Move to Jagran APP

कोरोना संकट काल में डॉक्टरों के लिए आई अच्छी खबर, काम के बीच मिलेगा घूमने और मौज-मस्ती का मौका

पिछले दिनों एम्स में हुई आत्महत्या की घटनाओं के मद्देनजर डॉक्टरों ने एक खास तरीका निकाला है। अब रेजिडेंट डॉक्टर हर सप्ताह रविवार को दिल्ली भ्रमण करेंगे ताकि तनाव से दूर रह सकें।

By Prateek KumarEdited By: Published: Tue, 25 Aug 2020 03:37 PM (IST)Updated: Tue, 25 Aug 2020 03:54 PM (IST)
कोरोना संकट काल में डॉक्टरों के लिए आई अच्छी खबर, काम के बीच मिलेगा घूमने और मौज-मस्ती का मौका
कोरोना संकट काल में डॉक्टरों के लिए आई अच्छी खबर, काम के बीच मिलेगा घूमने और मौज-मस्ती का मौका

नई दिल्ली,राज्य ब्यूरो। कोरोना महामारी के बीच रेजिडेंट डॉक्टर भी तनाव से ग्रसित हो रहे हैं। पिछले दिनों एम्स में हुई आत्महत्या की घटनाओं के मद्देनजर डॉक्टरों ने एक खास तरीका निकाला है। अब रेजिडेंट डॉक्टर हर सप्ताह रविवार को दिल्ली भ्रमण करेंगे, ताकि तनाव से दूर रह सकें। कार्डियक सर्जरी विभाग ने यह पहल की है। पिछले रविवार को विभाग के डॉक्टरों ने एक साथ कुतुब मीनार सहित कई जगहों का भ्रमण किया।

loksabha election banner

इस पहल की एम्स के दूसरे विभाग के डॉक्टर भी सराहना कर रहे हैं। डॉक्टर कहते हैं कि इस तरह की गतिविधियों से डॉक्टरों को तनावमुक्त रहने में मदद मिलेगी। अगले रविवार को भी रेजिडेंट डॉक्टरों की टीम विभिन्न जगहों पर भ्रमण करने जाएगी।

उल्लेखनीय है कि करीब दो माह में एम्स के तीन डॉक्टरों ने आत्महत्या की है। एम्स ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। सात डॉक्टरों की एक टास्क फोर्स भी गठित की गई है। वैसे एम्स में डॉक्टरों की सुविधा के लिए वेलनेस सेंटर भी है। इसके जरिये अवसाद व तनाव से पीड़ित डॉक्टर को 24 घंटे चिकित्सकीय परामर्श की सुविधा उपलब्ध है।

बता दें कि कोरोना के कारण लगातार डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टॉफों पर काम का दबाव बढ़ा हुआ है। पीपीई किट पहन कर लगातार काम करना उनके लिए एक अलग परेशानी खड़ा कर रहा है। डॉक्टरों के अनुसार पीपीई किट पहन कर लगातार काम करने से शरीर में डीहाईड्रेशन की समस्या उत्पन्न हो रही है। लगातार मरीजों की बढ़ती संख्या और सीमित संसाधनों के बीच बेहतर सुविधा देने के प्रयास में डॉक्टर कई बार दबाव में आ जाते हैं। इस कारण कई अनहोनी की खबर मिलती है। इसलिए यह एक अच्छा और सार्थक प्रयास है जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है।

बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल नई एजेंसी करेगी

इधर, दिल्ली सरकार द्वारा चलाए जा रहे बाल गृहों में बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य की बेहतर देखभाल के लिए सरकार द्वारा नई एजेंसी नियुक्त की जाएगी। महिला व बाल विकास विभाग द्वारा एजेंसी नियुक्त करने संबंधी विज्ञापन भी जारी किया गया है। इसके तहत एजेंसियों को 10 सितंबर तक आवेदन करने को कहा गया है। पहले से काम कर रही एजेंसी के कामकाज का भी मूल्यांकन और बेहतर पाए जाने पर उसे भी मौका दिया जा सकता है।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.