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दिल्ली में टूटी 49 साल की परंपरा, रामलीला नहीं अब 10 दिनों तक चलेगा रामायण का पाठ

कश्मीरी गेट की श्री नव युवक रामलीला समिति के संयोजक अवतार सिंह का कहना है कि 49 वर्ष से चली आ रही परंपरा को बचाने के लिए फैसला लिया है कि वह पहली बार रामलीला की जगह 10 दिनों तक चलने वाला रामायण का पाठ करेंगे।

By JP YadavEdited By: Published: Tue, 13 Oct 2020 11:55 AM (IST)Updated: Tue, 13 Oct 2020 11:55 AM (IST)
सभी रामलीला समितियों ने मंचन नहीं करने का फैसला लिया है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से देरी से मिले दिशा-निर्देशों के चलते इस साल राजधानी दिल्ली में होने वाली सभी प्रमुख रामलीला नहीं होंगी। पहली बार ऐसा होगा जब एक साथ सभी रामलीला समितियों ने मंचन नहीं करने का फैसला लिया है। कश्मीरी गेट की श्री नव युवक रामलीला समिति के संयोजक अवतार सिंह का कहना है कि 49 वर्ष से चली आ रही परंपरा को बचाने के लिए फैसला लिया है कि वह पहली बार रामलीला की जगह 10 दिनों तक चलने वाला रामायण का पाठ करेंगे। इसके लिए रामलीला मैदान में बने हॉल में इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। लोगों को शारीरिक दूरी के साथ बैठाया जाएगा। समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि इस साल रामलीला के लिए पूरी तैयारियां की हुई थी, लेकिन देरी से मिली अनुमति और कोरोना संक्रमण के चलते योजना रद की गई है।

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नमो मंत्र फाउंडेशन कराएगा डिजिटल रामलीला

नमो मंत्र फाउंडेशन के अध्यक्ष कुमार सुशांत ने बताया कि पहली बार डिजिटल रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। यह उन लोगों के लिए किया जा रहा है, जिनके मोहल्ले, गांव और शहर में रामलीला का आयोजन रद हो गया है। ऐसे लोग डिजिटल रामलीला के मंचन का लुफ्त घरों में बैठे हुए ही ले सकेंगे। सोमवार को हुई प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि इस मुहिम में देश के 50 से अधिक सांसद भी जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि रामलीला संस्था के यूट्यूब चैनल पर 17 से लेकर 25 अक्टूबर तक चलेगी। इसे नौ हिस्सों में दर्शाया जाएगा। प्रेस वार्ता में नैनीताल के सांसद अजय भट्ट, दक्षिणी दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी, कथावाचक अजय भाई, साध्वी प्रज्ञा भारती और गोस्वामी सुशील ने हिस्सा लिया। वहीं, कामधेनु रामलीला पटपड़गंज रास विहार के चेयरमैन कुलदीप का कहना है कि सरकार ने मैदान में रामलीला मंचन की अनुमति दे दी है, अब सभी दिन कम दर्शकों की संख्या में पूरे दिशानिर्देशों के साथ रामलीला का मंचन करेंगे।

फेसबुक लाइव के माध्यम से दर्शकों को रामलीला दिखाएंगे

पश्चिमी दिल्ली में भी मुश्किल में रामलीला हंस क्लब रामलीला कमेटी उत्तम नगर के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह ने कहा कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए इस बार रामलीला आयोजन कराना संभव नहीं है। वहीं, द्वारका श्रीरामलीला सोसायटी द्वारका के मुख्य संरक्षक राजेश गहलोत ने कहा कि सरकार की ओर से रामलीला आयोजन को लेकर जारी दिशानिर्देश को देखते हुए आयोजन समिति के पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई है। श्रीरामलीला कमेटी जनकपुरी के प्रभारी नरेंद्र चावला ने कहा कि सरकार ने रामलीलाओं के बावत काफी विलंब से दिशानिर्देश जारी किए हैं। यदि आयोजन समिति रामलीला आयोजन को लेकर स्वीकृति प्रदान करती है, तो हमारे सामने कई तरह की चुनौतियां आएंगी। ऐसे में हम फेसबुक लाइव पर रामलीला दिखाएंगे।

देरी से आए दिशानिर्देश तो कैसे करें तैयारी

पूर्वी दिल्ली में भी इस साल रामलीला और दुर्गा पूजा आदि धार्मिक आयोजन को लेकर स्थिति साफ हो गई है। धार्मिक समितियों का कहना है कि सरकार की ओर से देर से दिशानिर्देश दिए गए हैं, जिनके चलते आयोजन कराना मुश्किल है। श्री रामलीला कमेटी इंद्रप्रस्थ आइपी एक्सटेंशन के प्रधान सुरेश ¨बदल ने कहा कि अभी मैदान की बु¨कग भी नहीं कराई है। रामलीला मंचन प्रथम नवरात्रि को आरंभ करना संभव ही नहीं होगा क्योंकि हमें बिजली का कनेक्शन लेना होगा, टेंट वाले से काम करवाना होगा आदि मुश्किल काम होंगे। धर्मशाला में सांकेतिक रामलीला के आयोजन पर विचार कर रहे हैं। बाला जी रामलीला के मीडिया संयोजक राजकुमार भाटी का कहना है कि सरकार से अब रामलीला मंचन की अनुमति मिल गई है तो हम सिर्फ दशहरा महोत्सव मनाएंगे।-

चार की तैयारी में नहीं हो सकता 10 दिन का मंच

नपीतमपुरा की श्री केशव रामलीला कमेटी के चेयरमैन अशोक गोयल देवराहा का कहना है कि अनुमति देने में सरकार ने बहुत देर कर दी है। ऐसे में केवल चार दिन की तैयारी में दस दिनों तक चलने वाला रामलीला मंचन करना संभव नहीं है। इसलिए हम केवल एक दिन सांकेतिक रूप में रामलीला का आयोजन करेंगे। यह आयोजन सूक्ष्म तरीके से किसी बैंक्वेट हॉल में किया जाएगा। वहीं, आदर्श रामलीला कमेटी अशोक विहार फेज-2 के प्रधान अशोक गर्ग ने कहा कि दिशानिर्देशों के बाद बैठक आयोजित की गई, जिसमें निर्णय किया गया की इस वर्ष देरी के चलते संपूर्ण रामलीला करना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि एक सांकेतिक रूप से 1 दिन का संपूर्ण रामलीला कराया जाएगा। इसका रामलीला का लाइव प्रसारण इलेक्ट्रॉनिक मीडिया व फेसबुक आदि के माध्यम से किया जाएगा।

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