Delhi Assembly Election 2020: व्यापारियों का हब है सदर बाजार विधानसभा क्षेत्र, जानें प्रमुख बातें
Delhi Assembly Election 2020 सदर बाजार विधानसभा क्षेत्र चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र में आता है। इसमें दिल्ली के कई बाजार शामिल हैं। इसमें देश के कोने कोने से व्यापारी पहुंचते हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Assembly Election 2020: सदर बाजार विधानसभा चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र में आता है। इसमें देश के कोने-कोने से व्यापारी पहुंचते हैं। यही वजह है कि विधानसभा क्षेत्र को व्यापारी हब के नाम से भी जाना जाता है। बाजार का इलाका ज्यादा होने की वजह से यहां के ज्यादातर मतदाताओं ने आवास यहां से बाहर बना रखा है। आइए जानते हैं । सदर बाजार विधानसभा क्षेत्र के बारे में।
विधानसभा क्षेत्र 19 (सदर बाजार)
कुल मतदाता- 182545
पुरुष मतदाता- 98450
महिला मतदाता-84083
अन्य- 12
प्रमुख इलाके
तुलसी नगर, इंद्रलोक, शहजादा बाग, आनंद पर्वत, सुभद्रा कॉलोनी, शास्त्री नगर, सराय रोहिल्ला, वेस्ट मोती बाग, ईस्ट मोती बाग, किशन गंज, पदम नगर, गुलाबी बाग, प्रताप नगर, सब्जी मंडी, किशन गंज रेलवे कॉलोनी, दया बस्ती, राम बाग रोड, रोशनआरा रोड, टोकरीवालान, तेलीवाड़ा पुल मिठाई, आजाद मार्केट, सदर बाजार, फैज गंज, बाड़ा हिंदू राव, पहाड़ी धीरज, बहादुर गढ़ रोड, बेरी वाला बाग, डिप्टी गंज, सदर नाला रोड बारह टूटी चौक व ट्रांजिट कैंप आनंद पर्वत।
सदर बाजार विधानसभा क्षेत्र चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र में आता है। इसमें दिल्ली के कई बाजार शामिल हैं। इसमें देश के कोने कोने से व्यापारी पहुंचते हैं। यही वजह है कि विधानसभा क्षेत्र को व्यापारी हब के नाम से भी जाना जाता है। बाजार का इलाका ज्यादा होने की वजह से यहां के ज्यादातर मतदाताओं ने आवास यहां से बाहर बना रखा है।
क्षेत्र की विशेषता
आर्टिफिशियल ज्वैलरी के लिए यहां पर स्वदेशी मार्केट भी स्थित है। इसके अलावा एशिया की सबसे बड़ी मार्केट में शुमार सदर बाजार यहां स्थित है। तेलीवाड़ा, प्रताप मार्केट व टिंबर मार्केट भी यहां के प्रमुख मार्केट हैं। यहां पर खाने पीने की कई मशहूर व पुरानी दुकानें भी हैं जहां दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं। भाजपा के हरिकृष्ण के बाद कांग्रेस के राजेश जैन यहां से दो बार विधायक रहे हैं। इसके बाद वर्ष 2015 में आम आदमी पार्टी के सोमदत्त यहां से विधायक चुने गए थे।
विधानसभा चुनाव (2015) के आंकड़े
सोमदत्त (आप) विजयी
प्रवीण कुमार जैन-(बीजेपी)
क्या कहना है स्थानीय निवासियों का
स्थानीय निवासी मनोहर लाल कुमार ने बताया कि सदर बाजार के विकास के लिए चांदनी चौक जैसे शाहजहांनाबाद पुनर्विकास निगम (एसआरडीसी) जैसे निगम का गठन किया जाना चाहिए। यहां समस्याओं की भरमार है। यदि यहां विकास की बयार बह जाए तो स्थिति में काफी सुधार होगा। क्योंकि, वर्तमान की स्थिति काफी नारकीय स्थिति है। इस वजह से हम लोग परेशानी उठा रहे हैं। यहां ध्यान देकर जमीन स्तर पर काम किए जाने की आवश्यकता है, तभी दशा में सुधार होना संभव है।
वहीं सौरभ का कहना है कि बाजारों में पशुओं का आंतक रहना आम बात है। कई बार बेसहारा पशु लोगों को भी घायल कर देते हैं। इस संबंध में भी कई बार स्थानीय निकायों से लेकर संबंधित विभागों को शिकायत की, लेकिन अभी तक समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है। इस वजह से लोग भी परेशान हैं। बेसहारा पशु गंदगी भी फैलाते हैं। इसके साथ ही कई बार वे दुकानदारों का भी नुकसान कर देते हैं। बेसहारा पशुओं के आंतक के कारण ग्राहक भी बाजारों में कदम रखने से डरते हैं।
उधऱ, अदलखा का कहना है कि यहां के फुटपाथ से लेकर सड़क जर्जर स्थिति में है। काफी शिकायत करने के बाद भी विकास यहां से दूर है। यदि यहां कुछ विकास भी हुआ है तो उसकी रफ्तार धीमी रही है। इस वजह से यहां कई ऐसी समस्याएं हैं जिनका समाधान नहीं हो सका है। नेताओं को राजनीति के साथ साथ विकास पर भी पर ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।
व्यापारी देवराज बवेजा ने बताया कि यहां पर अतिक्रमण की गंभीर समस्या है। मुख्य बाजार में हर तरफ गंदगी का आलम रहता है। सफाईकर्मी नियमित रूप से सफाई नहीं करते हैं। इस वजह से यहां के हालात खराब हैं। गंदगी के कारण दुकानदारों से लेकर ग्राहकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कूड़ा फैला होने के कारण दरुगध से लोगों को परेशानी होती है। इस वजह से यहां पर संक्रामक बीमारियां फैलने का भी खतरा बना रहता है।
प्रमुख मुद्दा
- देश के प्रमुख बाजारों में शामिल इस बाजार के विकास के लिए स्थानीय दुकानदारों द्वारा अलग से एजेंसी बनाए जाने की मांग है। जैसे कि चांदनी चौक के लिए शाहजहांनाबाद पुनर्विकास निगम (एसआरडीसी) का गठन किया गया है। इस बाजार में 80 बाजार और 50 हजार से अधिक कारोबारी प्रतिष्ठान हैं। दुकानदारों का कहना है कि पुनर्विकास के तहत इस बाजार की भी दशा सुधारने की बात हुई थी, लेकिन यह योजना ठंडे बस्ते में चली गई। इससे यहां लोगों को परेशानी हो रही है।
- बाजारों में बेसहारा पशुओं का आंतक भी यहां का प्रमुख मुद्दा है। यहां के प्रमुख बाजारों में ही इस तरह का नजारा देखने को मिल जाएगा। इससे ग्राहकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। दुकानदारों का कहना है कि इस संबंध में भी कई बार शिकायत दी, लेकिन समाधान कुछ नहीं है। कई बार बेसहारा पशु लोगों को भी घायल कर देते हैं। कई बार बेसहारा पशु दुकानदारों का भी नुकसान कर देते हैं।
- यहां के इलाकों में गंदगी का भी मुद्दा अहम है। गली मुहल्लों से लेकर प्रमुख बाजारों में गंदगी मिल जाएगी। इस लोगों में रोष है। नियमित रूप से साफ-सफाई न होने के कारण यहां पर इस तरह के हालात रहते हैं। सिर्फ शिकायत करने पर ही सफाई होती है। सबसे बुरा हाल सदर बाजार के मेन बाजार का हैं। गंदगी के चलते कई बार यहां से निकलना मुश्किल होता है।