दिल्ली में गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर नहीं निकलेगा नगर कीर्तन, सिख संस्थाओं ने लिया फैसला
कोविड महामारी के चलते गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के आयोजन में इस बार कुछ बदलाव किए गए हैं। इसे लेकर डीएसजीपीसी और सिंह सभाओं की बैठक हुई जिसमें नगर कीर्तन नहीं निकालने का फैसला किया गया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण का असर इस बार पर्व त्योहार पर भी पड़ रहा है। संक्रमण नहीं फैले इसे ध्यान में रखकर त्योहार मनाने के तरीके में बदलाव देखने को मिल रहा है। इस दिशा में दिल्ली के सिखों ने बड़ा फैसला किया है। गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व 30 नवंबर को मनाया जाएगा, लेकिन इस बार नगर कीर्तन नहीं निकाला जाएगा। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (डीएसजीपीसी) और सिंह सभाओं ने मिलकर यह फैसला किया है।
डीएसजीपीसी के धर्म प्रचार कमेटी के चेयरमैन जतिंद्रपाल सिंह गोल्डी ने बताया कि कोविड महामारी के चलते गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के आयोजन में इस बार कुछ बदलाव किए गए हैं। इसे लेकर डीएसजीपीसी और सिंह सभाओं की बैठक हुई जिसमें नगर कीर्तन नहीं निकालने का फैसला किया गया। हालांकि, गुरु पर्व के मौके पर सभी ऐतिहासिक गुरुद्वारों में कीर्तन-कथा पहले की तरह आयोजित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस समय महामारी का दौर चल रहा है कि ऐसे में हम सभी की जिम्मेदारी है कि संक्रमण को फैलने से रोकने में अपना सहयोग दें।
उन्होंने बताया कि गुरु पर्व के अवसर पर 30 नवंबर को गुरुद्वारा बंगला साहिब में भव्य कथा-कीर्तन का आयोजन किया जाएगा, इसके लिए दिल्ली से बाहर के रागियों को भी बुलाया गया है। सुबह 5 बजे से रात 12 बजे तक कथा-कीर्तन का कार्यक्रम चलता रहेगा। अन्य गुरुद्वारों में भी इस तरह के आयोजन होंगे। इस दौरान कोरोना से बचाव के लिए बनाए गए नियमों का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। गुरुद्वारों में शारीरिक दूरी का पालन कराने के लिए सेवादार तैनात रहेंगे। साथ ही सभी गुरुद्वारों में सैनिटाइजर की व्यवस्था भी की गई है। लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।
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