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दिल्ली के कई इलाकों में घुसा यमुना नदी का पानी, जानें दिनभर की 10 अहम अपडेट्स

यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से यमुना पर लोहा पुल से ट्रेनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। इससे पहले पुल पर ट्रेनों की गति कम कर दी गई थी।

By Mangal YadavEdited By: Published: Tue, 20 Aug 2019 09:53 PM (IST)Updated: Tue, 20 Aug 2019 09:53 PM (IST)
दिल्ली के कई इलाकों में घुसा यमुना नदी का पानी, जानें दिनभर की 10 अहम अपडेट्स

नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली में यमुना नदी उफान पर है। यमुना का जलस्तर सोमवार शाम को ही खतरे के निशान को पार कर चुका था। मंगलवार को यमुना नदी से सटे कई इलाकों में पानी का घुस गया। आइए जानते हैं मंगलवार को दिनभर यमुना के जलस्तर को लेकर क्या अपडेट्स रही।

1- यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार करते हुए मंगलवार रात 9 बजे तक 206.40 मीटर तक पहुंच चुका है। यमुना बाजार, किसान कॉलोनी, शास्त्री पार्क कैंप कॉलोनी, उस्मानपुर पहला पुश्ता यमुना खादर, पुराना गढ़ी मैंडू गांव, गीता कॉलोनी, किसनकुंज, लोहे वाला पुल, मयूर विहार फेस 1 तक यमुना नदी का पानी पहुंच चुका है।

2- यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से यमुना पर लोहा पुल से ट्रेनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। इससे पहले पुल पर ट्रेनों की गति कम कर दी गई थी। रेलवे की तरफ से कहा गया था कि पानी का लेबर और बढ़ परिचालन बंद कर दिया जाएगा।

3- अधिकारियों ने मंगलवार को दावा किया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों से करीब दस हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। लोगों से कहा गया है कि वे बाढ़ संभावित इलाकों को छोड़कर सरकार की तरफ से लगाए गए टेंट में चले जाएं।

4- यमुना नदी से सटे निगम बोध घाट में भी पानी घुस गया है। इसकी वजह से मंगलवार को शवों का दाह-संस्कार नहीं हो सका। जानकारी के अनुसार, यमुना का पानी लगातार इन इलाकों में बढ़ रहा है।

5- यमुना खादर में रहने वाले लोग बड़ी संख्या में प्रशासन की ओर से बनाए गए राहत शिविरों में पहुंच गए हैं। लेकिन अभी भी बहुत से ऐसे लोग हैं जो जगह छोड़ने को तैयार नहीं है। यह लोग प्रशासन के लिए सिर का दर्द बन गए हैं, अधिकारी इनसे जगह खाली करने के लिए कह रहे तो यह दो टूक जवाब दे रहे है कि उन्हें तैरना आता है। लोग कह रहे हैं कि जब पानी उनकी जगह तक पहुंच जाएगा, वह जगह को खाली कर देंगे। जबकि यह लोग अपना जरूरी सामान राहत शिविरों में पहले ही पहुंचा चुके हैं।

6-पुराना लोहे के पुल के नीचे यमुना का जलस्तर बढ़ते ही इंसान जगह खाली कर गए, लेकिन एक कुतिया अपने बच्चों के साथ पानी के बीच में फंस गई। बेबस, लाचार और अकेली, जो चाहकर भी अपने बच्चों को पानी से निकालकर सुरक्षित स्थान पर नहीं ले जा पा रही थी। एक शख्स ने उसको और उसके बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला।

7- निगम बोध घाट के नजदीक के कुछ घर भी यमुना में आधे डूब गए हैं। वहीं, यमुना के डूब क्षेत्र में रहने वाले लोगों को प्रशासन विकास मार्ग पर ले आया है, जहां उन्हें टेंट में ठहराया गया है।

8- यमुना घाटों पर जाने वाले रास्ते भी अस्थायी तौर पर बंद कर दिए गए हैं। यमुना का मटमैला पानी देखने के लिए लोग सिग्नेचर ब्रिज भी पहुंच रहे थे। विकास मार्ग स्थित आइटीओ ब्रिज पर भी लोग रुक कर यमुना को देख रहे। इस कारण थोड़ी देर के लिए जाम की स्थिति बनी रही।

9-यमुना किनारे मोनस्टी, मजनूं का टीला समेत अन्य इलाकों में जिला प्रशासन की टीमों ने निरीक्षण किया। लोगों को सावधान रहने के लिए कहा गया। वहीं, इन इलाकों में रहने वाले लोग चिंतित हैं।

10- हरियाणा के यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज से 8 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद देश की राजधानी दिल्ली में 40 साल बाद एक बार फिर बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। इस लिहाज से मंगलवार का दिन दिल्ली वासियों के लिए मुश्किल भरा साबित हो सकता है, खासकर दिल्ली के निचले इलाके में। इतना ही नहीं, गाजियाबाद, फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा में भी बाढ़ का असर दिखाई दे सकता है। इस बाबत दिल्ली सरकार के साथ गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद के साथ फरीदाबाद में स्थानीय प्रशासन भी सक्रिय हो गया है।

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