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ओबीई-3 में फिजिकल मोड चुनने वालों को घर से परीक्षा देने का मौका

12 दिसंबर से शुरू होने वाली ओपन बुक परीक्षा (ओबीई-3) के लिए फिजिकल मोड (कॉलेज में बैठकर परीक्षा देने) चुनने वाले छात्र रिमोट मोड (घर से परीक्षा) का विकल्प चुन सकते हैं। इसका निर्णय छात्रों पर है। छात्रों को परीक्षा माध्यम बदलने से पहले डीयू प्रशासन को बताना होगा।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 03:10 PM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 03:10 PM (IST)
ओबीई-3 में फिजिकल मोड चुनने वालों को घर से परीक्षा देने का मौका
ओपन बुक परीक्षा के लिए फिजिकल मोड चुनने वाले छात्र रिमोट मोड (घर से परीक्षा) का विकल्प चुन सकते हैं।

संजीव कुमार मिश्र, नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के तीसरे और पांचवें सेमेस्टर की परीक्षाएं दिसंबर में होंगी। परीक्षा विभाग ने बताया कि 12 दिसंबर से शुरू होने वाली ओपन बुक परीक्षा (ओबीई-3) के लिए फिजिकल मोड (कॉलेज में बैठकर परीक्षा देने) चुनने वाले छात्र रिमोट मोड (घर से परीक्षा) का विकल्प चुन सकते हैं। डीयू ने इसका निर्णय छात्रों पर छोड़ा है। छात्रों को परीक्षा माध्यम बदलने से पहले डीयू प्रशासन को बताना होगा। हालांकि यदि किसी छात्र ने एक बार घर से परीक्षा देने का विकल्प चुन लिया है तो वह इसे बदल नहीं सकता।

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ईमेल से उत्तर पुस्तिका भेजने का विकल्प खत्म :

डीयू प्रशासन ने बताया कि विगत दो ओबीई में छात्र उत्तर पुस्तिका ईमेल भी करते थे। ओबीई-1 में तो छात्र परीक्षा के बाद एक से अधिक पदाधिकारियों को उत्तर पुस्तिका ईमेल करते थे, जिसके चलते उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन टेढ़ी खीर साबित हुआ। विगत ओबीई से सीख लेते हुए डीयू ने इस बार ईमेल से उत्तर पुस्तिका भेजने का विकल्प खत्म कर दिया है। इस बार सिर्फ पोर्टल के जरिये ही उत्तर पुस्तिका जमा होगी।

परीक्षा विभाग के डीन डीएस रावत ने बताया कि यह छात्रों व शिक्षकों तथा परीक्षा शाखा तीनों की सुविधा को देखकर निर्णय लिया गया है। दिव्यांग छात्रों को मिलेंगे छह घंटे ओबीई-3 में दिव्यांग छात्रों को छह घंटे का समय मिलेगा। पहली ओबीई में दिव्यांग छात्रों को पांच घंटे मिले थे। जिसमें दो घंटे उत्तर पुस्तिका लिखने, एक घंटा प्रश्नपत्र डाउनलोड करने व उत्तर पुस्तिका की पीडीएफ बनाने आदि के लिए था।

एक घंटा स्पेशल प्रोविजन के तहत दिया गया था। परीक्षा विभाग के डीन डीएस रावत ने बताया कि यदि कोई छात्र खराब नेटवर्क की समस्या से जूझ रहा है तो ऐसी परिस्थिति में एक घंटा अतिरिक्त मिलेगा। हालांकि इस तरह के मामलों में उत्तर पुस्तिका जांची जाए या नहीं इसका फैसला रिव्यू कमेटी करेगी। छात्र को उत्तर पुस्तिका विलंब से भेजने का कारण बताना पड़ेगा। 

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