Money Laundering Case: सत्येंद्र जैन को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में आज अहम सुनवाई, कैबिनेट से हटाने की मांग को लेकर जनहित याचिका दायर
Satyendra Jain Money Laundering Case मनी लांड्रिंग मामले में दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन पर जांच एजेंसी का शिकंजा कसता जा रहा है। उन्हें कैबिनेट से हटाने की मांग को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। मनी लांड्रिंग मामले में गिरफ्तार दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन की मुश्किले कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। उन्हें कैबिनेट से हटाने की मांग को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है।
जानकारी के मुताबिक, इस याचिका पर आज यानी गुरुवार को दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई होनी है। उल्लेखनीय है कि 31 मई को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया था। वह इस समय न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद हैं। इससे पहले उनकी जमानत याचिका को अदालत ने खारिज कर दिया था।
बता दें कि इससे पहले बीती एक जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लान्ड्रिंग मामले में मंत्री के दो करीबी सहयोगियों को गिरफ्तार किया था। वैभव जैन और अंकुश जैन को सीबीआई और ईडी दो मामलों में नामजद किया था।
गौरतलब है कि जांच एजेंसी ने 2017 में सत्येंद्र जैन, उनकी पत्नी पूनम जैन और अजीत प्रसाद जैन, सुनील कुमार जैन, वैभव जैन और अंकुश जैन के खिलाफ पीसी अधिनियम, 1988 की धारा 13 (2) के साथ 13 (1) (ई) के तहत सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मनी लान्ड्रिंग की जांच शुरू की थी। सीबीआई ने जैन के खिलाफ 3 दिसंबर, 2018 को आरोप पत्र दायर किया गया था।
ये भी पढ़ें-
वह देश के लिए काला दिन था, जब जैन को गिरफ्तार किया गया : सीएम
विधानसभा में मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि ये लोग (भाजपा) जबरदस्ती साबित करना चाहते हैं कि ये भी हमारे जैसे ही चोर हैं। इन्होंने सत्येंद्र जैन को पकड़ लिया, लेकिन एक पैसे का भी भ्रष्टाचार साबित नहीं कर पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि वह देश के लिए काला दिन था, जब जैन को गिरफ्तार किया गया। जैन ने इस देश को ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को मोहल्ला क्लीनिक का विचार दिया। दिल्ली पहला राज्य है, जहां 24 घंटे बिजली आती है और मुफ्त बिजली आती है। ऐसे आदमी को उठाकर ये लोग जेल में डाल देते हैं।