पुलिस से बचने को सिर मुड़वाया मगर फिर भी बच नहीं पाया, पढ़िए रोडरेज के बहाने अपहरण और फिरौती मांगने की साजिश रचने वालों की कहानी
मुंडका थाना पुलिस ने रोडरेज के बहाने कारोबारी का अपहरण कर उनके परिवार वालों से दो करोड़ की फिरौती मांगने की साजिश रचने के मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों में सुमित दलाल नामक शख्स दो वर्ष पहले पीडि़त कारोबारी की पत्नी की गाड़ी चला रहा था
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। मुंडका थाना पुलिस ने रोडरेज के बहाने कारोबारी का अपहरण कर उनके परिवार वालों से दो करोड़ की फिरौती मांगने की साजिश रचने के मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों में सुमित दलाल नामक शख्स दो वर्ष पहले पीडि़त कारोबारी की पत्नी की गाड़ी चला रहा था और उसे कारोबारी के बारे में सारी जानकारी थी। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से एक पिस्टल, तीन कारतूस, एक खिलौना पिस्टल और वारदात में इस्तेमाल कार बरामद की है।
बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त परविंदर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों की पहचान सुमित दलाल, विजय, अमित और शक्ति नगर बहादुरगढ़ निवासी सुमित दहिया के रूप में हुई है। 23 जून की रात पुलिस को सूचना मिली कि मुंडका इलाके में कार सवार बदमाश एक कारोबारी से लूटपाट कर पीरागढ़ी की तरफ भागे हैं। पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पता चला कि बदमाशों ने अपनी कार से पीडि़त के फारच्यूनर कार को पीछे से टक्कर मारी और रोडरेज के बहाने गोली मारने की धमकी देकर उन्हें जबरन कार में बिठाने लगे। उनके शोर मचाने पर बदमाश मोबाइल और कार की चाबी लेकर फरार हो गए।
पुलिस ने बदमाशों के भागने के दिशा में उनका पीछा किया। कुछ दूर पर पुलिसकर्मियों ने बदमाशों की कार देख ली। पुलिस को पीछा करते देख बदमाश हड़बड़ाहट में ऐसी जगह घुस गए, जिसके आगे रास्ता बंद था। बदमाश कार को मैदान में छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने कार को जब्त कर लिया और उसके मालिक की पहचान करने लगे। कार में नंबर प्लेट नहीं था। जांच करने पर पता चला कि कार सुमित दलाल के नाम पर रजिस्टर है।
पुलिस ने सुमित दलाल की तलाश की और उसे सहयोगी विजय के साथ गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सुमित दलाल ने बताया कि उनका मकसद रोडरेज को अंजाम देकर लूटपाट करना नहीं था, बल्कि वह कारोबारी का अपहरण कर उनके परिवार वालों से दो करोड़ रुपये की उगाही करना चाहते थे। उसने बताया कि दो साल पहले वह कारोबारी की पत्नी की कार चलाता था और कारोबारी की आर्थिक स्थिति के बारे में उसको जानकारी थी।
कुछ दिनों तक वह बेरोजगार था। इस दौरान उसने अपने साथियों को ज्यादा पैसे देने का लालच देकर कारोबारी के अपहरण करने की साजिश रची। पुलिस ने सुमित के निशानदेही पर फरार दो आरोपितों अमित और सुमित दहिया को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस से बचने के लिए अमित ने अपना सिर मुंडवा लिया था। मगर उसके बाद भी वो पकड़ा गया। पूछताछ में सारी चीजों का खुलासा हो गया है।