Vegetable Price Hike: प्याज के बढ़ते दाम निकालने लगे आंसू, जानिये- दूसरी अन्य सब्जियों के दाम
Vegetable Price Hike दिल्ली-एनसीआर में टमाटर थोक में 45 रुपये किलो तक बिक रहा है तो वहीं खुदरा में इसका भाव 60 से 70 रुपये रहा। शिमला मिर्च का थोक भाव 55 से 60 रुपये किलो तक पहुंच गया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली-एनसीआर में आलू-प्याज के साथ महंगी होती जा रही सब्जियों ने लोगों के किचन का बजट बिगाड़ दिया है। आलम यह है कि सब्जियों के बढ़ते दाम आंसू निकालने लगे हैं। गाजीपुर फल-सब्जी मंडी में प्याज के भाव ने सबसे ऊंची छलांग लगाई है। बीते सप्ताह थोक में 30 रुपये किलो तक बिकने वाले प्याज का भाव सोमवार को मंडी में 40 से 45 रुपये प्रति किलो रहा। खुदरा बाजार में यही प्याज 55 से 65 रुपये किलो बिका। आढ़तियों का कहना है कि बारिश के कारण फसल बर्बाद होने से यह महंगाई छाई है। इसके अलावा टमाटर थोक में 45 रुपये किलो तक बिका, वहीं खुदरा में इसका भाव 60 से 70 रुपये रहा। शिमला मिर्च का थोक भाव 55 से 60 रुपये किलो तक पहुंच गया है, जबकि खुदरा बाजार में इसकी बिक्री 70 से 80 रुपये किलो के बीच हुई। लोगों का कहना है कि सब्जियों की महंगाई ने जेब पर असर डालने के साथ खाने का स्वाद भी बिगाड़ दिया है।
अभी बनी रहेगी तेजी
आढ़तियों ने बताया कि नासिक और पुणो में बारिश से प्याज की फसल बर्बाद हो गई है। यहां के भंडारों से पुराना प्याज ही मंडी में आ रहा है। इसके अलावा इंदौर से प्याज मंगवाई जा रही है। आवक मांग के अनुरूप नहीं है। रोजाना आवक घट रही है। उन्होंने बताया कि जब तक कर्नाटक से प्याज की आवक शुरू नहीं होती, तब तक तेजी बनी रहेगी।
दूर से आने के कारण टमाटर की आवक प्रभावित
पहले टमाटर उत्तर प्रदेश और हरियाणा के आसपास के जिलों से आता था। इस कारण आवक ज्यादा थी। अब आसपास के जिलों में टमाटर की फसल नहीं है। इस कारण बेंगलुरु, आंध्र प्रदेश और अहमदाबाद से मंगवाया जा रहा है। वहां से ट्रकों को आने में कई दिन लग जाते हैं। इससे मांग और आपूर्ति में अंतर ज्यादा होने से टमाटर महंगा होता जा रहा है।
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