Move to Jagran APP

Delhi School Reopening News: आखिर कब खुलेंगे दिल्ली में स्कूल? पढ़िये- डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने क्या कहा

कोरोना से जुड़े सवाल के जवाब में मनीष सिसोदिया ने कहा कि राजधानी दिल्ली में अब स्कूलों को खोले जाने की कोई चर्चा नहीं है। साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि जब तक कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं आ जाती है तब तक स्कूल नहीं खोले जा सकते हैं।

By JP YadavEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 02:19 PM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 02:19 PM (IST)
Delhi School Reopening News: आखिर कब खुलेंगे दिल्ली में स्कूल? पढ़िये- डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने क्या कहा
जब तक कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं आ जाती है, तब तक स्कूल नहीं खोले जा सकते हैं।

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Delhi School Reopening: कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली में अब तकरीबन यह तय हो गया है कि 12 क्लास तक के स्कूल कब खोले जाएंगे या फिर कब तक बंद रहेंगे। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री के साथ शिक्षा मंत्रालय की भी जिम्मेदारी उठाने वाले मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने इस बाबत मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान अहम बयान दिया है। कोरोना वायरस संक्रमण से जुड़े सवाल के जवाब में मनीष सिसोदिया ने कहा कि राजधानी दिल्ली में स्कूलों को खोले जाने की कोई चर्चा फिलहाल नहीं हुई है। साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि जब तक कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं आ जाती है, तब तक स्कूल नहीं खोले जा सकते हैं।

loksabha election banner

अभिभावक भी नाराज

बताया जा रहा है कि स्कूलों को खोले जाने के पक्ष में दिल्ली के अभिभावक भी नहीं है। उनका कहना है कि कोरोना संक्रमण के दौर में स्कूलों को खोलना घातक हो सकता है।  ज्यादातर अभिभावक हरियाणा के कई  जिलों में स्कूल खोलने के बाद बच्चों के कोरोना के चपेट में आने का हवाला भी दे रहे हैं।

शिक्षकों को स्कूल बुलाए जाने पर जीएसटीए ने जताई आपत्ति

 शिक्षकों को स्कूल बुलाए जाने की लगातार शिकायतें सुनने के बाद राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ (जीएसटीए) ने शिक्षा निदेशक उदित प्रकाश राय को पत्र लिखकर आपत्ति जताई है। जीएसटीए के महासचिव अजय वीर यादव ने कहा कि कोरोना से शिक्षकों की मृत्यु का आंकड़ा दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। इसके साथ ही शिक्षकों से लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि हर जिले के शिक्षा उपनिदेशक व प्रधानाचार्य मौखिक आदेश देकर शिक्षकों को रोज स्कूल बुला रहे हैं। ज्यादातर शिक्षक सार्वजनिक वाहनों पर भी निर्भर हैं तो ऐसे में स्कूल आने-जाने से शिक्षकों में संक्रमण का खतरा और बढ़ जाता है। पत्र में उन्होंने निदेशक से अनुरोध किया कि स्कूलों में बिना छात्रों के शिक्षकों की उपस्थिति औचित्यहीन है। जब तक कोरोना संक्रमण सामान्य नहीं हो जाए तब तक शिक्षकों को घर से ही पढ़ाने दिया जाए।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.