दिल्ली-एनसीआर में बढ़ा प्रदूषण, गंभीर श्रेणी में पहुंची हवा की गुणवत्ता
Delhi Air Pollution 2020 Report घना कोहरा और वातावरण में मौजूद पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) कण मिलकर स्माग में तब्दील हो गए। इससे दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया। दो जनवरी को प्रदूषण के स्तर में थोड़ी गिरावट हो सकती है।
नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। राजधानी दिल्ली-एनसीआर में लोगों ने नए साल का जश्न प्रदूषण और कड़ाके की ठंड के बीच मनाया, लेकिन वायु प्रदूषण अब भी परेशान कर रहा है। हवा की गति कम होने और वातावरण में प्रदूषक कणों का स्तर बढ़ने से शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया और हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control board ) द्वारा जारी 26 शहरों की रिपोर्ट के अनुसार, नए साल के पहले दिन दिल्ली-एनसीआर देश में सबसे अधिक प्रदूषित रहा। गुरुग्राम को छोड़कर दिल्ली सहित एनसीआर के सभी शहरों में एयर इंडेक्स 400 से अधिक दर्ज किया गया। सफर इंडिया के अनुसार एक तो हवा की गति कम रही।
दूसरी बात यह है कि घना कोहरा और वातावरण में मौजूद पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) कण मिलकर स्माग में तब्दील हो गए। इससे दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया। दो जनवरी को प्रदूषण के स्तर में थोड़ी गिरावट हो सकती है। इसलिए एयर इंडेक्स बेहद खराब श्रेणी में रहने की संभावना है। तीन जनवरी को हवा की गति थोड़ी तेज होने के कारण एयर इंडेक्स खराब श्रेणी में रहने का अनुमान है।
सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली का एयर इंडेक्स 441 दर्ज किया गया। एक दिन पहले दिल्ली का एयर इंडेक्स 347 था। वातावरण में पीएम-10 का स्तर शाम साढ़े छह बजे 484 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर व पीएम-2.5 का स्तर 305 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पहुंच गया, जबकि पीएम-10 का सामान्य स्तर 100 व पीएम 2.5 का सामान्य स्तर 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर निर्धारित है। इस तरह प्रदूषण का स्तर सामान्य से करीब पांच गुना अधिक रहा। गाजियाबाद में एयर इंडेक्स सबसे अधिक 470 व नोएडा में 455 दर्ज किया गया।
दिल्ली एनसीआर में एयर इंडेक्स
- गाजियाबाद- 470
- नोएडा- 455
- दिल्ली- 441
- ग्रेटर नोएडा- 434
- फरीदाबाद- 421
- गुरुग्राम- 376
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