंच रहे हैं। घुसपैठ और पशु तस्करी जैसे मुद्दों पर भाजपा उग्र रुख अख्तियार किए हुए है तो झामुमो इसे अपना वोट बैंक बनाने में जुटा है। उम्मीदवारों के नाम तय होने के बाद इसका असर दिखना शुरू होगा।
पिछले चुनाव के टॉप तीन प्रत्याशी
झामुमो : विजय कुमार हांसदा
भाजपा : हेमलाल मुर्मू
झाविमो : अनिल मुर्मू
विस क्षेत्र झामुमो झाविमो भाजपा
राजमहल 71845 4765 78331
बोरियो 57840 10475 60213
बरहेट 62334 8803 40003
लिट्टीपाड़ा 48180 27758 44958
पाकुड़ 92205 11226 69615
महेशपुर 46933 34343 44960
पोस्टल बैलेट 170 4 90
कुल : 379507 97374 338170
राजमहल के मतदाता
महिला : 731659
पुरुष : 702840
ट्रांसजेंडर : 7
युवा : 9800
कुल मतदाता : 1434506
कुल मतदान केंद्र : 2020
प्रोफाइल
विजय कुमार हांसदा, झामुमो
जन्मतिथि : 27.10.1982
शिक्षा : मैट्रिक
करियर : मई 2014 में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद ग्रामीण विकास पर स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य बने।
संपत्ति : 51.71 लाख (2014 में दायर शपथपत्र के अनुसार)
मामला : एक मामला चल रहा है जिसमें अभी तक चार्जशीट नहीं।
मजबूती : महागठबंधन का साथ। झाविमो और कांग्रेस की मदद से हारी बाजी भी जीतने में सक्षम। झामुमो के सिम्बल को सभी पहचानते हैं सो दिक्कत प्राथमिक तौर पर कहीं नहीं।
कमजोरी : कई क्षेत्रों में गतिविधियां सीमित रही हैं। लोगों के बीच आना-जाना कम हुआ है जिससे उन क्षेत्रों के लोग नाराज। अपनी पार्टी में भी कई लोग दूरी बनाकर चल रहे।
प्रोफाइल
हेमलाल मुर्मू, भाजपा
शिक्षा : बीए
करियर : झामुमो में लंबे समय तक सक्रिय रहे और सांसद बने। पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हुए।
मामले : कोई मामला नहीं
संपत्ति : 4.18 करोड़ रुपये
मजबूती : पूर्व सांसद रह चुके हैं। उम्र के साथ अनुभव भी अधिक। लोगों के बीच लगातार सक्रियता रही है। झामुमो में पहले रह चुके हैं इसलिए सेंधमारी कर लोगों को अपने पक्ष में मिलाने में सक्षम।
कमजोरी : अपनी ही पार्टी के एक विधायक विरोध कर रहे हैं। पार्टी दबाव में उनका साथ मिल भी गया तो पूरी ईमानदारी से भाजपा कार्यकर्ताओं का साथ इन्हें मिलता हुआ नहीं दिख रहा।
मुद्दे : राष्ट्रीय
1. पुल निर्माण : प्रधानमंत्री गंगा पुल निर्माण कार्य का शिलान्यास करके गए हैं लेकिन इसके बाद से प्रगति नहीं के बराबर हुई है। विपक्षी पार्टियां आम लोगों के बीच जाकर इस बात को मुद्दा बनाने में सफल रही हैं।
2. तस्करी : पश्चिम बंगाल के रास्ते बांग्लादेश तक पशुधन की तस्करी का बड़ा मार्ग है। सैकड़ों ऐसे उदाहरण हैं कि इस रास्ते से पशुधन की तस्करी पकड़ी गई हो लेकिन कई बार कार्रवाई नहीं।
3. घुसपैठ : बांग्लादेशी घुसपैठ इस इलाके का बड़ा मुद्दा है। लोगों ने स्थानीय प्रशासन से लेकर राष्ट्रपति तक को आगाह करते हुए सूचनाएं दी हैं। कार्रवाई के बावजूद बांग्लादेश घुसपैठ का यह सुरक्षित मार्ग है।
राज्य स्तरीय
1. खासमहल जमीन : खासमहल जमीन पर साहिबगंज शहर से लेकर इस क्षेत्र का एक बड़ा इलाका बसा हुआ है। इस कारण यहां के रैयतों को दफ्तरों का चक्कर काटना पड़ता है। इसे फ्रीहोल्ड करने की बात है।
2. अवैध खनन : इस इलाके से बालू और पत्थर का अवैध खनन लगातार जारी है। गंगा के रास्ते इस इलाके से बिहार के कई हिस्सों में बालू और पत्थरों का व्यापार होता है।
3. बंदरगाह का निर्माण : गंगा किनारे बंदरगाह का निर्माण चल रहा है। इस निर्माण के पूरा हो जाने से जलमार्ग का एक बड़ा केंद्र साहिबगंज हो जाएगा। इसमें देरी को महागठबंधन मुद्दा बनाए है।
स्थानीय
1. जलसंकट : गंगा किनारे बसे होने के बावजूद कई इलाकों में लोगों को जलसंकट का सामना करना पड़ता है। पहाड़ी और ग्रामीण इलाकों में ग्रामीणों को जलसंकट का सामना करना पड़ रहा है।
2. बदहाल सड़कें : साहिबगंज शहर से लेकर इस क्षेत्र के कई इलाकों में सड़कों की स्थिति जर्जर है। कई इलाकों में सडकों के निर्माण की प्रक्रिया चालू भी है लेकिन वर्तमान हालात ठीक नहीं हैं।
3.प्रदूषण : गंगा किनारे बड़े पैमाने पर क्रशर उद्योग संचालित हो रहे हैं। इससे क्षेत्र में प्रदूषण की स्थिति बहुत ही खराब होती जा रही है। नियंत्रण के उपाय नहीं हो पा रहे हैं।
मैंने इलाके को पहचान दिलाई: विजय हांसदा
मैंने साहिबगंज व राजमहल के लाखों लोगों को पहचान दिलाई है। आजादी के बाद साहिबगंज व राजमहल में काफी भूमि बिना सर्वे के थी। एक तरह से उसे नो मेंस लैंड भी कह सकते हैं। इस वजह से उन इलाके में रहनेवाले लोगों का निवास प्रमाणपत्र नहीं बन पा रहा था। जमीन की खरीद बिक्री भी नहीं हो रही थी। मैंने इस मामले को संसद में उठाया। इसके बाद अब सर्वे शुरू हो गया है। हालांकि, राज्य व केंद्र सरकार के सौतेले रवैये की वजह से इस इलाके का जो विकास होना चाहिए था वह नहीं हुआ। 2017 में लिट्टीपाड़ा उपचुनाव चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां गंगा पुल का शिलान्यास तो कर दिया लेकिन आज तक एक भी ईंट नहीं रखा गया है। पुल के जमीन अधिग्रहण का लोग विरोध कर रहे थे मैंने ग्रामीणों को जमीन देने के लिए राजी किया। जमीन अधिग्रहण का काम करीब-करीब पूरा हो चुका है लेकिन पुल कब बनेगा कोई बतानेवाला नहीं है। इस मामले में मैंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात थी। उन्होंने आश्वासन दिया था लेकिन कुछ नहीं हुआ। कोल इंडिया से अस्पताल के लिए मैंने 12 करोड़ रुपये का प्रबंध कराया। एक एकड़ जमीन की जरूरत थी। लेकिन जिला प्रशासन उक्त जमीन उपलब्ध नहीं करा सका।
विजय हांसदा, सांसद, राजमहल सह महागठबंधन प्रत्याशी
सर्वांगीण विकास हो रहा है : हेमलाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में राज्य का सर्वांगीण विकास हो रहा है। इसी कड़ी में यहां बंदरगाह का निर्माण कार्य चल रहा है जो शीघ्र पूरा हो जाएगा। गंगा पुल के लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य भी पूरा हो चुका है। शीघ्र ही उसका काम शुरू होगा। सड़कें भी बनीं हैं। अब सड़क मार्ग से राज्य के किसी भी हिस्से में जाना आसान हो गया है। अन्य कई योजनाएं चल रही हैं जिसके पूरा होने पर साहिबगंज देश के नक्शे पर उभरकर सामने आएगा। केंद्र व राज्य सरकार साहिबगंज को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना पर काम कर रही है। विकास की इसी प्रक्रिया को जारी रखने के लिए लोग उन्हें वोट देंगे। मैं हमेशा लोगों के सुख दुख में शामिल रहता हूं। आज भी मैं रांची के बदले बरहेट स्थित अपने आवास पर रहता हूं। झामुमो एक परिवार की पार्टी बनकर रह गई है। उधर, केंद्र में भी भाजपा की सरकार बननी तय है ऐसे में यहां भी भाजपा के सांसद के जीतने से विकास की गति और तेज होगी।
हेमलाल मुर्मू, पूर्व सांसद राजमहल सह भाजपा प्रत्याशी