Mahnar Election 2020: महनार विधानसभा सीट पर राजग और महागठबंधन प्रत्याशियों के बीच आमने-सामने की लड़ाई, 54.10 फीसद हुआ मतदान
Mahnar Assembly Election News 2020 महनार विधानसभा सीट पर इस बार महागठबंधन एवं राजग के बीच आमने-सामने की लड़ाई के आसार हैं। जदयू ने अपने विधायक उमेश कुशवाहा को फिर प्रत्याशी बनाया है। उनके सामने तीन बार यहां के विधायक रह चुके रामा सिंह की पत्नी हैं।
जेएनएन, हाजीपुर। गंगा के किनारे स्थित महनार विधानसभा हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र में आता है। इस विधानसभा क्षेत्र में दो प्रखंड महनार और जंदाहा हैं। यहां के पहले विधायक 1952 में कांग्रेस के दीपनारायण सिंह हुए थे। 2015 के चुनाव में जदयू के उमेश सिंह कुशवाहा जीते थे। उन्होंने भाजपा के डॉ. अच्युतानंद सिंह को 25 हजार से अधिक मतों से पराजित किया था। इस बार फिर जदयू ने उमेश सिंह कुशवाहा को ही चुनाव मैदान में उतारा है। उनके सामने पूर्व सांसद रामा सिंह की पत्नी वीणा सिंह को राजद ने उतारा है। रामा सिंह लगातार तीन बार यहां का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। महनार विधानसभा सीट पर कुल 13 प्रत्याशी हैं। कोर्ट की स्थापना, जलनिकासी, साफ-सफाई यहां के प्रमुख मुद़्दे हैं। मंगलवार को यहां 54.10 फीसद मतदान हुआ।
प्रमुख प्रत्याशी
1. उमेश सिंह कुशवाहा जदयू
2 वीणा सिंह, राजद
3. रवींद्र कुमार सिंह लोजपा
4. त्रिवेणी कुमार चौधरी- रालोसपा
5. रघुपति - जअपा
प्रमुख मुद्दे :
1. अनुमंडल बना पर, न्यायालय की स्थापना नहीं : महनार को अनुमंडल का दर्जा मिले कई वर्ष हो गए, लेकिन यहां अब तक न्यायालय की स्थापना नहीं हुई। यहां के लोग आज भी कोर्ट-कचहरी के लिए 35 किलोमीटर दूर हाजीपुर की दौड़ लगाते हैं। इसके कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
2. नगर परिषद की सुविधाएं नहीं: महनार को भले ही नगर पंचायत से नगर परिषद का दर्जा दे दिया गया पर नगर परिषद क्षेत्र में जो सुविधाएं मिलनी चाहिए, वह नहीं मिल रही हैं। साफ-सफाई का घोर अभाव अभाव है। सड़कों पर यत्र-तत्र कूड़े-कचरे का अंबार दिख जाना आम बात है। नालियों का गंदा पानी रोड पर बहता रहता है और बीमासरियां पैदा करता रहता है।
3. सड़क जाम: महनार में सड़क जाम रोजमर्रा की बात है। प्रशासनिक अमले को मानो इससे कोई मतलब ही नहीं है। इक्का-दुक्का चौक-चौराहे प ट्रैफिक पुलिस की जगह होमगार्ड के जवान दिख जाते हैं, जिन्हें हेवी ट्रैफिक संभालने की कोई ट्रेनिंग ही नहीं दी गई है। उनकी मौजूदगी या गैर मौजूदगी से कोई फर्क महसूस नहीं होता।
4. चंवरों से जलनिकासी की व्यवस्था नहीं: महनार में चंवरों से जलनिकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। ज्यादा बारिश होने पर चंवरों में लगी फसलें डूब जाती हैं और किसानों की फसल मारी जाती है। अच्छी बरसात होने पर जलजमाव हो जाता है। उस पानी को निकालने की कोई व्यवस्था नहीं है।
वर्ष - कौन जीता - कौन हारा
2005 रामा किशोर सिंह, लोजपा मुंशीलाल राय - राजद
2010 डॉ. अच्युतानंद, भाजपा रामा किशोर सिंह, लोजपा
2015 उमेश सिंह कुशवाहा, जदयू डॉ. अच्युतानंद, भाजपा