Delhi: संजय झील पार्क में बनेगा यमुनापार का पहला कैक्टस व बोगनवेलिया गार्डन
प्राधिकरण अपने पार्कों को संवारने के लिए विभिन्न योजनाओं में कार्य कर रहा है। प्राधिकरण के पूर्वी डिवीजन उद्यान खंड सात के अनुभागीय अधिकारी अभिषेक पाटीदार ने बताया कि यमुनापार में संजय झील पार्क पहला ऐसा पार्क होगा जहां कैक्टस व बोगनवेलिया गार्डन तैयार किया जाएगा।
नई दिल्ली [पुष्पेंद्र कुमार]। पूर्वी दिल्ली के त्रिलोकपुरी इलाके में स्थित संजय झील पार्क में दिल्ली विकास प्राधिकरण (Delhi Development authority) का उद्यान विभाग कैक्टस और बोगनवेलिया गार्डन बनाएगा। यमुनापार में इस तरह का यह पहला पार्क होगा। जहां लोगों को कैक्टस और बोगनवेलिया के फूल वाले पौधों की विभिन्न प्रजातियां देखने को मिलेंगी। प्राधिकरण अपने पार्कों को संवारने के लिए विभिन्न योजनाओं में कार्य कर रहा है। प्राधिकरण के पूर्वी डिवीजन उद्यान खंड सात के अनुभागीय अधिकारी अभिषेक पाटीदार ने बताया कि यमुनापार में संजय झील पार्क पहला ऐसा पार्क होगा, जहां कैक्टस व बोगनवेलिया गार्डन तैयार किया जाएगा। यह पार्क 165 एकड़ में फैला है। उसमें से एक एकड़ में कैक्टस की नागफनी, मेमिलेरिया, स्तंभकार, एकिनोसेरेस, ओपनशिया, एगेव्स, फेरो कैक्टस समेत 50 प्रजातियां लगाई जाएंगी। इसके अलावा एक एकड़ में बोगनवेलिया फूल की लाल, गुलाबी, फूहड़, मौव, सफेद और पीले रंग समेत कई प्रजातियां लगाई जाएंगी। गार्डन तैयार होने के बाद आकर्षक लगेगा।
उन्होंने कहा कि बोगनवेलिया एक उष्णकटिबंधीय पौधा है। इसे सही जल वायु में रोपें, तो इस पर कुछ ही महीनों में रंग-बिरंगे फूलों खिल उठते हैं। राजधानी में इससे पहले कैक्टस गार्डन वसंत कुंज के डीडीए पार्क और बोगनवेलिया गार्डन द्वारका सेक्टर 19 व 20 के डीडीए पार्क में बनाया जा चुका है।
कैक्टस की नागफनी प्रजाति की अलग खासियत
अनुभागीय अधिकारी अभिषेक पाटीदार ने बताया कि कैक्टस की नागफनी प्रजाति की पहली खासियत यह है कि इनके पत्तों में पानी एकत्र करने का गुण होता है। ये पौधे अपने पत्तों द्वारा हवा से नमी और पोषक तत्व को अवशोषित कर लेते हैं। उन्होंने कहा कि कैक्टस हर तरह की परिस्थितियों में पनप जाता है।
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