नीरज बवाना भाई का साथी बोल रहा हूं, नाम तो सुना ही होगा, दो करोड़ की व्यवस्था कर लो जल्दी, वरना...
प्रीत विहार के एक व्यापारी को फोन कर दो करोड़ की रंगदारी मांगने वाले दो आरोपितों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों सगे भाई हैं। रकम न देने पर व्यापारी और उनके पुत्र को जान से मार डालने की धमकी दी थी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। प्रीत विहार के एक व्यापारी को फोन कर दो करोड़ की रंगदारी मांगने वाले दो आरोपितों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों सगे भाई हैं। इनमें से एक ने खुद को नीरज बवाना गिरोह का बदमाश बताते हुए रंगदारी मांगी थी। रकम न देने पर व्यापारी और उनके पुत्र को जान से मार डालने की धमकी दी थी। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल मोबाइल व सिमकार्ड भी बरामद कर लिया है।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर शिबेश सिंह के मुताबिक आरोपित दोनों भाई अलग-अलग रहते हैं। देवेंद्र उर्फ कालू राजबीर कालोनी, घड़ौली एक्सटेंशन, दिल्ली व मनोज कुमार रसूलपुर नवादा, सेक्टर 62, नोएडा में रहता है। देवेंद्र ने 2012 में न्यू अशोक नगर में गर्लफ्रेंड की गोली मारकर हत्या कर दी थी। नवंबर 2016 में उक्त मामले में कोर्ट ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई थी। पिछले साल 26 जून को कोरोना बीमारी के कारण वह डेढ़ महीने के पैरोल पर बाहर आया था। बीते जनवरी में उसने पैरोल बढाने के लिए अर्जी लगाई थी, लेकिन कोर्ट से इन्कार कर दिया। उसके बाद उसने जेल में समर्पण नहीं किया और पैरोल जंप कर फरार चल रहा था।
वहीं, मनोज कुमार पांच साल पहले शिकायतकर्ता की कंपनी में वेंडर की नौकरी करता था। वह एक नामी प्राइवेट विश्वविद्यालय में छात्रों का कोआर्डिनेटर था। जनवरी में उसकी नौकरी छूट गई। तब से वह बेरोजगार था। पुलिस अधिकारी के अनुसार, देवेंद्र को उसके भाई मनोज ने बताया कि प्रीत विहार में रहने वाले गगन कुमार को धमकी देने पर उनसे मोटी रकम वसूली जा सकती है। इस पर 21 जून को देवेंद्र ने गगन को फोन कर खुद को नीरज बवाना गिरोह का बदमाश बताते हुए दो करोड़ रंगदारी की मांग की। व्यापारी ने प्रीत विहार थाने में अज्ञात बदमाश के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए केस को क्राइम ब्रांच में ट्रांसफर कर दिया गया था। डीसीपी मनोज सी, एसीपी अर¨वद कुमार, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार, अरुण सिद्धू की टीम ने छानबीन के बाद 25 जून को मनोज कुमार को नोएडा से गिरफ्तार कर लिया। उससे पूछताछ के बाद देवेंद्र को भी उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया।