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Kisan agitation Delhi: हरनाम सिंह चढ़ूनी पर पैसे लेने का आरोप निराधारः राकेश टिकैत

Kisan agitation Delhi भारतीय किसान यूनियन आराजनैतिक के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा किसान मोर्चा संगठन के मजबूत नेता है हरनाम सिंह। किसान मोर्चा ने यदि कमेटी बनाकर उनसे कोई सवाल पूछा तो उसका जवाब दे देंगे।

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 18 Jan 2021 11:39 AM (IST)Updated: Mon, 18 Jan 2021 04:33 PM (IST)
Kisan agitation Delhi:  हरनाम सिंह चढ़ूनी पर पैसे लेने का आरोप निराधारः राकेश टिकैत
वार्ता यदि विफल रही तो सरकार को आने वाली 26 जनवरी को अपनी ताकत से रूबरू कराएंगे।

नई दिल्ली/नोएडा, जागरण संवाददाता। भारतीय किसान यूनियन आराजनैतिक के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा किसान मोर्चा संगठन के मजबूत नेता है हरनाम सिंह। किसान मोर्चा ने यदि कमेटी बनाकर उनसे कोई सवाल पूछा तो उसका जवाब दे देंगे। किसान मोर्चा में 80 लोग हैं उनमें से मैं भी एक सदस्य के रूप में शामिल हूं । कल जब यह मामला बैठक में उठा है तो मैं उस बैठक में मौजूद नहीं था, लेकिन उन पर जो पैसे लेने के आरोप लग रहे हैं वह पूरी तरह से निराधार है। हां यह सही है कि किसी राजनीतिक दल के साथ उनकी अकेले में मुलाकात हुई है यह नहीं होना चाहिए था। एक जांच कमेटी बनाई गई है जो जांच कर उनसे जवाब दे सौंप देगी।

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बता दें कि ठिठुरन भरी ठंड में सिंघु बॉर्डर पर चल रहा किसानों का धरना-प्रदर्शन सोमवार को 54वें दिन में प्रवेश कर गया है। इस बीच सोमवार को भी कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर डटे रहे। वहीं, दिल्ली से सटे नोएडा सेक्टर-95 स्थित राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पर भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) धरनास्थल पर बैठे किसानों ने रविवार को आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की।

गोला लाठी से सरकार की घेराबंदी

सेक्टर 14 ए चिल्ला बार्डर पर भारतीय किसान यूनियन (भानु) के नेतृत्व में किसानों का धरना जारी रहा। रविवार को किसानों ने कृषि कानून के विरोध में गोला लाठी कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान गोला लाठी खेलकर केंद्र सरकार की घेराबंदी की। किसानों ने कहा कि गोला लाठी के जरिये सरकार की घेराबंदी की जा रही है। 19 जनवरी को होने वाली वार्ता यदि विफल रही तो सरकार को आने वाली 26 जनवरी को अपनी ताकत से रूबरू कराएंगे।

वहीं, एक दिन पहले रविवार को अवकाश होने के कारण यहां पर तमाशबीनों की संख्या काफी बढ़ गई। तमाशबीन जगह-जगह किसानों की ओर से लगाए जा रहे लंगर छकते रहे। कुछ लोग अपने परिवार के साथ यहां पर पहुंचे थे। इसके साथ ही बॉर्डर पर पुलिस बैरिकेड के समीप रह रहे सैकड़ों निहंगों को भी देखने लोग आ रहे हैं। निहंगों ने पुलिस बैरिकेड के सहारे अपने घोड़ों को भी बांधा हुआ है। ऐसे में लोग घोड़ों के साथ सेल्फी लेते भी नजर आते हैं।

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