Delhi Riots Update News: बढ़ सकती हैं सीताराम येचुरी, योगेंद्र यादव समेत अन्य नेताओं की मुश्किलें
Delhi Riots Update News जाफराबाद दंगा के मामले में आरोपित जेएनयू छात्रा देवांगना कलिता नताशा नरवाल व जामिया की गुलफिशा फातिमा उर्फ गुल ने अपने बयान में इन नेताओं के नाम लिए हैं।
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। Delhi Riots Update News: दिल्ली दंगा मामले में माकपा महासचिव सीताराम येचुरी व स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव समेत अर्थशास्त्री जयति घोष, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर व एक्टिविस्ट अपूर्वानंद, डॉक्युमेंट्री फिल्म निर्माता राहुल रॉय, कांग्रेस के पूर्व विधायक मतीन अहमद, आप के विधायक अमानतुल्लाह खान व वकील महमूद प्राचा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जाफराबाद दंगा के मामले में आरोपित बनाए गए पिंजरा तोड़ संगठन की सदस्य जेएनयू की छात्रा देवांगना कलिता, नताशा नरवाल व जामिया मिल्लिया की गुलफिशा फातिमा उर्फ गुल ने अपने बयान में इन नेताओं के नाम लिए हैं। ऐसे में दिल्ली पुलिस इनसे पूछताछ कर सकती है। पुलिस का कहना है कि बीते 20 अगस्त को क्राइम ब्रांच ने कड़कड़डूमा कोर्ट में जाफराबाद दंगा मामले में पिंजरा तोड़ की केवल तीन सदस्यों देवांगना, नताशा व गुलफिशा को आरोपित बनाते हुए पूरक आरोप पत्र दायर किया है। तीनों तिहाड़ जेल में बंद हैं।
स्पेशल सेल दिल्ली दंगा मामले में विस्तृत साजिश रचे जाने के मामले की जांच कर रही है। सीएए व एनआरसी के विरोध में फरवरी में जिस सुनियोजित तरीके से दंगे किए गए उससे दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल का मानना है कि उक्त गहरी साजिश में कुछ वामपंथी नेताओं समेत बहुत से लोग शामिल हो सकते हैं। तभी अमेरिकी राट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत आते ही दंगे शुरू हो गए थे। उक्त विस्तृत साजिश की जांच सेल कर रही है। सेल ने भी अपने मुकदमें में इन तीनों छात्राओं को आरोपित बनाया है लेकिन अभी इनके खिलाफ आरोप पत्र दायर नहीं किया है। जाफराबाद दंगा मामले में क्राइम ब्रांच ने क्राइम ब्रांच पहले कुछ अन्य को आरोपित बनाते हुए आरोप पत्र दायर कर चुकी है। जांच में बाद में इन तीनों छात्राओं की भी भूमिका पाए जाने पर पूरक आरोप पत्र में इन्हें आरोपित बनाया गया है। पुलिस की मानें तो तीनों ने बयान में अलग-अलग नेताओं के नाम लेते हुए बताया कि जब जाफराबाद में एक महीना से धरना प्रदर्शन चल रहा था तब उक्त नेता वहां भाषण देने आते थे।
गुलफिशा जाफराबाद में ही रहती है और यह सभी नेताओं को अच्छी तरह जानती है, इसलिए इसने बयान उक्त सभी नेताओं के नाम लिए। पुलिस का कहना है कि अभी पूरक आरोप पत्र में उक्त नेताओं को आरोपित नहीं बनाया गया है। क्योंकि इनके खिलाफ पुलिस ने जांच शुरू नहीं की है। जांच करने व सुबूत मिलने पर ही इन्हें आरोपित बनाया जा सकता है।
सूत्रों की मानें तो आरोप पत्र अथवा पूरक आरोप पत्र में जिनके नाम होते हैं। पुलिस उनसे कभी भी पूछताछ कर सकती है। अभी पुलिस भले ही इनसे पूछताछ शुरू नहीं की है लेकिन कभी इनसे पूछताछ की जा सकती है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगों के मामले में दायर किए गए कई आरोप पत्र में दिल्ली पुलिस यह दावा कर चुकी है कि वहां सुनियोजित तरीके से दंगे कराए गए।
दंगाइयों में बांटे गए थे पैसे
यह भी पता चला हैकि देवबंद से भी दंगाईयों को बुलाया गया। दंगाईयों में करोड़ों रुपये बांटे गए। दंगा के लिए जिन लोगों को बाहर से बुलाया गया उन्हें किराए पर घर भी दिलाया गया था। देवांगना, नताशा व गुलफिशा को समुदाय विशेष की महिलाओं को जुटाने आदि अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई थीं। गुलफिशा के स्थानीय होने के नाते इसने सबसे अधिक महिलाओं को जुटाया था।
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