दिल्ली के Covid केयर सेंटरों में दो फीसद से भी कम मरीज, खाली पड़े हैं 7207 बेड़
दिल्ली के कोविड केयर सेंटर व कोविड हेल्थ सेंटर में दो फीसद से भी कम मरीज भर्ती हैं। इस वजह से हजारों बेड खाली पड़े हैं जिसकी उपयोगिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। दिल्ली में कोरोना के 5879 मामले आए थे। इस वजह से 39741 सक्रिय मरीज हैं।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना के मामले बढ़ने से अस्पतालों में बेड कम पड़ रहे हैं। खास तौर पर आइसीयू बेड मिलने में गंभीर मरीजों को परेशानी हो रही है। मौत के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। वहीं दिल्ली के कोविड केयर सेंटर व कोविड हेल्थ सेंटर में दो फीसद से भी कम मरीज भर्ती हैं। इस वजह से हजारों बेड खाली पड़े हैं, जिसकी उपयोगिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
एक दिन पहले दिल्ली में कोरोना के 5879 मामले आए थे। इस वजह से 39,741 सक्रिय मरीज हैं। इनमें से करीब 24 फीसद मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। जबकि कोविड केयर सेंटर में महज 550 व कोविड हेल्थ सेंटर में 203 मरीज भर्ती है। इस तरह कोविड केयर सेंटर व कोविड हेल्थ सेंटर में सिर्फ 1.94 फीसद ही मरीज भर्ती हैं। इस वजह से कोविड केयर सेंटरों में 8271 में से 7207 बेड खाली है।
वहीं जून जुलाई में कोविड केयर सेंटरों मे 1500-2000 मरीज भर्ती रहते थे। तब कोरोना के मामले वर्तमान समय के मुकाबले बहुत कम आ रहे थे। दरअसल, हल्के संक्रमण वाले लोग अब घर में रहकर इलाज कराना अधिक पसंद कर रहे हैं। तेज बुखार व खांसी होने के बावजूद लोग तब तक अस्पताल जाने से बच रहे हैं जब तक ऑक्सीजन सेचुरेशन कम न हो। यही वजह है कि मामले बढ़ने के बावजूद कोविड केयर सेंटर में मरीज कम हुए हैं।
अस्पतालों में भर्ती 37.38 फीसद मरीज आइसीयू में
मौजूदा समय में दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना से पीड़ित 9459 मरीज भर्ती हैं। इनमें से 3536 मरीज आइसीयू में भर्ती हैं। इस तरह आइसीयू में 37.38 फीसद मरीजों को भर्ती करना पड़ा है। डाॅक्टर कहते हैं कि प्रदूषण व ठंड के कारण कोरोना के मरीजों में पहले की तुलना में सांस की परेशानी अधिक हो रही है। इस वजह से उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत पड़ रही है।
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