शोध के क्षेत्र में विद्यार्थियों को प्रेरित करने के लिए दिया जाता है पुरस्कार : प्रो. जय प्रकाश सैनी
एनएसयूटी में इनामी राशि के रूप में विद्यार्थियों को सर्वश्रेष्ठ शोध के लिए शोध पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाता है। इस पुरस्कार को हासिल करने के लिए सभी विद्यार्थियों में प्रतियोगिता की भावना पैदा हुई है और वे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित हुए है।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। शोध को बढ़ावा देने व स्नातक, स्नातकोत्तर व रिसर्च स्कोलर के विद्यार्थियों को प्रेरित करने के लिए नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एनएसयूटी) में इनामी राशि के रूप में विद्यार्थियों को सर्वश्रेष्ठ शोध के लिए शोध पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाता है। अच्छी बात ये है कि इस पुरस्कार को हासिल करने के लिए सभी विद्यार्थियों में प्रतियोगिता की भावना पैदा हुई है और वे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित हुए है।
कुलपति प्रो. जय प्रकाश सैनी ने बताया कि शोध मानव ज्ञान को दिशा प्रदान करता है तथा ज्ञान भंडार को विकसित एवं परिमार्जित करता है। शोध से व्यावहारिक समस्याओं का समाधान होता है। शोध पूर्वाग्रहों के निदान और निवारण में सहायक है। शोध अनेक नवीन कार्यविधियों व उत्पादों को विकसित करता है। अच्छी बात ये है कि विद्यार्थी शोध की महत्ता को समझते है और इस दिशा में आए दिन नए-नए अविष्कार कर रहे है। एनएसयूटी में पांच तरह के शोध पुरस्कार है, जिसमें शानदार शोध पुरस्कार, प्रीमियर शोध पुरस्कार, सराहनीय शोध पुरस्कार, प्रीमियर पेटेंट पुरस्कार व सराहनीय पेटेंट पुरस्कार शामिल है।
शानदार शोध पुरस्कार में शोध प्रकाशित होने के बाद विद्यार्थी को पांच लाख रुपये, वही प्रीमियर शोध पुरस्कार में एक लाख रुपये और सराहनीय शोध पुरस्कार में 50 हजार रुपये की इनामी राशि प्रदान की जाती है। प्रीमियर पेटेंट पुरस्कार की बात करें तो प्रत्येक शोध पेटेंट होने के बाद विद्यार्थी काे पांच लाख रुपये और सराहनीय पेटेंट पुरस्कार में विद्यार्थी को दो लाख रुपये की इनामी राशि प्रदान की जाती है। अब ईस्ट और वेस्ट कैंपस के विद्यार्थी भी इस पुरस्कार को प्राप्त करने की दौड़ में शामिल हो सकेंगे। इसके लिए उन्हें एनएसयूटी की तरफ से तमाम सुविधाएं धीरे-धीरे उपलब्ध कराई जा रही है।
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