Delhi Airport: दिल्ली एयरपोर्ट पर 48 घंटे में हो पाएगी कोविड के नए स्ट्रेन की पहचान
अभी तक विदेश से आए मरीजों में कोरोना वायरस के प्रकार की पहचान होने में करीब सात दिन लग जाते थे लेकिन Indira Gandhi International Airport पर लैब के जरिये सिर्फ 48 घंटे में पता लगाया जा सकेगा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस संक्रमण के नए स्ट्रेन की पहचान के लिए पालम स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (Indira Gandhi International Airport) पर पोर्टेबल लैब की शुरुआत की गई है। इस लैब की मदद से 48 घंटे में कोरोना के नए स्ट्रेन की पहचान संभव हो सकेगी। स्पाइस हेल्थ और वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (Council of Scientific & Industrial Research) व इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटेग्रेटिव बायोलॉजी (Institute of Genomics and Integrative Biology) की तरफ से एयरपोर्ट यह लैब स्थापित की गई है। इसका शुभारंभ बृहस्पतिवार को नीति आयोग के सदस्य और नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन फॉर कोविड-19 के चेयरमैन डॉ. वीके पाल ने किया।
उन्होंने कहा कि अभी तक विदेश से आए मरीजों में कोरोना वायरस के प्रकार की पहचान होने में करीब सात दिन लग जाते थे, लेकिन इस लैब के के इसका 48 घंटे में पता लगाया जा सकेगा। वहीं, स्पाइस हेल्थ की सीईओ अवनी सिंह ने कहा कि लैब में एयरपोर्ट पर आने वाले सभी कोरोना संक्रमित अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के नमूने की जांच फिलहाल प्रयोग के तौर पर नि:शुल्क की जाएगी।
वहीं, सीएसआइआर के महानिदेशक डॉ. शेखर सी मांडे ने बताया कि अब-तक कोरोना संक्रमितों के नमूनों को जांच के लिए रीजनल लैब में भेजा जाता था। अब एयरपोर्ट पर लैब स्थापित हो गई है तो वायरस के स्ट्रेन का समय से पता लगाया जा सकेगा। वहीं, आइजीआइबी के निदेशक डॉ. अनुराग ने कहा कि कोरोना के नए प्रकार की त्वरित पहचान से महामारी की बेहतर निगरानी और प्रबंधन में मदद मिलेगी। इस मौके पर स्पाइसजेट के सीएमडी अजय सिंह सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
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