दो बहनों को कुचलने वाला नाबालिग कार ड्राइवर पकड़ा गया, पीड़ित परिवार ने कहा- हो कार्रवाई
पीड़ित परिवार का कहना है कि अगर वह नाबालिग है तो वह क्यों गाड़ी चला रहा था? मेरी बेटियां उसकी वजह से मर गईं। अगर वह 17 साल का है तो इसका मतलब यह नहीं है कि उसे दंडित नहीं किया जाना चाहिए।
नई दिल्ली, एएनआइ/जेएनएन। मॉडल टाउन इलाके में नानक प्याऊ गुरुद्वारे के निकट तेज रफ्तार कार ने दो सगी बहनें, उनके भाई व एक अधेड़ को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में दोनों बहनों की मौत हो गई, जबकि मृत बच्चियों के भाई व अधेड़ गंभीर रूप से घायल हो गए। बुधवार को पुलिस ने बताया कि वारदात को अंजाम देने वाला आरोपित पकड़ा गया है। वह नाबालिग है।
वहीं, पीड़ित परिवार का कहना है कि अगर वह नाबालिग है, तो वह क्यों गाड़ी चला रहा था? मेरी बेटियां उसकी वजह से मर गईं। अगर वह 17 साल का है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि उसे दंडित नहीं किया जाना चाहिए।
सड़क हादसे में जान गवाने वाली दोनों बच्चियों के पिता ने कहा कि भगवान ने मुझे 3 बच्चे दिए, अब दो जा चुके हैं और मेरा बेटा गंभीर है। मेरा पूरा परिवार मेरे साथ था, मेरे बच्चे बस सड़क पार करने गए थे उस दौरान यह हुआ। कार बहुत तेज थी।
जानकारी के अनुसार सुरेश कुमार (62) बुराड़ी के संत नगर में पत्नी सुनीता, बेटे जसपाल, बहू श्वेता व पोतियां इशिका (7), भूमि (4 )व पोता गौरव (5) के साथ रहते हैं। वह भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) से अवकाश ग्रहण कर चुके हैं और पहले अशोक विहार इलाके के संगम पार्क में रहते थे। सोमवार की रात सभी कार से संगम पार्क में रहने वाले एक जानकार से मिलने के लिए गए थे। लौटते वक्त जसपाल नानक प्याऊ गुरूद्वारे के निकट कार में रात करीब 11.30 बजे सीएनजी भरवाने के लिए रुके थे। कार में सीएनजी भरवाते समय सभी लोग कार से उतर कर पेट्रोल पंप के पास खड़े थे। इस दौरान वहां पर संत नगर में ही रहने वाले मिलाप सिंह (55) भी आ गए। मिलाप भी पास के दूसरे पेट्रोल पंप पर काम करते हैं और सुरेश कुमार के मित्र हैं। चूंकि उनकी डयूटी समाप्त हो गई थी, ऐसे में उन्हें भी उनके साथ ही जाना था।
इसी दौरान बच्चों ने गुरुद्वारा नानक प्याऊ के पास सड़क की दूसरी ओर खड़े गुब्बारे वाले से गुब्बारा खरीदने की जिद की। ऐसे में मिलाप बच्चों का हाथ पकड़ कर सड़क पार करने लगे। इसी दौरान सामने से आ रही तेज रफ्तार कार ने चारों को टक्कर मार दी। घटना के प्रत्यक्षदर्शी रंजीत सिंह ने बताया कि टक्कर मारने के बाद कार डिवाइडर से टकरा कर बंद हो गई, लेकिन चालक कार चालू कर शक्ति नगर की तरफ भाग गया। हालांकि कार का नंबर प्लेट मौके पर गिर पड़ा। रंजीत सिंह ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और दोनों बच्चियों को अपनी कार में लेकर पहले पेंटामिड अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद सेंट स्टीफंस एवं सिविल लाइंस स्थित ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, लेकिन उनकी गंभीर हालत को देखते हुए सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान इशिका व भूमि की मौत हो गई, जबकि दोनों घायलों को एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया।
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