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DTC Service in Delhi: दिल्ली में रोजाना बस ढूंढते ही रह जाते हैं 19.78 लाख यात्री, जानिए क्या कहता है विभाग

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत का कहना है कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि बसों में खड़े होकर सफर करने की अनुमति नहीं होने से लोगों को परेशानी हो रही है। इसे देखते हुए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को प्रस्ताव भेजा गया है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Sun, 07 Mar 2021 12:40 PM (IST)Updated: Sun, 07 Mar 2021 12:40 PM (IST)
DTC Service in Delhi: दिल्ली में रोजाना बस ढूंढते ही रह जाते हैं 19.78 लाख यात्री, जानिए क्या कहता है विभाग
क्लस्टर बसों में प्रतिदिन 5 लाख 59 हजार यात्री कम हो गए हैं।

नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। बसों में खड़े होकर सफर करने की इजाजत न मिलने से प्रतिदिन करीब 19 लाख 78 हजार लोग बसों को ढूंढते रह जाते हैं। इसमें 14 लाख से ज्यादा डीटीसी जबकि पांच लाख से ज्यादा यात्री क्लस्टर बसों के शामिल हैं। बस नहीं मिलने से मजबूर होकर ये यात्री निजी वाहनों या अन्य साधनों से सफर करते हैं। इससे न सिर्फ डीटीसी को घाटा हो रहा है, बल्कि यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह निष्कर्ष 2020 और 21 के यात्रियों की संख्या के आधार पर निकाला गया है।

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डीटीसी की बसों में फरवरी 2020 में प्रतिदिन 32 लाख 5 हजार लोग सफर करते थे, जबकि फरवरी 2021 में यह संख्या 17 लाख 86 हजार प्रतिदिन रह गई। यानी इस हिसाब से डीटीसी की सवारियों में इस साल 14 लाख 19 हजार प्रतिदिन की कमी आई है। अगर क्लस्टर सेवा की बसों की बात करें तो फरवरी 2020 में इन बसों में यात्रियों की संख्या प्रतिदिन 16 लाख 85 हजार थी, जो फरवरी 2021 में 11 लाख 26 हजार प्रतिदिन रह गई। इस हिसाब से क्लस्टर बसों में प्रतिदिन 5 लाख 59 हजार यात्री कम हो गए हैं।

इससे साफ है कि 19 लाख 78 हजार यात्री प्रतिदिन बस नहीं मिलने से अन्य वाहनों से सफर कर रहे हैं। कोरोना पर काबू पाने के बाद जनवरी माह से बस यात्रियों की संख्या में वृद्धि हो रही है। जानकारों का मानना है कि जब मेट्रो में खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति है तो डीटीसी बसों में यह अनुमति मिलनी चाहिए। डीटीसी में पांच माह में यूं बढ़े यात्री अक्टूबर 3.95 नवंबर 4. 41दिसंबर 4. 65 जनवरी 5 फरवरी 5.53 नोट : यात्रियों की संख्या करोड़ में है

मई में घट गए थे 80 फीसद यात्री

लॉकडाउन के बाद जब मई में दोबारा बसों का परिचालन शुरु हुआ तो बस में 20 यात्रियों को सफर की अनुमति थी। इस कारण बसों में यात्रियों की संख्या 80 फीसद से अधिक घट गई थी। साथ ही कोरोना के चलते भी लोग बसों में सफर करने से कतरा रहे थे। एक जून को तीन लाख से अधिक यात्रियों ने सफर किया था।

इस संबंध में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत का कहना है कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि बसों में खड़े होकर सफर करने की अनुमति नहीं होने से लोगों को परेशानी हो रही है। इसे देखते हुए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को प्रस्ताव भेजा गया है। परिवहन विभाग अनुमति लेने का प्रयास कर रहा है। उम्मीद है जल्द ही यात्रियों को खड़े होने की सुविधा मिलने लगेगी।

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